Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लगोरी खेल का निबंध Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लगोरी खेल का निबंध from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लगोरी खेल का निबंध.

    PopularLatestVideo

Govind jatav781

मारवाड़ी लगोरी बता #loveshayari

read more
mute video

somnath gawade

शालेय जीवनात
"मी मुख्यमंत्री झालो तर"..
हा निबंध नसता तर
आज हा सत्तासंघर्ष
उद्भवलाच नसता. #निबंध

YOGESH SINGH

निबंध #कविता

read more
mute video

Adarsh Patel

दिल का खेल दिल का खेल #Thinking

read more
ये नया नया सलीका प्यार का
कहां से पाते हो?
किसी का दिल तोड़ ,किसी से बहलाते हो
और कितनो के दिलो से खेलोगे तुम
अब कोई खिलौना ही सही ,
ले लो तुम ।
यूं आशिकों की आशिकी बदनाम न कर
सच्चे दिल वालों के भी हैं यहां
घर कई।
दिलों से  खेल खुलेआम न कर।

©Adarsh Patel दिल का खेल

दिल का खेल 

#Thinking

Arpitsinghbundela Bundela

खेल ।सब समीकरण का खेल हे #शायरी

read more
 खेल ।सब समीकरण का खेल हे

Nikki kumar sharma

खेल तेरी नजरों का खेल तेरी बातों का #krishna_flute

read more
mute video

Naveen kumar

किस्मत का खेल

read more
मैंने देखा है मेरी

बदकिस्मती को,

जो मुझे पसंद होता है

वो मुझे कभी नहीं मिलता

©Jaimata Di किस्मत का खेल

Jyotsana yadav

#कुदरत का खेल

read more
कुदरत

कुदरत का  करिश्मा भी अजीब है,
कही किया ठंड तो कहीं चिलचिलाती धूप 
कहीं सब है हरा-भरा तो कहीं गया सब सूख /
कोई सबकुछ पाकर भी दुखी है कोई थोडे़ मे ही दिखता खुश, 
किसी को बिन मेहनत किए मिला रोटी 
तो कोई मेहनत करके भी झेल रहा भूख ।
ये सब कुदरत का करिश्मा है ,
किसी को कुछ पैसों के लिए भटकना है पड़ता,
तो कोई सब कुछ रहते हुए बनता है कंजूस/
ये क़िस्मत का कैसा निराला है खेल
कोई सबको अपना बना लेता है 
तो कोई अपनो को ही जाता है भूल.........

©Jyotsana Yadav #कुदरत का खेल

ASHOK KUMAR POET

किस्मत का खेल

read more
आपने  पगला बना दिया और नाचने वाला बना दिया
क्या नहीं बनाया जनाब
देखो किस्मत का खेल ।
अपने बनकर लोग अपनो की
जिन्दगी को तबाह करने पर उतर जाते है लोग ।
किस्मत अच्छी थी वरना आज कैदखाने में होते जनाब
यदि ना रह सको किसी के दिल में तो
उसे अपने हालात पर छोड़ दो ।
आजाद है ये दुनिया
तुम भी इसके एक हिस्से हो जनाब ।
दोष हमारा ना था फिर भी
 दोषी हम निकले ।
अपने हाथों का था कारनामा
दोष हमारे हाथों का आया ।
गलती उसकी नजर ना आई
सारा दोष अपने सिर मढ गई वो ।
खुदा भी माफ ना करे जिसे
जो निर्दोष पर वाणी का चाबुक चला गई वो।
वे कितने भोले चेहरे थे
जीब सर्पिणी की निकली उनकी यारो।

©ASHOK KUMAR POET किस्मत का खेल

vijay patidar

शतरंज का खेल #nojotophoto

read more
 शतरंज का खेल
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile