Find the Latest Status about करू शकेल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, करू शकेल.
royal_shetkari
Unsplash नका करू गवगवा कृषीप्रधान देशाचा रोज बरबाद होतोय इथे राजा मातीचा 🌱 कागदी योजनेने आता भागायचे नाही भिकेला आलाय इथे राजा मातीचा. ©royal_shetkari #snow नका करू गवगवा कृषीप्रधान देशाचा रोज बरबाद होतोय इथे राजा मातीचा 🌱 कागदी योजनेने आता भागायचे नाही भिकेला आलाय इथे राजा मातीचा.
#snow नका करू गवगवा कृषीप्रधान देशाचा रोज बरबाद होतोय इथे राजा मातीचा 🌱 कागदी योजनेने आता भागायचे नाही भिकेला आलाय इथे राजा मातीचा.
read moreनवनीत ठाकुर
कभी किस्मत से न था कोई गिला हमारा, मगर ख़्वाब जो टूटे, अब थोड़ी शिकायत तो करू। दिल में एक तलब थी, पर खामोश रहे, अब दिल में तन्हाई हो, तो कुछ कहने की चाहत तो करू। ज़िंदगी के सफर में दर्द था, पर हिम्मत थी, अब वो चुप है, अब जरा सा गम तो करू । मुहब्बत की राहों में अगर दूरियाँ रहीं, तो तुझसे दूर होकर, अब कुछ शिकवे तो करू। तेरी यादें ही सही, दिल को थामे रखी हैं, मगर कभी तू पास होता, तो शिकायत क्या करु। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर कभी किस्मत से न था कोई गिला हमारा, मगर ख़्वाब जो टूटे, अब थोड़ी शिकायत तो करू। दिल में एक तलब थी, पर खामोश रहे, अब दिल में तन
#नवनीतठाकुर कभी किस्मत से न था कोई गिला हमारा, मगर ख़्वाब जो टूटे, अब थोड़ी शिकायत तो करू। दिल में एक तलब थी, पर खामोश रहे, अब दिल में तन
read moreAbasaheb Patil
White https://chat.whatsapp.com/DtgUFCnBjEoJkwbcg90kn2 आपली कोणताही जाहिरात या ग्रुप वर शेअर करू शकता जास्तीत जास्त लोकांना या ग्रुप ला add करा जेणेकरून आपली जाहिरात संपूर्ण महाराष्ट्र राज्यात पोहोचली जावी. हा ग्रुप फक्त महाराष्ट्रातील लोकांसाठीच आहे. जास्तीत जास्त लोकांपर्यंत हा ग्रुप शेअर करा आपला व्यवसाय वाढवा.. ©Abasaheb Patil #sad_quotes https://chat.whatsapp.com/DtgUFCnBjEoJkwbcg90kn2 आपली कोणताही जाहिरात या ग्रुप वर शेअर करू शकता जास्तीत जास्त लोकांना या ग्रुप
#sad_quotes https://chat.whatsapp.com/DtgUFCnBjEoJkwbcg90kn2 आपली कोणताही जाहिरात या ग्रुप वर शेअर करू शकता जास्तीत जास्त लोकांना या ग्रुप
read moreRakesh frnds4ever
White कोई कैसे जीते जालिम जमाने से कि अपने ही लगे पड़ें हैं अपनों कि लाश गिराने में कोई कैसे जिए इन बेबस दुखी नासूर अत्याचारों से कि खूनी दरिंदे बने हुए हैं अपने ही परिवारों में """"किस्मत को मंज़ूर यही था जीती बाज़ी हार गए लड़ते रहे हम तूफानों से और वो दरया पार गए"""" ,,,,,,जब किसी की इच्छा या चाह ही नहीं है ,,, तो मैं जीतकर भी ,,,,क्या करू ,,,..!!!???!!! ©Rakesh frnds4ever #कोई #कैसे जीते #जालिम #जमाने से कि अपने ही लगे पड़ें हैं अपनों कि #लाश गिराने में कोई कैसे जिए इन बेबस दुखी #नासूर अत्याचारों से