Find the Latest Status about धुंडेंगे तो मिल जायेगा डीजे सॉंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धुंडेंगे तो मिल जायेगा डीजे सॉंग.
Harsh Sharma
Gokuksingh Rathore
White वो दिन भी क्या जो आपको याद नहीं कीया भूल कर भी आपने हमें याद नहीं कीया ©Gokuksingh Rathore #GoodMorning भूल गये वो दिन जहां आपने हम को पाया था हमें सब याद है वो दिन जहां हम एक साथ खाना खाया था और उस होटल बिल मेने दिया था क्योंकि आप
Alpha_Infinity
White चाहूं तो कितनी कविताएं लिख दूं इस खूबसूरत नजारे पर। पर अब दिल में दर्द बहुत है। प्रकृति को मनुष्यों ने बर्बाद कर दिया। वही लूट अब इस एप पर मची है। पहले 20 भाग खाते है, अब लुटेरे आधा भाग खायेंगे। लूट लूट कर इनका घर चल रहा। खुद को साफ सुथरा दिखाएंगे। रावण के ये वंशज राम की धरती पर जो आ गए है। लूट रहे होना, उपर क्या मुंह लेकर जाओगे?? लूटे हो जो गलत तरीकों से, यहीं भोग कर जाओगे। 💔 ©Alpha_Infinity या तो आप सब आंदोलन करे। आवाज उठाए। या फिर ये app छोर kr। jane ki तयारी करें। #Nojoto #writers #writerscommunity #dard💔 #lutere yoursecret
Yogi Sonu
White अगर जीवन में समाधी न हो तो जीवन कैसा होगा भाग दौड़ होगी ईश्या होगी प्रतिस्पर्धा होगी जीवन एक जंगली जानवर जैसा बन जायेगा फिर उसे भुलाने के लिए मादक द्रव्य का सेवन पर समाधी अपने आप में एक दुनिया है परमार्थ की दुनिया जिस दुनिया मे आदिपुरुष योग में स्थापिता है । ©Yogi Sonu अगर जीवन में समाधी न हो तो जीवन कैसा होगा भाग दौड़ होगी ईश्या होगी प्रतिस्पर्धा होगी जीवन एक जंगली जानवर जैसा बन जायेगा फिर उसे भुलाने के लि
Das Sumit Malhotra Sheetal
Businessmohit
White आप बिजनेस करते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो आप हमें फॉलो करें Daily NewBusiness ideas, Businessman story,Business story Business tips and Other Business Topics ©Businessmohit आप बिजनेस करते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो आप हमें फॉलो करें #mountain #Business #businestips #businessideas #businessmohit #viral #busi
Ashish Singh
Sayyu
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२ वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद । ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३ तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद । छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४ बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप । अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५ मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद । हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६ मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग । उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७ हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन । सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८ खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन । सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९ टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश । वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१० अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन । भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११ थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज । कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२ मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल । तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३ २५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।