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Anuradha T Gautam 6280
#बीन सांप और रस्सी को लेकर कभी भ्रम हो तो तुरंत मोबाइल पर बिन की धुन बजाना सांप होगा तो फन उठा कर नाचे बिना नहीं मानेगा..🖊️
read morepramod malakar
बिन पंगा लेय कुछ मिलत नाहीं, दिल भए तोर शांत ! दुनिया करत है अब त्राहि - त्राहि, विनती करत हो गई सुबह से शाम ! लाठी उठाव अब सीना तान के, सब झुकिहें लिहें तोहर नाम ! सनातनी जाम पी ल अब तू, बनिहे सब बिगड़ी काम! जीए के बा त, दिखा द आपन ताम झाम!! """"""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार """"""""""""""""" ©pramod malakar #बीन पंगा लेय
#बीन पंगा लेय
read more#Rahul
आखिर वो डाकिया जायें भी तो जायें कैसे सही पते पर , वो तो खुद सही पते पर जाना भूल गया । आखिर हम तुम्हे खत लिखे भी तो किस पते पर लिखे, तुमने तो दिल के साथ अपना पता भी बदल लिया ।। 🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃 बीन बादल बरसात हो ने कि आस लिए बैठा हूं , सब कुछ जान कर भी अनजान हो रहा हूं , ©#Rahul #leftalone #बीन बादल बरसात हो ने कि आस लिए बैठा हूं , सब कुछ जान कर भी अनजान हो रहा हूं ,
#leftalone #बीन बादल बरसात हो ने कि आस लिए बैठा हूं , सब कुछ जान कर भी अनजान हो रहा हूं ,
read moreshayar_dillwala
अगर तू सुनना चाहे तो बीन बोले भी तुझसे बातें कर लूं। वरना मै कितना भी चीख लूं, तुझ तक मेरी आवाज़ ही नहीं पहुंचेगी। अगर तू सुनना चाहे तो #बीन #बोले भी तुझसे #बातें कर लूं। वरना मै कितना भी #चीख लूं, तुझ तक मेरी #आवाज़ ही नहीं पहुंचेगी।
Dr. PRAMILA TAK
मै बन रही हूं मिट रही हूं , हर पल तुझ मे सिमट रही हूं... बीन तेरे मै बेजान, बस वक्त के जैसे कट रही हूं.. मै चल रही हूं रूक रही , रब के आगे तेरे लिए झुक रही हूं... तेरे प्यार की बरसात के बीन, मै बहती नदी अब सूख रही हूं... मै बन रही हूं मिट रही हूं...
मै बन रही हूं मिट रही हूं...
read moreBaisa_Raj_Neha_Pandya
दोस्त ही तो है जो मायने रखते हैं, बीन खुन के रिश्ते और जात के ख्याल रखते हैं । पल में हंसते हम पर तो पल में रोने लगते साथ हमारे। जीवन को अनमोल बनाते निराले, हर बाधा में बीन बोलें ही साथ हो जाते प्यारे। #दोस्त_के_मायने
Ruchi ki kalam se
मन तो हमारा भी करता है,जाने को पाठशाला.. कौन फिरना चाहता है,इन गलियों मे... थक चुके नन्हे हाथ कूड़ा-कचरा बीन-बीन के, अमीर लोग देखते है बडी हैरानी से हमे..! क्या गरीब इन्सान नही होते?? खा लेते है रूखा-सुखा, और आता है कोई मेहमान तो पलको पे बिठा लेते है,,, गरीबी जानती है,घर मे बिछौने कम है...!