नईम अख्तर....
चंद ख्वाबों के अता कर के उजाले मुझ को,
कर दिया वक़्त ने........
read more
ankit saraswat
अजीब मुशायरे में फंसी है जान,
सभी शायर हैं यहाँ श्रोता कहीं नहीं,
यहाँ सवाल भी शायरी में होता है और जबाब भी।
हम अर्ज करते हैं एक शेर,
इरशाद में आठ दस वापस आ जाते हैं।।
#अंकित सारस्वत# #मुशायरा