Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लगाती है क्या Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लगाती है क्या from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लगाती है क्या.

    PopularLatestVideo

Ajay Kumar Chauhan

लड़कियां चूना लगाती है #Life

read more
mute video

Babli BhatiBaisla

जिम्मेदारी लगाती है शर्त #शायरी

read more
mute video

Ajay Bishwas

# माँ हौसले को पंख लगाती है

read more
mute video

Shubham_sonatiya😚

उसका प्यार भी क्या कमाल का था, धोखा भी खुद देती है और इलज़ाम भी खुद ही लगाती है !! #Shayari

read more
अधूरा प्रेम उसका प्यार भी क्या कमाल का था, 
धोखा भी खुद देती है और इलज़ाम भी खुद ही लगाती है !! उसका प्यार भी क्या कमाल का था, 
धोखा भी खुद देती है और इलज़ाम भी खुद ही लगाती है !!

Mahesh Yogi

मुझसे उसकी हर एक गलती माफ़ होजाती है, जब वो मुस्कुरा कर गले लगाती है, और कहती है नाराज़ हो क्या...!!

read more
मुझसे उसकी हर एक गलती माफ़ होजाती है,
जब वो मुस्कुरा कर गले लगाती है, 
और कहती है नाराज़ हो क्या...!!

©Mahesh Yogi मुझसे उसकी हर एक गलती माफ़ होजाती है,
जब वो मुस्कुरा कर गले लगाती है, 
और कहती है नाराज़ हो क्या...!!

Dinesh Sharma Jind Haryana

#सीने से लगाती #शायरी

read more
mute video

Rameshkumar Mehra Mehra

# लगाती गले से मुझे अपना कह कर तो क्या बात होती.....💖 #लव

read more
mute video

ozair khan ( internet industry)

देखिए सीआईडी चोर का पता कैसे लगाती है 😝 #films

read more
mute video

Sangeeta Patidar

वो बाज़ार लगाती है... #yqbaba #yqdidi #hindipoetry love #feelings poetry

read more
कहाँ-कहाँ से ढूँढ के वो अल्फाज़ ले आती है,
अनकही बातों का फिर वो बाज़ार लगाती है।

जाने कितने दर्द सम्भाल वो साथ ले आती है,
बेहिसाब ज़ख़्मों का फिर वो अंबार लगाती है।

थोड़ी-थोड़ी करके वो उम्मीद बहुत ले आती है,
उन नउम्मीदियों का फिर वो भरमार लगाती है।

नेकी कर के भी झूठी रुसवाईयाँ वो ले आती है, 
झूठी अफ़वाहों का फिर वो समाचार लगाती है। वो बाज़ार लगाती है...

#yqbaba #yqdidi #hindipoetry #love #feelings #poetry

Praveen Jain "पल्लव"

#Winter अधमरी जिंदगी मौत को रोज गले लगाती है #Winter #कविता

read more
पल्लव की डायरी
सर्द हवाये नस नस में समायी जाती है
सारे शरीर को जकड़े जाती है
खुले है आसमान बूंदा वादी से सताती है
हाय ये मौसम की मार 
कपकपी से हाल बुरा कराती है
अलाव जलाकर बैठा रहूँ
तब गर्माहट से साँसे चैन पाती है
मौसमो की मार झेलते झेलते
साल दर साल उम्र
सर्दी गर्मी वरसात में बीती जाती है
कभी कुदरत की मार,कभी सरकारों की मार 
छटपटाती जिंदगी दुश्वार होयी जाती है
अधमरी जिंदगी मौत को रोज गले लगाती है
                                        प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #Winter 
अधमरी जिंदगी मौत को रोज गले लगाती है
#Winter
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile