Find the Latest Status about सियापति रामचंद्र कह गए from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सियापति रामचंद्र कह गए.
Kiran Chaudhary
green-leaves एक एक करके सब छोड़ गए मुझे, और, मैंने भी अब खुदको अकेला कर दिया।। ©Kiran Chaudhary एक एक करके सब छोड़ गए मुझे..
एक एक करके सब छोड़ गए मुझे..
read moreAnamika Raj
White तक़दीर ने जैसे चाहा वैसे ढल गए हम बहुत संभल कर चले फिर भी फिसल गए हम! किसी ने भरोसा तोड़ा तो किसी ने दिल... और लोगों को लगता है बहुत बदल गए हम! ©Anamika Raj तक़दीर ने जैसे चाहा वैसे ढल गए हम..
तक़दीर ने जैसे चाहा वैसे ढल गए हम..
read moreSwaTripathi
कोई तो हो जिसे अपना कह सकूं कोई तो हो जिससे दिल की सारी बातें कर सकूं कोई तो हो जो मेरे जैसा हो और सिर्फ मेरा हो कोई ऐसा हो जो चेहरा देख के मुझे समझ ले कोई तो हो जो मुझे वैसे ही स्वीकार करे जैसी मैं हु कोई हो जिसे मेरे उदास होने और रोने पे फर्क पड़े कोई हो जो हर वक्त मेरे से सवाल करे और कोई हो जो मेरे सामने खुली किताब जैसा हो कोई हो जो मुझे मेरी मां जैसा प्यार करे 😊 ©SwaTripathi #कोई हो जिससे मैं अपना कह सकूं 😌
#कोई हो जिससे मैं अपना कह सकूं 😌
read moreमनोज कुमार झा "मनु"
White कोई कह रहा था कि "भलाई का जमाना नहीं"। और एक मैं हूं कि इस बात को ही माना नहीं।। एक दिन बुराई की हार होकर ही रहेगी "मनु", वही बुरा बनेगा जो इस बात को माना नहीं।। ©मनोज कुमार झा "मनु" कोई कह रहा था कि "भलाई का जमाना नहीं"। #दुनिया #भलाई #bharat #मनु
Raju Saini
White रिस्क हमेशा बड़ी लो जीत गए तो तुम खुश और हार गए तो पड़ोसी खुश...|| ©Raju Saini #Sad_Status #Rajusaini #sainishayri #rajushayri #रिस्क हमेशा बड़ी लो #जीत गए तो तुम खुश और #हार गए तो #पड़ोसी खुश...||
#Sad_Status #Rajusaini #sainishayri #rajushayri #रिस्क हमेशा बड़ी लो #जीत गए तो तुम खुश और #हार गए तो #पड़ोसी खुश...||
read moreनवनीत ठाकुर
पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर फना हो कर भी अमर हो गए
फना हो कर भी अमर हो गए
read moreHARSHIT369
दिल करता है घर से निकलकर एसे हि किसि वृक्ष कि छाव मे बैठा रहू कुछ देर दिल करता है किसी राज्य मे जाकर शिक्षा बाटूं दिल का कोना कोना कह रहा अनाथो,बेरोजगारो को भोजन दान करुं पर कहां सम्भव है बिना पैसो के.... .दिल करता है हर राज्य मे मेरी जय जय कार हो दिल करता है रतन टाटा जैसा मेरा संसार हो पर यह कहां तक सम्भव है बिन पैसो के..!! ©HARSHIT369 #दिल कह रहा है नये अच्छे विचार
#दिल कह रहा है नये अच्छे विचार
read more