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jcp jasveer
गुमान महिज रंगीन कपड़ा ही मत समझना हजूर.... हम गरीबों के सर का ताज होती हैं ये पगड़ियां...!! जेसीपी जसवीर 9872812115 #पगड़ी
Parasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
S K Sachin उर्फ sachit
हम खडा रहें ,मेडल संभालकर वो जीत गया हार कर ! सामने आया , मुस्कुराया बोला.. मैं हार जाता आपकी पगड़ी उतारकर !! ©S K Sachin #पगड़ी #fourlinepoetry
Devang shukla
मेरी दस्तार क्या उछालोगे मेरा सिर पर तो इनाम है। तुम अपना बताओ क्या होगा। बादशाहत तुम्हारे नाम है। दस्तार: पगड़ी
Jogendra Singh writer
आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची क्या है Answer in comment section ©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची #Light
Mohan Sardarshahari
उधर सिर पर दिवाली इधर ब्रेकर ने पगड़ी उछाली बिजली वाले तेरी तो आज शामत आ ली।। ©Mohan Sardarshahari ब्रेकर ने पगड़ी उछाली
Damini
राजस्थानी पगड़ी से प्यार एक छोटे से शहर में मेरा घर था मुझे आज़ादी बहुत प्यारी थी पर हमारे घर लड़कियों का बाहर निकलना तो दूर की बात किसी से मिलना भी गवारा नहीं एक दिन पुष्कर मेले में हमें घुघट के अंदर कर अपने बड़े भाईयों के साथ घूमने जाने के लिए मंजूरी मिली उस पुष्कर मेले में म्हारी मुलाकात यानी मंजरी की मुलाकात एक राजस्थानी पगड़ी पहने हुए एक चोखो भले मानुष से हुई वह बहुत शरीफ पर दूसरे राज्य से आया हुआ था उसने म्हारे से ठाकुर हवेली का रास्ता पूछा उसे क्या पता था की वो म्हारे घर का रास्ता म्हारे से पूछ रहा है पर उसे में कैसे बताती हवेली का रास्ता कभी बाहर ही ना निकली तब भाई सा आ गया उन्होंने हवेली का रास्ता बताया हम भी घर पहुंचे उस शहरी बाबू ने म्हारे को देख बोला ये तुम्हारी ही हवेली हैं तो तुमने मुझे रास्ता क्यों नहीं बताया इतने भाई सा ने बोला ये क्यों बताएंगे हमारे रहते हुए उसने बोला लड़किया कितनी आगे बढ़ रही है उन्हे भी हक अधिकार हैं आप जैसे लोगो की तरह उनके भी अपने विचार अपनी सोच हैं ये सब सुन बापू सा और भाई सा लाल पीले हो गए परंतु बापू सा कहते हैं थारी बात म्हारो को घणी चोखो लागे सही लागे बापू सा उस शहरी बाबू की निडरता देख कर उसके सर पर राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उसे गले लगा लिया और कहा ये म्हारे यहां की परंपरा पगड़ी हैं शान हैं पुरुषो की शहरी बाबू ने कहा मैं एक ही शर्त पर लूंगा जब आप सभी महिला को आज़ादी देंगे महल के सभी बंधनों से उन्हे मुक्त कर देंगे बापू सा सहमत हुए और तब से हम महिलाओं की भी जिंदगी बदली इसलिए राजस्थानी पगड़ी से प्यार हैं मुझे यानी शहरी बाबू से उनके विचारों से और एक सच्ची शान से। ©Damini #राजस्थानी पगड़ी से प्यार
Parasram Arora
कोई पुरखो को पानी पहुंचा रहा हैँ कोइ गंगाओ मे पाप धो रहा हैँ कोई पथर की प्रतिमाओं के सामने बिना भाव सर झुकाये बैठा हैँ धर्म के नाम पर हज़ार तरह की मूढ़ताएं प्रचलन मे हैँ धर्म से संबंध तो तब होता हैँ जब आदमी जागरण की गुणवत्ता हासिल कर लेता हैँ जहाँ जागरण होगा वहा अशांति कभी हो ही नहीं सकती क्यों कि जाग्रत आदमी विवेकी होता हैँ इर्षा क्रोध की वृतियो से ऊपर उठ चुका होता हैँ औदेखा जाय तो धर्म औऱ शांति पर्यायवाची शब्द हैँ धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ
#CTK -Funny 0r Die
पप्पू को नहाते वक़्त पड़ोस की लड़की ने देख लिया काफी हंगामे के बाद मामला कोर्ट पहुँचा जज साहब:- आखिर तुम चाहते क्या हो? पप्पू:- बदला न्याय और बदला दोनों पर्यायवाची हैं। #CTK