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@rahul (prince)
"जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं, क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं, तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ, गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं" कौन कौन है!
Jassi Jass
लोग कहते है आईना कभी झूठ नहीं बोलता और परछाई कभी साथ नही छोड़ती लेकिन हम कहते है नुमाइश मे आईने भी झूठ बोलते है और अँधेरे में परछाई भी साथ छोड़ जाती है ..जस्सी... कौन कौन सहमत है
Anuj Ray
कौन हंसता है कोई रोता प्यार का गुनाह कभी सोचकर नहीं होता, सजा ए इश्क में किसी की रिहाई नहीं होती, और किसी का दाव कारगर नहीं होता.. यह बात देखने की है हंसी गुनाह करके कौन हंसता है कौन रोता कौन हंसता है कौन रोता
prachi dixit
#Pehlealfaaz कह देते थे दिल की हर एक बात। पर अब लिख कर status पर ,समझाने पड़ते हैं दिल के जज्बात। # कौन कौन सहमत है।😔
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे ऐसे नक्सली लोगों से कौन बात करे आदेश दो नक्सलियों को उड़ाने का, कौन बुझदिल शहीदों के लिये न मरे? उठाओ कलम,दिखाओ नव कदम, नक्सलियो पे चढ़ाई का दिखाओ दम कर दो पाक जैसी सर्जिकल स्ट्राइक, नक्सलियों को पूरा ही कर दो खत्म हिंद में कौन है?,जो देशभक्ति कम करे हिंद में कौन है?,जो इन्हें ख़ुदा न गिने जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे सैनिक-मां का गम सूली से कम नही कौन मां है?,जो बदलें के लिये न कहे एकबार बस एकबार हिंद आर्मी को, मोदीजी नक्सली कीड़े मारने की कहे कौन हिंदवासी है?,नक्सलियों से डरे बस एक आवाज फिर,पूरा ही देश लड़े जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे नक्सलियों पे अब कोई रहम न करे, विषैली जड़ को जड़ से ही खत्म करे दो इनको ऐसी सजा इतिहास में फिर, कोई नक्सली होने की हिम्मत न करे जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे दिल से विजय कौन है
Geeta Sharma pranay
कौन हैं वो जो मुझे मेरे ही अक्स से परिचय करवाता जा रहा हैं ,,, दिन-रात मेंरे मन:स्थल में आहिस्ता -आहिस्ता परिवर्तन की बेल को सिंच रहा हैं,, मानों, नदीयों की कल-कल ध्वनि को प्रेम का गीत बनाते जा रहा हैं,, कौन हैं वो जो मुझे मेरे ही अक्स से परिचय करवाता जा रहा हैं,, मंदिर के पवित्र शंख से मेरे नयें जीवन का शंखनाद कर रहा हैं,, मुझमें ही समाँ कर मुझे ही जीवन का रहस्य ज्ञात करवाता जा रहा हैं,,, विशाल समुंदर की गहराई -सी जीवन के आरंभ से अंत का आभास करवाता जा रहा हैं ,,, प्रेम और मोह के मध्य स्थित मेरे ह्रदय को अपने मे ही समाहित करता जा रहा हैं,,,,, और मुझे ही अपने मन की कुटिया में ले जाकर भवसागर के पार करवाता जा रहा हैं,, गीता शर्मा "प्रणय" कौन है#