Find the Latest Status about शौक़-ऐ-खाना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शौक़-ऐ-खाना.
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
सच के शौक़ ने तो झूठ से खतरे ले लिए... गुलामी छोड़ आज़ादी नॆ पहरे ले लिए..। कल झुक कर उसके जुल्फ़ों ने सलामी जो दी... आज बाग़ से गुजरॆ तो दो गजरे ले लिए ..। मैने जो भी किया हैं सबसे जुदा किया हैं... इसलिए ज़ख्म भी तो क़ाफी गहरे ले लिए ..। किसी सुनसान जंगल में ख़ामोशी खड़ी थी.. अफ़वाओ ने आज हवा से ख़बरे ले लिए..। समंदर ने तूफ़ान से कल सौदा कर लिया... साहिल ने तो बैठॆ-बैठे लहरे ले लिए..। शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
राह मॆं जो पत्थर है क़दम रोक रहॆ हैं... आजकल दरख्त भी मुझे टोक रहॆ हैं..। लंबा सफ़र है किस किस से बहस करूँ... आदमी की नस्ल में कुत्ते भौंक रहॆ हैं..। ज़बान निकल के तलवे चाँट रहीं है... ख़ामोशी के भी अपने शौक़ रहॆ हैं..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
ये ज़िंदगी उतार दिया मौत पहन के... ऎ शौक़-ए-लिबास उठा नाज़ क़फन के..। अंदाज़ आज भी मेरा बिलकुल जुदा है... हमने मक़ान बेच दिया शौक़ सहन के..। मोहब्बत दुनियादारी समझती नहीं... अच्छे नहीं रिश्तें रूँह और बदन के..। आज उदासी ने मुस्करा ही दिया है... ग़म कब तलक मिज़ाज उठाए घुटन के..। ये उड़ान एक मायूस परिंद की है... खुश दायरे से बहुत है लोग वतन के..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
हमने कभी खुद की क़ीमत नहीं लगाई... ये सस्ते लोग महंगे शौक़ रखते हैं..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
Ashish Mishra
जो शौक कल कभी हमारे थे। वो आज उनके हैं। जो दर्द कल कभी हमारे थे। वो आज उनके हैं। जो लोग कल कभी हमारे थे। वो आज उनके हैं। आज हमें पड़ी जरूरत सहारे कि तो हमेशा की तरह सब खड़े उस किनारे थे। #शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
उन्हें तो रईस होने से मतलब हैं... मर जाए लोग उनके शौक़ के लिए..। शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
क़िताबों का शौक़ तेरी आँखों तक ले आया... तेरा पता पूछा,अश्क़ गालों तक ले आया..। ये मंज़ील का नशा है क़दम लडखडाते है... इक साया घसीटता हुआ राहों तक ले आया..। मैं किसी की आग़ोश मॆं आखरी साँस लेता... मगर उसका लहज़ा मुझे शानों तक ले आया..। दफ़अतन ही हो आपको हिचकी आयी होगी... एक सूनापन मुझे तेरी यादों तक ले आया..। कहीं तेरा दामन काँटो से उलझा तो नहीं... अनजान भौंरा क्यूं मुझे बागों तक ले आया..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
शौक़ अपने-अपने कुछ दिये कुछ दिल जलाते हैं... आओ रोशनी के लिए एक चाँद बनाते हैं..। यहां वक़्त हर एक ज़ख्म भर तो रहा है लेक़िन ... पलस्तर उखड़ जाता है तो निशान सताते हैं..। एक अरसा हो गया बदन ने धूप नहीं पहनी... याद के सायें में रात भर आँख नहाते हैं..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
भीड़ मॆं याद करो फ़ुर्सत निकाल कर... उसने फ़ुर्सत मॆं इक शौक़ पाला था..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
अब भी हूँ मैं उसकी क़फ़स मॆं मगर ‘ख़ब्तुल’... मेरा शौक़ नहीं गया परिंदे उड़ाने का..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 शौक़