Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best सिद्ध Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best सिद्ध Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसिद्ध पीठ क्या है, सिद्ध पुरुष meaning in hindi, सिद्धांतों की, सिद्धांतों में, भभूता सिद्ध का भजन,

  • 12 Followers
  • 72 Stories

Ghumnam Gautam

Siddh Hansraj Manda

Siddh Hansraj Manda

#utala किला #सिद्ध

read more

संजीव चाहर

#चित्र #माल्यार्पण #भाषण #मतलब #सिद्ध #ZeroDiscrimination Dr. Sonia shastri Nishi bansal komal sindhe. Namrata Tripathi Anwesha Rath

read more
जिन लोगों की नियत-नियति, कथनी और करनी में फर्क होता है!
उन लोगों की मंडली में यह *संजू-पागल-पाखंडी* कभी भी नहीं होता है।
सिर्फ चित्रों पर माल्यार्पण करने और बड़े-बड़े भाषण देने से तो सिर्फ तुम्हारा मतलब ही सिद्ध होता है।।

©संजू #चित्र #माल्यार्पण #भाषण #मतलब #सिद्ध 
#ZeroDiscrimination  Dr. Sonia shastri Nishi bansal  komal sindhe. Namrata Tripathi Anwesha Rath

संजीव चाहर

#सत्य #खोज #सिद्ध #meditation Pallavi Srivastava Namrata Tripathi Priyanka Yadav Akash Tiwari roli yadav

read more
सत्य को खोजने वाले *संजू* इतना सिद्ध और प्रसिद्ध नहीं हो पाए, जितना उनके नाम पर बखान करने वाले हो जाते हैं...?🤔🙄🙄😀😂🙏🏻

©संजू ध्यानी
  #सत्य #खोज #सिद्ध 
#meditation  Pallavi Srivastava  Namrata Tripathi Priyanka Yadav  Akash Tiwari roli yadav

संजीव चाहर

#सत्य #खोज #सिद्ध #meditation Pallavi Srivastava Namrata Tripathi Priyanka Yadav Akash Tiwari roli yadav

read more
सत्य को खोजने वाले *संजू* इतना सिद्ध और प्रसिद्ध नहीं हो पाए, जितना उनके नाम पर बखान करने वाले हो जाते हैं...?🤔🙄🙄😀😂🙏🏻

©संजू ध्यानी #सत्य #खोज #सिद्ध 
#meditation  Pallavi Srivastava  Namrata Tripathi Priyanka Yadav  Akash Tiwari roli yadav

नीर

read more
ना दर्द का डर, ना भोगने का डर, 
पित्र पक्ष के इस सफर में , नहीं रहा बदनाम होने का  डर ।।

मोक्ष की तलाश हुई खत्म, मोह से नाता तोड़ दिया, 
अब हर परिणाम से ,स्वम को अलग कर दिया।।

हम हैं बूरे, हम हैं बूरे ,क्योंकि किसी कि चाही औलाद हम  नहीं, 
फिर क्यों रखते हो आस अब, क्या बदनाम कर ने की वजह 
ये तो नहीं।। 

ना हम शुभ हैं,ना पाक हैं ,ना सफल और ना पश्यताप हैं 
पित्र दोष का अपराध ,अब मैंने अपने सर ले लिया, 

मैं कौन होती हूँ  मैं कौन हूँ ,ये तो नहीं पता।। पर 
गर होती चाही औलाद तो ,अपनी माँ की चलती साँसो 
की  मैं साक्षी होती।।। 

क्या सिद्ध करू क्या सिद्ध करू ,उन तिथियों को जो पिता की 
     मौत से सन चूकी हैं। ,या शुक्र बनाऊँ उन सांसो को 
जो मेरे अभाव में  चल रही हैं।। 

पीत्र दोष का हर पाप मैंने
अब अपने सर ले लिया।।

Parul Sharma

nojoto family के सभीसदस्यों को सुप्रभात #कुछ_लोग_ऐसे_भी नकारात्मकता पैदायसी नहीं होती और ना ही यह कोई जातीय लक्षण है। जिस मन में अपराधबोधता, हीन भावना,या श्रेष्ठता की भावना घर कर लेती है वहाँ नकारात्मकता सरलता से अपनी जगह बना लेती है। अपराधबोधता , हीन भावना,या श्रेष्ठता की भावना अगर बढ़ती जाती है तो मनुष्य एकाकी जीवन व्यतीत करना चाहता है या जो उसे स्वतंत्रता का आभास कराता है। और वह भावनाओं से पृथक हो असामाजिक हो जाता। ये तब घातक सिद्ध होती है जब नकारात्मक विचारों से परिपूर्ण व्यक्ति किन्हीं अपरा

read more
 nojoto family के सभीसदस्यों को सुप्रभात
#कुछ_लोग_ऐसे_भी
नकारात्मकता पैदायसी नहीं होती और ना ही यह कोई जातीय लक्षण है। जिस मन में अपराधबोधता, हीन भावना,या श्रेष्ठता की भावना घर कर लेती है वहाँ नकारात्मकता सरलता से अपनी जगह बना लेती है। अपराधबोधता , हीन भावना,या श्रेष्ठता की भावना अगर बढ़ती जाती है तो मनुष्य एकाकी जीवन व्यतीत करना चाहता है या जो उसे स्वतंत्रता का आभास कराता है। और वह भावनाओं से पृथक हो असामाजिक हो जाता। ये तब घातक सिद्ध होती है जब नकारात्मक विचारों से परिपूर्ण व्यक्ति किन्हीं अपरा

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile