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marathi kavita ©Jk https://youtu.be/dqw3xuTrzL4?si=r54kFHAtEhBVHrgX बंध रेशमाचे मराठी कविता Plz watch on YouTube also Share comment & also subscribe my YouTu
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aaj_ki_peshkash
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Santosh Jangam
Dhanraj Gamare
cjcjffjfjfjfjfjpfjfjfkgkfgfkfkfk ©Dhanraj Gamare जागतिक महिला दिनाच्या निमित्ताने गझल काव्य संध्या व बुककट्टा टीम ( पिंपरी चिंचवड) यांच्या संयुक्त विद्यमाने आयोजित दुसरे कवी संमेलन २०२४
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Life Like मुश्किल होता है,किसी दानिशमंद औरत से इश्क करना।क्योंकि उसको नहीं आता रास जि_हुजूरी और चापलूसी करना। मुत्तस्सिर नही होती वोह कभी भी,जब तक ना हो रिश्तों मे अपनापन।उसको नहीं आता बनावटी मुहब्बत का लबादा ओढकर अपनी बातें मनवाना।उसको तो बस आता है,बेबाकी से बोलना,और अपनी बातें मनवाना, फ़िज़ूल के फितने_फसाद करना उसकी आदत मे नहीं शुमार, लेकिन उसे आता है सबूत कि तहरीर से अपनी बातें रखना।जबरन मर्दानगी के मेआर मे उसे झुकना कतई बर्दाश्त नहीं,हां वोह झुकती है,तो बस मर्द के नि:स्वार्थ मुहब्बत के सामने....... सुनो इब्नआदम गर हो,होंसला ऐसी दानिशमंद बीन्त हव्वा को निभाने का,तभी तुम मुहब्बत करना,क्योंकि वोह बिखर जाती है,धोखे से,फरेब से,मर्द की अना से,फिर नहीं समेट पाती वोह खुदको, किसी और मुहब्बत की खातिर.... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Lifelike मुश्किल होता है,किसी दानिशमंद औरत से इश्क करना। क्योंकि उसको नहीं आता रास जि_हुजूरी और चापलूसी करना। मुत्तस्सिर नही होती वोह कभी भ
महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह
vjcgigfifififjfjfjgjgjfjgjgigkgkgkgkgkgkg ©महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह आंतरराष्ट्रीय सर्व मराठी भाषिक साहित्यिकांचे ‘ महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूहात ’ सहर्ष स्वागत आहे . ‘ महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह ’ या
महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह
Blue Moon nsjsjsjsjsjsjsnsnsnsjsjsjnsjsjsnsnsn ©महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह आंतरराष्ट्रीय सर्व मराठी भाषिक साहित्यिकांचे ‘ महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूहात ’ सहर्ष स्वागत आहे . ‘ महाराष्ट्राची साहित्यगाथा समूह ’ या
वंदना ....
दो पुरुषों की प्रेम की कभी चर्चा नहीं सुनी ............युग युग से चलती आई जो प्रथा पर इनकी कभी कथा नहीं सुनी ........... सबको पसंद है अक्स सागर में नूर चांद का पर इनकी पवित्र प्रेम की कभी गाथा नहीं सुनी सागर मंथन में जब चौदा रत्न थे पाये ...........चांद भी आया उन में पर यह बात किसने ........... नहीं छेड़ी पिता पुत्र हो गई जुड़ा पर इनकी पीर नही समझी जब चांद होता है पूरा गगन में ..........सागर भी लहराता है फिर झूम झूम नए बादल ....... नया सावन बरसता है कितना सुंदर प्रेम है इनका पर ये बात , कोई नहीं समझा है दो पुरुषों की प्रेम की कभी चर्चा नहीं सुनी ©वंदना .... #hunarbaaz 🙏🙏🙏 मराठी गानों से प्रेरित #अपनी कलम से ...🤗🤗🙏🙏