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Anita Saini
White वासुदेव कुटुंबकम का नारा जरूर है मगर रणक्षेत्र प्रतिद्वंद्वी हमारा शत्रु है। ©Anita Saini #t20_worldcup_2024 वासुदेव कुटुंबकम का नारा जरूर है मगर रणक्षेत्र प्रतिद्वंद्वी हमारा शत्रु है।
#t20_worldcup_2024 वासुदेव कुटुंबकम का नारा जरूर है मगर रणक्षेत्र प्रतिद्वंद्वी हमारा शत्रु है। #शायरी
read moreपूर्वार्थ
White यह राह नहीं है आसान,पर हिम्मत भी कम नहीं। हार-जीत के इस संग्राम में,मेहनत है अपनी सहेली सच्ची।। भूल और गलतियों की छाया,हमसे दूर नहीं जाती है। पर अब हमने ठाना है,उन्हें अब और मौका न देंगे।। हर गलती से सीखना है,हर चूक को सुधारना है। नया सफर अब शुरू करेंगे,नए विश्वास के साथ चलेंगे।। मन में दृढ़ संकल्प है,हमको जीतना है हर हाल में। छोटे-छोटे कदम उठाएंगे,मंजिल तक पहुंच जाएंगे।। शिक्षा की यह राह कठिन है,पर हौसला हमारा ऊँचा है। हर दिन नई रौशनी लाएगा,हर रात नई उम्मीद जगाएगा।। मेहनत को अपना साथी मानें,कठिनाई को चुनौती समझें। हर मुश्किल में मुस्कुराएंगे,हर दर्द को जीत जाएंगे।। सपने देखे हैं जो हमने,उन्हें पूरा करना है अभी। माना हारे हैं इस बार,पर हिम्मत नहीं हारी अभी।। फिर से शुरू करेंगे सफर,फिर से मेहनत में जुटेंगे। खुद पर विश्वास है हमें,जीत को अपने कदमों में लाएंगे।। नहीं रोक पाएगा अब कोई,हमारी उड़ान को। सपनों की इस दुनियाँ में,हम अपना नाम लिखाएंगे।। फिर से नई शुरुआत करेंगे,विश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे। MPPSC के इस सपने को,हर हाल में पूरा करेंगे।। मन में आशा की किरण है,दिल में हौसला जगा है। मेहनत की इस लौ से,जीत की राह बनाई है।। जीतना है और जीतेंगे जरूर,यह वादा खुद से किया है। हर मुश्किल को पार करेंगे,हर सपने को साकार करेंगे।। नई सुबह का इंतजार नहीं,हम ही हैं अपनी तकदीर के रचयिता। आज से ही हम चल पड़े हैं,MPPSC के सपने को साकार करने।। इस विश्वास के साथ आगे बढ़ें,कि मंजिल दूर नहीं है अब। हौसले की इस ताकत से,हम जीत को अपने पास लाएंगे।। हर कदम पर रखेंगे ध्यान,भूल-चूक से बचेंगे। मेहनत और लगन के साथ,अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे।। जीतना है और जीतेंगे जरूर,यह विश्वास हमारे दिल में है। MPPSC का सपना पूरा करेंगे,मेहनत के हर कतरे से।। तो चलो फिर से उठें,चलो फिर से जुटें। MPPSC के इस सफर में,हर मंजिल को जीतें।। अपने सपनों को साकार करें,अपने हौसलों को ऊँचा रखें। जीतना है और जीतेंगे जरूर,यह विश्वास हमारे संग रहे।। ©पूर्वार्थ #जीतूंगा जरूर
sanjaysaha Saha
White गर्मी से राहत दिलाता है सावन का महिना साथ मे आ जाएं रमजान का महिना वाह भाई वाह तेरा क्या कहना दिला देना मुझे सोने का गहना। ©sanjaysaha Saha #cg_forest सावन का महीना
#cg_forest सावन का महीना #शायरी
read moreSunil Kumar Sharma
White कृपया वोट जरूर करे, वोट से हमारा लोकतंत्र मजबूत अटूट होता है, जय हिंद जय भारत, जय संविधान, जय लोकतंत्र। ©Sunil Kumar Sharma #election_2024 #NojotoHindistory #वोट #जरूर.......
#election_2024 Hindistory #वोट #जरूर....... #wishes #nojotohindistory
read moreSeema Rai
Black ये मई का महीना हैं साहब यहाँ लू में जलना भी होगा और बारिश का इंतजार करना भी होगा ठीक उसी तरह ये जिंदगी है साहब यहाँ जीना भी पड़ेगा और रोज घुट - घुट कर मरना भी पड़ेगा ©Seema Rai #मई का महीना
Mohit Gupta
Black यह थो सच है मेरे लिए अप्रैल का महीना बहुत बुरा है क्योंकि आज तीन साल हो गए आज के दिन ही उस श्क्स से आखरी बार बात हुई उस दिन उससे सारे रिश्ते खत्म हो चुके ते जिसको मैं अपना सब कुछ मान चुका था बंदर कहके बोलती मुझे हालाकि इतने वक्त साथ नहीं ते पर जितने दिन ते बहुत अच्छे से गुजरे ते ,आज जब उस गली को देखा जिसमें मैं उससे मिला था , पता नही क्यों वो पुराने दिन सामने आगया,अब थो उससे देखे हुऐ भी काफी टाइम हो गए (🥰टू बंदरी 🥰) और इस अप्रैल के महीने मे एक खास दोस्त से जो मेरी हिम्मत थी उससे दोस्ती का रिश्ता कुछ इस तरह टूटा जो अब कभी दुबारा नही बन सकता , पर अब कोई बात नही जिसमे उसकी खुशी उसमे मेरी,मुझे कहती थी मैं दुनिया की सबसे अमीर लड़की हूं की मेरे पास तुझ जैसा दोस्त है , इतना कहना चाहता हु कभी उस मोड़ पर मत जना जिस जगह तुझको दर्द और मम्मी पापा को दुख हो।। अब सब कुछ मैने उस महाकल पर छोड़ दिया है जैसी उसकी मर्जी मुझे मंजूर है ।।। ©Mohit Gupta अप्रेल का महीना सबसे बुरा है ।
अप्रेल का महीना सबसे बुरा है । #SAD
read moreRicha Dhar
घटा सावन की जिस रोज़ बरसती थी वो क्षण आज भी अविस्मरणीय है काले बादलों के बीच बारिश की बूंदों के साथ खाली सड़क पर तुम्हारा यूं घूमना और बेवजह अनगिनत बूंदों को हथेलियों पर गिनना और कनखियों से मुझे भी देखना मैं समझ लेती थी तुम्हारी मनोभावना को और मुस्कुरा कर तुम्हारा पागलपन देखती थी सब कुछ याद है मुझे याद है तुम्हारा खिड़की के बाहर हाथ निकाल के अपनी हथेलियों को गीला कर लेना और याद हो तुम,भीगी सड़कों पर चलके मेरे सूखे मन पर अपने पैरों के निशान को छोड़ना और मेरे मन को भिगो देना..... ©Richa Dhar #loyalty सावन की घटा
लेखक ओझा
सावन भादों घिर आते है जब अपने भी जेठ आसाढ बन जाते हैं।। ©लेखक ओझा #Dhund सावन भादो
#Dhund सावन भादो
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