Find the Latest Status about सिद्ध पीठ मां ज्वालामुखी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सिद्ध पीठ मां ज्वालामुखी.
Ghumnam Gautam
White कहाँ हम कुछ कहीं भी बो रहे हैं झुकी है पीठ ख़ुद को ढो रहे हैं बहुत खुश हैं वो जिनका दिल है टूटा जिन्हें दिलवर मिला वो रो रहे हैं ©Ghumnam Gautam #love_shayari #दिलवर #कहीं #पीठ #ghumnamgautam
#love_shayari #दिलवर #कहीं #पीठ #ghumnamgautam
read moreKalpana Srivastava
कुछ मां यशोदा जैसी होती है जो दूसरे के संतान को भी अपने गले से लगाए रहती है। और कुछ मां कैकई की तरह अपने बच्चों में ही फर्क करती है। ©Kalpana Srivastava #मां
नवनीत ठाकुर
मां की ममता का कोई हिसाब नहीं होता, उसका हर आँसू भी बेवजह नहीं होता। दुआएं उसकी साये की तरह होती हैं, मां के कदमों तले ही तो जन्नत होती है। ©नवनीत ठाकुर #मां
नवनीत ठाकुर
White माँ के आँचल में बसी है जन्नत की खुशबू, उसके प्यार में हर दर्द की दवा बाकी है। लोरी की धुन से सजे हैं बचपन के नगमें, उसकी ममता का हर रंग-ओ-हवा बाकी है। उसके आशीर्वाद से रोशन है ये दुनिया, हर कठिन राह में उसका साया बाकी है। माँ की दुआओं में वो असर है छुपा, जो हर ठोकर पे हमें संभाल लेता बाकी है। माँ के आँचल की ठंडी छाँव है रहमत, जिसमें सुकून-ओ-अमन का जहाँ बाकी है। उसकी ममता में बसी है खुदा की रहमत, माँ का हर एहसास बेमिसाल बाकी है। जब भी गिरते हैं, उठाने को वो तैयार रहती है, उसकी ममता का हर पल हमें सहारा बाकी है। उसकी आँखों में दुआओं का एक समंदर है, हर लम्हा उसके प्यार का दरिया बाकी है। उसकी मुस्कान में छुपा है सुकून का जहाँ, उसकी बातों में जन्नत का सफ़र बाकी है। दूर रहकर भी उसके साये का एहसास मिलता है, माँ की ममता का वो अमर रिश्ता बाकी है। ©नवनीत ठाकुर #मां
kunti sharma
को आजकल के बच्चे अपनी जरूरतें पूरी करने का जरिया समझते हैं यह सबके लिए लागू नहीं होता पर कुछ तो ऐसे होते ही है ©kunti sharma #मां बाप
#मां बाप
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White खुदा तेरी सबसे बड़ी ये खुदाई, दुनिया में तूने जो मां है बनाई। वो रिश्ते सारे अकेले निभाती, शिकन देख चेहरे का सब जान जाती। मुझे देखकर एक दिन मुझसे बोली, छिपाया जो उनसे वही राज खोली। बीमारी में जब से बदहाल हूं मैं, तेरी झुर्रियां देख बेहाल हूं मैं। अकेले तू मुझसे छिप-छिपके रोता, मुझे देखकर क्यूं परेशान होता। मेरे हाथों को चूमीं और समझायीं, न होगा मुझे कुछ,ये मुझसे बताईं। कहा मैं नहीं मां मैं रोया नहीं हूं, कल रात से बस मैं सोया नहीं हूं। ये सुनते ही बस, एक थपकी लगाई रोती हुई फिर गले से लगाई बहुत झूठ बोलता ,बहाने बनाता बड़ा हो गया!अब मां को समझाता। गले लगके उनसे रोने लगा मैं, आंसू से आंचल भिगोने लगा मैं। कहा बिन तुम्हारे कहां जाउंगा मैं, बिना अपनी मां के न जी पाउंगा मैं। ©Shubham Mishra #sad_quotes मां
#sad_quotes मां
read more