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ANKIT SAINI

समझदारों के लिए। ये लाइने

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' तेल से मिट्टी के क्या बेकार गाड़ी हो गई, 
हमको भी आड़ा कर दिया और ख़ुद भी आड़ी हो गई 
लड़की पैदा होने पे नाराज़ वो बीवी से थे, 
भैंस से वो ख़ुश हुए जब उसके पडिया हो गई।' समझदारों के लिए। ये लाइने

anil.gangwar.1994000

गीत के गीत

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हेयर स्टाइल by mv

#झेंझी के गीत# #मीम

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CK JOHNY

आज़ादी के गीत

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बहुत हो चुका बर्बादी का रोना
आज गीत आज़ादी के गायेंगे। 
बेरंग हो चुकी इस ज़िंदगी में 
आज हम तिरंगा इक रंग जायेंगे। 
कुर्बानी का रंग कुछ रंग अमन का
हरा भरा रंग भर देंगे अपने चमन का। 
हर तरफ खुशियों के फूल खिल जायेंगे। 

बहुत हो चुका बर्बादी का रोना
आज गीत आज़ादी के गायेंगे। 

गरीबों कुचलों के आँसू पोंचे
हाथ थाम उनका कुछ सोचें। 
हर हाथ को काम दें 
पैरों पर उन्हें खड़ा करें। 
अपने हिंदुस्तानी होने का हक अदा करें। 
देखो कैसे फिर सबके दिल मिल जायेंगे। 

बहुत हो चुका बर्बादी का रोना
आज गीत आज़ादी के गायेंगे। 

बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 
15.08.2020
 आज़ादी के गीत

Harish

अतीत के गीत

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मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं।
कभी टूटी आसों में, धुंधलाती विश्वासों में,
नवजीवन की अहसास जगाऊं।
मन होता है आज, एक गीत गुनगुनाऊं।
कुछ रिश्तों की गांठों को, दिल में आयी बांटो को
फ़िर से एक बार सुलझाऊं,
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं।
कुछ अधूरी लकीरों को, द्वार पर खड़े फकीरों को,
 उनके मंज़िल तक पहुचाऊं।
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं।
उन हाथों की छुअन को, ममता की तपन को,
फ़िर एक बार अपने पास लाऊं।
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं।
अतीत में दबे गहरे, व्यतीत हुए बहुत ही सुनहरे,
उन खूबसूरत पन्नों को फ़िर आज वापस पाऊं।
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत के गीत

Aditya Gupta

आदित्य के गीत

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Aditya Gupta

आदित्य के गीत

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Vivek

#मन के गीत #कविता

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Rajni Bala Singh (muskuharat)

#प्यार के गीत #शायरी

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कुछ कहते क्यों नहीं
पास बैठे हो मुस्कुराते क्यों नहीं
रूसवाईयों में ज़िन्दगी गुजर गई
जो वख़्त बचा है
उसमें प्यार के गीत 
गुनगुनाते क्यों नहीं

©Rajni Bala Singh (muskuharat) #प्यार के गीत

सुभाष चन्द "लहरी"

प्रीत के गीत #कविता

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