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Rajkumar pal
White जब शौक के लिए वक्त ना मिले तब समझ लेना जिंदगी शुरू हो गई है..®️ ©Rajkumar pal जब शौक के लिए वक्त ना मिले तब समझ लेना जिंदगी शुरू हो गई है..®️
जब शौक के लिए वक्त ना मिले तब समझ लेना जिंदगी शुरू हो गई है..®️
read moreKuldeep KumarAUE
White जिम्मेदारियां इतनी ज्यादा हो गई है जिंदगी मजबूरी सी बन गई है ©Kuldeep KumarAUE #Dhanteras जिम्मेदारियां इतनी ज्यादा हो गई है जिंदगी मजबूरी सी बन गई है #kuldeepkumaraue
#Dhanteras जिम्मेदारियां इतनी ज्यादा हो गई है जिंदगी मजबूरी सी बन गई है #kuldeepkumaraue
read moreMSA RAMZANI
White बड़ी संगी हकीकत हो गई है हमे उनसे मोहब्बत हो गई है दहकने से लगे रुखसार उनके बडी रंगी शरारत हो गई है दर ए महबूब ये पहरे बहुत है बहुत सो को रकाबत हो गई है रकीबो का तो जलना काम है बस उन्हें हमसे अदावत हो गई है जरा देखे कि क्या लिखा है खत में यह हम पे क्यों इनायत हो गई है मै दिन की रोशनी में ख्वाब देखूं कि सतरंगी तबीयत हो गई है गुलो को बाग में खिलते जो देखा हमे हसने की जुर्रत हो गई है 7/9/15 ©MSA RAMZANI बड़ी संगी हकीकत हो गई है #ghazal #gazal #gajal #ghajal
Kulvant Kumar
" जिंदगी में अब इतनी परेशानियां हो गई हैं ,कि खुद को ही गलत समझना पड़ता है ©Kulvant Kumar " जिंदगी में अब इतनी परेशानियां हो गई हैं ,कि खुद को ही गलत समझना पड़ता है
" जिंदगी में अब इतनी परेशानियां हो गई हैं ,कि खुद को ही गलत समझना पड़ता है
read moreAnkit Yadav
Love अखबार सी हो गई हैं जिंदगी हर रोज नई खबर... ©Ankit Yadav अखबार सी हो गई हैं जिंदगी हर रोज नई खबर.. #ankityadav
अखबार सी हो गई हैं जिंदगी हर रोज नई खबर.. #ankityadav
read more- Arun Aarya
मेरी मौन की बातें तुम्हारी ज़ुबान से निकल गई ! हाय.. हलक में अटकी थी मेरी जान , जहान से निकल गई..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #aashiqui #निकल गई
IG @kavi_neetesh
Unsplash हमने जब अपना हक मांगा हमने जब भी अपना हक मांगा तो हैरानी हो गई। बोल पड़े हम घर में भाई फिर खींचातानी हो गई। मुंह फेर लिया अपनों ने रिश्तेदार भी रूठ गए। बड़े जतन से बांध रखा वो प्रेम के मोती टूट गए। घर में दीवारें खिंच गई मकान बिकाऊ हो गया। समझदार थे उनका अब पुत्र कमाऊ हो गया। कैसे बांध सके वो डोरी जलन पड़ी थी पांवों में। तुच्छ स्वार्थ से शूल बिछाए सूनी सी इन राहों में। संभल संभलके चलते फिर भी धोखा मिलता है। पांव से जमी खिसकती कभी फैसला हिलता है। जिसका पलड़ा भारी होता लोग उधर हो जाते हैं। सलाह मशवरे आकर हमको रोज देकर जाते हैं। रिश्तेदारों को भी जाने क्यों ये परेशानी हो गई। हमने जब अपना हक मांगा तो हैरानी हो गई। अपनी मेहनत हक का खाना बेईमानी हो गई। न्याय की खातिर टूट पड़े तो खींचातानी हो गई। ©IG @kavi_neetesh #camping Extraterrestrial life Entrance examination Hinduism Aaj Ka Panchang Kalki हमने जब अपना हक मांगा हमने जब भी अपना हक मांगा तो हैरान
#camping Extraterrestrial life Entrance examination Hinduism Aaj Ka Panchang Kalki हमने जब अपना हक मांगा हमने जब भी अपना हक मांगा तो हैरान
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