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Anuj thakur "बेख़बर"
इश्क़ का अंजाम जिस्म की चाह में कितने हमसफर बन गए! कुछ घर भी इस प्यार में खंडहर बन गए!! रोमियो, फरहद और मजनू कोई न बन सका! मोहब्बत की कहानियों को भी अर्से गुजर गए बेखबर इश्क जिस्म से
Shayar Samar S M
मोहब्बत तो दिल से होनी चाहिए समर जिस्म से तो सिर्फ आईयासी होती है #NojotoQuote जिस्म से तो
Kumar krishan
आज जिस्म में जान है तो देखते नहीं लोग कल जब रो निकल जाएगी तो कफन हटा हटा कर देखेंगे जिस्म से रूह निकल जाना
pournima sadavarte
"जहाँ से देखु,इस जहान को वही से मुझे मेरी तकदीर मिली है....।। मंजिलो को पाने की चाहत है... होसलो से आगे बढने की हिम्मत है....।। जरुरी नही प्यार हमेशा गैरो से ही मिले..... क्योंकी अब तो गैरो कि भी कोई जरूरत हि नही....।। ईश्वर है साथ ,माँ पापा का आशिर्वाद तो मेरे जहान में मतलंबियो के लिये जगा नही.... जहाँ से देखु इस जहान को.... अब तो अपमान का ये घाव भरणा है.... लौटी हुं में अब शायद गैरो से हिसाब किताब लेना है....।। कुछ कर्ज है,जो सोने नही देते रातो में.... और कुछ फर्ज है जो रोने नही देते......। खोज रही हुं अस्तित्व मेरा.... जो जिस्म से परे है.....।।" ©pournima sadavarte # जिस्म से परे कविता #seaside
Nitu Kushwaha
दिल में रहने वाले दिल तोड़ के चले जाए, फिर भी टूटा दिल लिए लोग ज़िंदा रहते हैं तुम रुह मे बसते हो, जाने का भी ख्याल आए तो इस जिस्म जां लेते जाना...!!! 🙈❤ ©Nitu Kushwaha जिस्म से जां लेते जाना ❤
Pooja Udeshi
जिस्म और जान को जुदा करने मौत दबे पाँव चली आई किसी ने कभी सोचा नहीं था की मौत उसके इतने करीब आई ले गई दूर उसे हमसे हमेशा के लिए दूर गम की घटा film industry पर ऐसी छाई जिस बात ने उसे यू तोड़ दिया जिस्म रूह से नाता तोड़ लिया, कर दिया सब को अकेला, मौत की तरफ मुँह मोड लिया अभी तो सफर शुरू हुआ था क्यों इतनी जल्दी रुक्सत बोल दिया आँखो से आँसुओ का नल खोल दिया ये सुशांत तूने क्या जुल्म किया जो भी किया ठीक नहीं किया ज़िन्दगी से नाता तोड़ दिया pooja udeshi ✍️😓🙏 SushantSinghRajput जिस्म से नाता तोड़ लिया
areeb usmani
जिस्म से उसकी परछाईं बहुत दूर हो गई गुलाब से ज़्यादा उसकी खुस्बू मशहूर हो गई कौन सा दाग लग गया था उसके चेहरे पर जो वो आईना तोड़ने पर ही मजबूर हो गई स्वाब करके भी काफिर सी सूरत है हो मेरी वो गुनाह करे फिर भी खुदा का नूर हो गई तुम्हारी ग़ज़लों में पहली जैसी बात कहा लगता है फिर से तुमहरी मुहब्बत दूर हो गई जिस्म से उसकी परछाईं दूर हो गई!