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Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]
Unsplash ["हर लम्हा जियो, सुकून और प्यार के साथ"] "फिर न आए ये दिन, ऐसा कोई वादा नहीं। आज का दिन भी खुलकर, सुकून से मस्त मौला होकर जी लो दोस्तों, क्या भरोसा ज़िंदगी का, कब आंखें बंद हो जाएं, कौन साथ छोड़ जाए। हर हंसी, हर सांस को महसूस करो, हर पल को खुशी से समेट लो। बस यही सच है, जो आज है, वहीं खुशियों की बहार है। प्यार है।" ©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."] #snow #["हर लम्हा जियो, सुकून और प्यार के साथ"] #zindagi sad shayari #motivational shayari sad #shayari love shayari
#snow #["हर लम्हा जियो, सुकून और प्यार के साथ"] #Zindagi sad shayari #Motivational shayari sad #Shayari love shayari
read moreAnuradha T Gautam 6280
#बीन सांप और रस्सी को लेकर कभी भ्रम हो तो तुरंत मोबाइल पर बिन की धुन बजाना सांप होगा तो फन उठा कर नाचे बिना नहीं मानेगा..🖊️
read moreImran Shekhani (Yours Buddy)
जियो और जीने दो #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy #YoursImran
read moreAshraf Fani
White जीना है तो सर उठा के जियो हालात से नज़रें मिला के जियो ©Ashraf Fani जीना है तो सर उठा के जियो हालात से नज़रें मिला के जियो #ashraffani #life_quotes शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी
जीना है तो सर उठा के जियो हालात से नज़रें मिला के जियो #ashraffani #life_quotes शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moreak_patodiya
जीवन छोटा है। इसे जियो। डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो। ©ak_patodiya जीवन छोटा है। इसे जियो। डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो। #morningmotivation #Life #life_lesson #motivatational
जीवन छोटा है। इसे जियो। डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो। #MorningMotivation Life #life_lesson #motivatational
read moreImran Shekhani (Yours Buddy)
जियो और जीने दो #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy #YoursImran
read moreRahul Varsatiy Parmar
सुबह के 5 बज चुके है तो जमाने ए बंदिश खैर एक खयाल एक गजल देखिए रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी (मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना) नही है रही अब फितरत हमारी मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से क्यों हया-ए- आबरू खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी (मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे इसे बेफिकर होकर जियो निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार ©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #
#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #
read moreDeep Bawara
मोबाइल हैकर ब्लैकमेलर साहित्य चोर। साहित्य चोरी का विरोध करे #Paris_Olympics_2024 #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine
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