Find the Latest Status about पदोन्नति पर वेतन निर्धारण राजस्थान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पदोन्नति पर वेतन निर्धारण राजस्थान.
Poet Arun Chakrawarti,Mo.9118502777
शीर्षक- वीरों की भूमि राजस्थान राजपुताना राजस्थान की धरा को सलाम करता हूँ राणा प्रताप के कुम्भलगढ़ की धरा सलाम करता हूँ हाड़ी की रानी, पद्मावती वीरांगना को सलाम करता हूँ वीर शहीदों के बलिदानों की भूमि को सलाम करता हूँ राजस्थान के वीरों नें दी कुर्बानी उनका क्यों न नाम लिखा क्या भूल हुई रविंद्रनाथ से राष्ट्रगान में क्यों न नाम लिखा पूरे विश्व में राजस्थान के पराक्रम की लिखी कहानी है राजस्थान के इतिहास के पन्नें पे लिखी वीरों की कहानी है धन्य-धन्य राजस्थान वीरों की भूमि को सलाम मैं करता हूँ राजस्थान के शूरवीरों व सैन्य शक्ति को प्रणाम मैं करता हूँ ©Poet Arun Chakrawarti,Mo.9118502777 राजस्थान दिवस पर शुभकामनाएं #Sky
Vikas Yadav
मासिक वेतन पुरनवासी का चाँद है जो एक दिन दिखाई देता है और घटते घटते लुप्त हो जाता है..!! —Vकास । ©Vikas Yadav #Moon #वेतन #SAD #Life
Anjali Jain
धोती-कुर्ता और कुर्ता-पायजामा पुरुषों का पारंपरिक परिधान है।स्वाभिमान और सम्मान की प्रतीक मानी जाने वाली राजस्थानी पगड़ी बहुत ही आकर्षक और सुंदर होती है।आजकल पश्चिमी वेशभूषा का प्रभाव बढ़ता जा रहा है फिर भी राजस्थान की बहुरंगी वेशभूषा मन को मोहती है। राजस्थान के त्यौहार भी अनूठे हैं।।गणगौर, तीज, शीतलाष्टमी, अक्षय-तृतीया यहाँ के विशिष्ट पर्व हैं जो अपने रंगीलेपन से अनोखे ही नजर आते हैं। यहाँ के मेलों का भी अलग ही अंदाज और आनंद होता है।पुष्कर मेला, केलादेवी, महावीरजी, कोटा का दशहरा मेला ,हरियाली अमावस्या, बेणेश्वर,,करणी माता,खाटूश्याम जी, बाबा रामदेव और उर्स ये सारे मेले यहाँ की अनूठी मिसालें पेश करते हैं। ©अंजलि जैन राजस्थान-दिवस के अवसर पर 01.4.21 #colours
राजस्थान-दिवस के अवसर पर 01.4.21 #colours
read moreAnjali Jain
समाज-सुधार कार्य, मानव सेवा, वन संरक्षक,पशु धन की रक्षा, गुरु भक्ति, वचन-पालन जैसे मूल्यों के लिए जीवन देने वाले अनेक महापुरुष राजस्थान में लोकदेवता व संत के रूप में पूजनीय है।सामाजिक व धार्मिक कारणों से राजस्थान में लोकदेवताओं का उदय हुआ, ये लोकदेवता साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रणेता थे-गोगाजी, तेजाजी, पाबूजी, रामदेवजी, मीराबाई, दादूदयाल, जाम्भोजी, जसनाथ जी, श्रद्धानाथ जी आदि देवता और संत प्रमुख हैं। इस प्रकार देश की राष्ट्रीय संस्कृति का अंग होते हुए भी राजस्थान की संस्कृति की अपनी कुछ विशेषताएं है।यहाँ के पारंपरिक पर्व-त्योहार, मेले, रीति-रिवाज आदि आकर्षक व मनमोहक हैं ,इसीलिए राजस्थान को 'रंगीला-राजस्थान'कहा जाता है!! ©अंजलि जैन राजस्थान-दिवस के अवसर पर 01.04.21 #colours
राजस्थान-दिवस के अवसर पर 01.04.21 #colours
read more