Find the Latest Status about मैकेनिक स्पेलिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मैकेनिक स्पेलिंग.
Ayush kumar gautam
Alone हम तो लफ्जों के मैकेनिक होकर रह गये हैं कैसे तोडे़ं कहां जोडे़ं बस यही रह गया है आयुष कुमार गौतम हम लफ्जों के मैकेनिक.....
Rashmi Hule
महिनाभरापूर्वी आलेल्या नवीन शेजार्यांनी बंद दरवाजावर बाहेर बोर्ड लावला... "Do not ditrb" ...❌ मी दार वाजवले आणी बोललो स्पेलिंग चुकलंय... "Disturb" चे.🙄🙄 त्यांनी शेकहँड केला.म्हणाले "थँक्यू" आम्ही होम क्वारंटाईन आहोत म्हणून बोर्ड लावला आहे. 😢😢 एक महिना पहले नये आये हुये पडोसी ने दरवाजे पर बोर्ड लगाया था. मैने दरवाजा खटखटाया और कहा disturb का स्पेलिंग गलत लिखा है. उसने हाथ मिला के
Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
कान्हा❤️❤️ 💞तलाशी ले लो.. मेरी निगाहों की.... मेरी ख़ताओं का पता चला जाएगा....💞 ..Rk ✍️....बस एक तेरी तस्वीर..🌄🙏 heena 🙏... छुपाई है मैंने.... उसके सिवा तुम्हें कुछ भी न मिल पाएगा.💞 💓 जय श्री कृष्णा जी 💓 Shri RadheKrishna 💞 जीना सिर्फ मेरे लिए 💞 @everyone ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #teatime 🇬🇧 इंग्लिश मुझे शुरू 🤦🏻 🙄 से ही समझ 🤔 नहीं आया... 🤔 जब T से काम चल 🤷🏻 💁🏻 सकता था तो 🤷🏻 💁🏻 ea धुसेड़ने 🙄 की क्या
Y. B
Yasmin Bano ©Y. B अगर आप कोई मैकेनिक हैं या किसी कारखाने के मालिक हैं या किसी भी काम के आप माहिर हैं और कोई गरीब का बच्चा आप के यहां कोई हुनर सीखने आता है, त
Mayank Sharma
तब कि मैं ये बात सुनाऊँ A B C D सीखने के ज़ज्बात बताऊँ छोटे छोटे बच्चे हम, बड़े दिल से सीखते थे बात तब कि है जब हम पेन्सिल से लिखते थे.. पूरी कविता नीचे नासमझी से भरे पड़े खेल खेल में लड़ पड़े बचपन में सब होते बच्चे दिल से सच्चे, अकल के कच्चे तब कि मैं ये बात सुनाऊँ
Sunil itawadiya
पत्नी का और घड़ी का जीवन में बड़ा गहरा संबंध होता है 🤓🤓💐👍 सुनिए गा जीवन में घड़ी का और पत्नी का गहरा संबंध होता है, मैंने उस पर रिसर्च की है 🤓🤓🤓🙏🏼 घड़ी 24 घंटे टिक टिक करती रहती है और पत्नी 24 घंटे चिक चिक क
Kulbhushan Arora
सुधा दी, ये सबने अपने अपने पापा को पत्र लिख कर भावुक कर दिया, आपको तो पता है जब में अतिभावुक होता हूं, आपकी गोद में सर रख कर, सुधा दी खो जाता हूं... अन्तर्मन लोक आदरणीय सुधा दी, मन तो सुधी कर के बोलने को था, सबके सामने कहना अच्छा नहीं ना। लो शाम की डाक में आपके नालायक भैया की चिट्ठी आई है। कमाल हो ना
Rishika Srivastava "Rishnit"
"ख़ुशी"(कहानी) (अनुशीर्षक में पढ़ें) ©rishika khushi खुशी के बारे में सोचती हूं । तो कभी-कभी बड़ा कंफ्यूज हो जाती हूं ।खुशी क्या है? कभी-कभी बहुत कुछ पाकर भी हम खुश नहीं होते। कभी-कभी बहुत छोट