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Srinivas
निरंतर अभ्यास से जो आकार लेती है प्रतिभा, वही तो है सफलता की सच्ची अभिव्यक्ति। ©Srinivas #pratice #Perfection निरंतर अभ्यास से जो आकार लेती है प्रतिभा, वही तो है सफलता की सच्ची अभिव्यक्ति।
अदनासा-
Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).
"अभ्यास" एक ऐसी चीज है , जिसके सामने प्रतिभा भी असफल होती है , यही कारण है कि सभी को लगातार ही अभ्यास करना चाहिए 🙏🏾🙏🏾. ©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). #fisherman "अभ्यास" अभ्यास एक ऐसी चीज है जिसके सामने प्रतिभा भी असफल होती है ।
Rohan Roy
एकाग्रता से किया गया अभ्यास और स्थिरता से किया गया प्रयास। बस यही असफलता को, धूल चटाने के लिए काफी है। फिर असफलता से शिकायत क्यों? ©Rohan Roy एकाग्रता से किया गया अभ्यास और स्थिरता से किया गया प्रयास | #RohanRoy | #inspirdaily | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroym
Instagram id @kavi_neetesh
दुनिया के सागर में हम, खोजी बनकर उतर गये मिला बहुत कुछ मगर, अपनों से हम छितर गये हर खोज का उद्देश्य था, मन को सुकून दिलाना कठिनाइयां दूर करके, जीवन को सुगम बनाना इतने अविष्कार करके भी, जीवन से हुए निराश नींद गंवाकर किया है, अपने आराम का विनाश जिस ख़ोज में जाना था, उस मार्ग से हम भटके अनेक परेशानियों में हम, खुद ही आकर अटके बाहर सारा संसार देखा, थोड़े तो भीतर भी आते मुलाकात होती खुद से, अपना परिचय भी पाते बाहर भटकना छोड़कर, अपने अंतर्मन में आओ अपने आत्म स्वरूप का, तुम पूरा परिचय पाओ आत्म दर्शन करके तुम्हें, शांति का होगा अनुभव रोज ये अभ्यास करके, शांति पाना होगा सम्भव अपने भीतर की खोज का, करते रहना अभ्यास सच्चा सुकून पाओगे तुम, खुद पर रखो विश्वास ©Instagram id @kavi_neetesh *अपने भीतर की खोज* दुनिया के सागर में हम, खोजी बनकर उतर गये मिला बहुत कुछ मगर, अपनों से हम छितर गये हर खोज का उद्देश्य था, मन को सुकून दिल
Ankit Upadhyay....
Nature Quotes शहर भी काटता गांव की सड़के इतनी जमीन कैसे बचाएंगे हलधर अपने कुचलकर कदमों से गुजरते शहरी लोगों में जमीन चूमकर माथे से लगाएंगे कितने गांव का चिराग इतना शहर का हो गया कफन काका के लिए खरीदें गांव में हम सब ने शहर का काम इतना रह गया गांव में पैर-पसार लिए है इसने फूल मकानों की छत पर उगाने वाले सुने महक मिलती नहीं गांव वाली उनमें घर में एक रोटी भी आधा-आधा करके खाते थें शहर में ईमान बेचकर बजने लगती है तालियां सबमें मैं मां -भारती का आंचल थामकर कहूं तिरंगा शोभायमान गांव तेरे भू-बंजर में ©Ankit Upadhyay.... #काव्य-अभ्यास #कविता_की_त़लब #कविता #कवि अंक 🤌🤌🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🫳🫳🫳👌💫💫💥
omni motivationalTv
Rohan Roy
अभ्यास असीमित ऊर्जा का स्रोत बन जाता है। जब हम अपनी सामर्थ्य शक्ति को, स्वीकार कर लेते हैं। ©Rohan Roy अभ्यास असीमित ऊर्जा का स्रोत बन जाता है। #RohanRoy #inspiredaily #motivation_for_life
GRHC~TECH~TRICKS
प्रथम श्रवण विधा की 9 अवधारणाएं ******************************** 1.केवल श्रवण विधा से ही एक अधर्म को धर्म रूप मानना का मुल कारण है वर्तमान काल के आधुनिक युग में समस्त पृथ्वी पर । 2.एक श्रवण विधा से अपुर्ण ज्ञान को पुर्ण ज्ञान द्वारा से न जानना का मुल कारण भी है। 3. स्पष्टता से श्रवण विधा की सात कलाऔ से अवलोकन नहीं करना उनका घोर अंधकार को । अज्ञान रूप से इसे पुर्ण प्रकाश रूप में समझना का मुल कारण है । 4.पाखण्ड रूपी तुच्छ अनुभूति को वास्तविक रूप में न समझना एक अधर्मी रुपी अवधारणाएं पैदा करती रहती है निरंतर। 5.अपने आपको शैतान जानना और दुसरे को श्रेष्ठता से समझते चलना खुद के विश्वास अनुभव को खत्म करके एक चलन से पुर्ण अन्धविश्वास में बदलने का मुल कारण एक पुर्ण भ्रम की जड़ ही है। हर पल पुरुषार्थ शक्ति और नारी शक्ति आज़ अपने हृदय में समस्त पृथ्वी पर। 6. आपके पुरुषार्थ शक्ति/नारी शक्ति के सम्पुर्ण शरीर में ही समस्त ब्रह्माण्ड का ज्ञान आन्तरिक पृवति में अच्छी तरह संजोए रखा है । इस युग में आपका ज्ञान ही समस्त पृथ्वी पर भौतिक जीवन में बाहरी पृवति खोजने से तुच्छ साहस से खोजते जा रहे है। निरंतर दिन-प्रतिदिन। 7.अपने अनुभव को खत्म करके औरौ की संस्कृति और प्रकृति से अनुभव प्रस्तुत कर रहा है /रहे है अपने ग्रहस्थजीवन काल में। इसलिए स्वयं का शत्रु खुद हो रहे है निरंतर अभ्यास के तुच्छ ज्ञान से। 8. माता और पिता को केवल जन्मदाता मानकर धीरे- धीरे संस्कार रूपी पवित्र मोक्षदायिनी मार्ग को त्यागकर जाने से। अपने तुच्छ गुरुऔ के पाखण्ड को अपनाकर अधोगति मार्ग को स्वयं खोजकर ला रहे है अपने ग्रहस्थजीवन काल मैं। 9. स्वय ही अपना उद्धार कर सकते है तुम सभी , यही उद्धार आपके माता-पिता, पितृऋण से मुक्त कर देगा। आपकों एक दिन अन्धकार रूप संसार वृक्ष से इस पथ पर भटकने से रुप एक अवधारणाएं पैदा करना है यही भुल आपकी अधोगति का रुप है। यह मेरी वाणी श्री गीता जी गुप्त रहस्य भाव है। ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #tereliye प्रथम श्रवण विधा की 9 अवधारणाएं ******************************** 1.केवल श्रवण विधा से ही