Find the Latest Status about पिंजरे के पंछी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पिंजरे के पंछी.
Harpinder Kaur
White अक्सर कह दिया जाता है और समझ भी लिया जाता है कि किसी एक का, दूसरे से अलग हो जाने से कभी कोई नहीं मरता क्या सच में कोई नहीं मरता? फिर अचानक से मन में एक प्रश्न कौंधता है क्या जिस्म का मरना ही, मरना है? फिर एक और ख्याल आता है कि किसी के जुदा होने से, उसके लिए बुने ख्वाब मिटने से, मन- मस्तिष्क में बनी वो चेहरे की आकृतियाँ, वो लंबी लंबी बातें, मुस्कुराहट, सुकून, वो प्यार, वो रिश्ता...... और बहुत कुछ क्या वो सब जिंदा रहता है! किसी के जाने के बाद (part -1) ©Harpinder Kaur # किसी के जाने के बाद.......
Manju kushwaha
White वो पंछी जो गये थे दूर कमाने के लिए , जब शाम ढली जीवन की, हुए मजबूर उसी घरौंदे में वापस आने के लिए ll ©Manju kushwaha # पंछी
DILEEP RAJ AHIRWAR
We have been free birds since the beginning, if only we had not become slaves of their memories. आजाद पंछी तो शुरू से ही है काश उनकी यादों के गुलाम न हुए होते ©DILEEP RAJ AHIRWAR #boatclub आजाद पंछी तो शुरू से ही है काश उनकी यादों के गुलाम न हुए होते
Anand Ji Mayura Ji
Village Life केसर की क्यारी में फूलो की मुस्कान हो । रण-भूमि में दिखता जौहर की आन हो। तुम ही हो दुर्गा -श्री - शारदा, ज्ञान शील ममता की पहचान हो । दामन को अपने दाग से बचाईये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
Rajesh Patel
कर्म किए जाओ, फल की चिंता मत करो। आत्मा अमर है, इसलिए मरने की चिंता मत करो। इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है। ©Rajesh Patel श्रीकृष्ण के उपदेश #श्रीकृष्ण के उपदेश
Himaani
🌱पंछी की दास्ता 🌱 डाल डाल पर फिरता हूं फिर भी कोई ना ठिकाना है जिस डाल पर बेसरा करता हूं उसी डाल को इंसान काटता है मैं पंछी लाचार हूं कर भी कुछ ना सकता हूं भाग्य में जो लिखा है मेरे बस उसको ही में भोक्ता हूं ©Himaani #oddone मैं पंछी लाचार हूं
Anand Ji Mayura Ji
अकाल मौत वो मरे जो काम करे चांडाल का।काल उसका क्या बिगाङे जो भक्त हो महाकाल का । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
Sameer Sameer
निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदा अब इस परिंदे के दिल से पिंजरा निकालना है ©Sameer Sameer #oddone निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिं