चाहे कितनी भी साहित्य के नियमों मे
रचना लिख दी जाए किन्तु यदि वह निष्पक्ष या सकारात्मक नहीं है तो वह विष ही होगी ।
ठीक उसी प्रकार कि
चाहे #myvoice#arzhai#PoetryTutorial
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Arsh
मेरे प्यारे दोस्तों
अमूमन हमसभी की ये कॉमन आदत होती है कि हम किसी रचना को बिना पढ़े, बिना सुने लाइक्स/कमेंट करके, आगे दूसरे किसी पोस्ट पर बढ़ #TalkOnline