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Kishore
White सच्ची मोहब्बत एक जेल के कैदी की तरह होती हैं जिसमे उम्र बीत भी जाए तो सजा पूरी नहीं होत आज तुझे एक बात बताऊं दिल की बात तुम्हे सुनाऊं पास रहूँगा तेरे तू कहे तो तेरी धड़कन बन कर तेरे सीने में ही रह जाऊ तुम नहीं होते हो तो बहुत खलता है प्यार कितना है तुमसे पता चलता ©Kishore #flowers #Lvoe शायरी लव की शायरी लव की
Komal Raikwar
White गाँव तो बस नाम का है साहब, जिन्दगी बीत रही है, कमाते-कमाते। ©Komal Raikwar जिन्दगी की कहानी
जिन्दगी की कहानी #शायरी
read moreShankar
White संघर्ष में तुम अनाथ हो मित्र, क़ाफ़िला तो सफलता के बाद उमड़ता है... ©Shankar #safar #सफर #शायरी #संघर्ष #जिन्दगी #जीवन #अनुभव
Arjit
White सब कुछ बताया जाए तो अच्छा रहेगा अब कुछ ना छुपाया जाए तो अच्छा रहेगा अदालत सजी है तेरे मोहल्ले में तो कोई गिला नहीं गवाह मेरे मोहल्ले से बुलाया जाए तो अच्छा रहेगा मुझ पर इल्जाम लगा है तेरी गली से गुजरने की रास्ता बाजार जाने का तेरा भी बताया जाए ©Arjit Singh शायरों की शायरी
शायरों की शायरी #Shayari
read moreArjit
White प्यास बुझाने के बाद हमेशा खाली बोतल भी बोझ लगने लगती है बात गहरी है जरा समय निकाल कर सोचा ©Arjit Singh शायरों की शायरी
शायरों की शायरी #Shayari
read moreArjit
White यू तो आदत नहीं मुझे मुड़कर देखने की तुझे देखा तो सोचो एक बार और देख लू ©Arjit Singh शायरों की शायरी
शायरों की शायरी #Shayari
read moreArjit
White टाइम उनसे ही मांगो जो आपसे बात करके खुश हो उनसे नहीं जो आपसे परेशान हो क्योंकि आजकल लोग व्यस्त बहुत होते हैं ©Arjit Singh शायरों की शायरी
शायरों की शायरी #Shayari
read moreकवि: अंजान
White महत्वकांक्षाएं तुझें दूर ले जाएंगी सबसे की इच्छाएं कब पूरी हुई हैं किसी की 'अंजान' जो एक आरजू दिल में यहाँ तो खत्म ही नहीं होती जरूरत किसी की। ©कवि: अंजान #Night #लव #जिन्दगी #कविता #शायरी #Life #SAD #Poetry #Shayari
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read moreSaurav Kumar
White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥ बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ, तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥ यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता, मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥ अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई, ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥ मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है, हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥ मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है, कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥ ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में, ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥ - मुनव्वर राना ©Saurav Kumar #SunSet #शायरी #copyright #एहसास #जिन्दगी #follow4follow #share #Cmnt #Like
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