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Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
White वो नजर अजीब थी। हाँ बहुत गरीब थी। मेरे करीब थी। #कलमसत्यकी✍️©️ ©Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी #car वो नजर अजीब थी। हाँ बहुत गरीब थी। मेरे करीब थी। #कलमसत्यकी✍️©️ #कलमसत्यकी
#car वो नजर अजीब थी। हाँ बहुत गरीब थी। मेरे करीब थी। #कलमसत्यकी✍️©️ #कलमसत्यकी #शायरी #कलमसत्यकी✍️©️
read moreKiran Chaudhary
मंज़िल सामने थी, रास्ता ज़रा मुश्किल था, हार हर कदम पर मेरे साथ थी, मगर मुझे जीत का चस्का था, कभी बेबस भी हुई, तो कभी टूटी भी, कभी खुद से लड़ी, तो कभी रूठी भी, किसी ने कभी साथ न दिया, खुद से सम्भली खुद ही को सहारा दिया भी, मैं हर रोज़ एक ही सपने के साथ सोई ओर उसी के साथ उठी भी, मैं खुद का सूरज बनी तो कभी अंधेरा भी।। ©Kiran Chaudhary मंज़िल सामने थी।।
मंज़िल सामने थी।। #मोटिवेशनल
read moreShashi Bhushan Mishra
परिधानों से लाज ढाँपती नज़रों में छुप जाती थी, लज्जा बसती थी आँखों में मन ही मन सकुचाती थी, पर्दे के पीछे का सच भी डर की जद में सिमटा था, लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी, बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, खेतों की मेड़ों पर चलती इठलाती बलखाती थी, सावन में मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, देख आईने में ख़ुद को नटखट कितनी शर्माती थी, प्रेम और विश्वास अडिग वादे थे जीने मरने के, रूप सलोना फूलों सा कितनी सुंदर कद-काठी थी, माँ बाबूजी भैया भाभी सबके मन में रची-बसी, सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी, भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन', बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ •प्र • ©Shashi Bhushan Mishra #लज्जा बसती थी आँखों में#
writer_Suraj Pandit
White तेरी फितरत थी सब से दिल लगाना । मैं खामखां ख़ुद को , खुशनसीब समझ बैठा । ©writer_Suraj Pandit #emotional_sad_shayari तेरी फितरत थी
#emotional_sad_shayari तेरी फितरत थी #SAD
read moreबदनाम
White तमनाए भी अजीब होती है. कुछ देर तुम मेरे पास थे तो शब्द नही कुछ कहने को, अब तुम जा चुके हो और बहुत सी बाते थी जो तुमसे कहनी थी ©बदनाम तुमसे कहनी थी
तुमसे कहनी थी #Poetry
read moreAnuj Ray
हर पल आती थी याद" हर पल आती थी तेरी याद, और ज़ख्मों को हरा करके चली जाती थी। दर्द से बचने का मैंने ढूंढ लिया रास्ता, बदल गई है जिंदगी जैसे पहले मुस्कुराती थी। ©Anuj Ray आती थी तेरी याद"
आती थी तेरी याद" #शायरी
read moreHimaani
अच्छा ने अच्छा जाना मुझे बुरा ने बुरा जाना मुझे जिसकी जैसी सोच थी उसने ऐसी पहचाना मुझे ©Himaani जैसे जिसकी सोच थी
जैसे जिसकी सोच थी #विचार
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