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soniya up se
दोस्ती हर चेहरे की मीठी मुस्कान होती है दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है रूठ भी गए हम तो दिल पर मत लेना क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है शायरी मधु और रमेश चाचा के लिए है🖐️🚃😞 ©Rajkumari up se मेरे प्यारे दोस्त जरूर पढ़ाना 😞😞🚃🚃🚊
PrAshant Kumar
कम पढ़ाना,सब्जी कटवाना, आटा गूंथवाना, चूल्हा जलवाना, घर में बिठाना, चुप रहना सिखाना । हम सभी का भरपूर योगदान है एक लड़की को औरत बनाने में । कम पढ़ाना सब्जी कटवाना आटा गूंथवाना चूल्हा जलवाना घर में बिठाना चुप रहना सिखाना । हम सभी का भरपूर योगदान है एक लड़की को औरत बनाने में ।
Jiyalal Meena ( Official )
writervinayazad
✍️✍️ देखो मैंने, गणित पढ़ाना छोड़ दिया ! कलम के रूख को, इश्क के दरिया मोड़ दिया !! मेरा दिल, पत्थर होने से बच निकला ! उस खाई से, मैंने नाता तोड़ दिया !! ©writervinayazad ✍️✍️ देखो मैंने, गणित पढ़ाना छोड़ दिया ! कलम के रूख को, इश्क के दरिया मोड़ दिया !! मेरा दिल, पत्थर होने से बच निकला ! उस खाई से,
Ashutosh Mishra
गांधी जी के सपनों को मिलकर साकार बनना है सत्य अहिंसा के पथ पर चल कर एकता का पाठ पढ़ाना है। आप सभी को गांधी जयंती के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं अल्फ़ाज़ मेरे ©Ashutosh Mishra #gandhijayanti गांधी जी के सपनों को साकार बनना है सत्य अहिंसा के पथ पर चल कर, एकता का पाठ पढ़ाना है। आप सभी को गांधी जयंती के अवसर पर हार्
Bharat Bhushan pathak
विषय पकड़ हो जिसकी बढ़ियाँ,खेल-खेल में सिखा जाए। ना डाँट और मार लगाए,जो सबके मन को भाए।। जिसे पढ़ाना भार न लगता,मन से जो यह काम करे। बच्चे जिससे मन से पढ़ते,नहीं कोई भी कभी डरे।। भारत भूषण पाठक'देवांश'🙏🌹🙏 ©Bharat Bhushan pathak विषय पकड़ हो जिसकी बढ़ियाँ,खेल-खेल में सिखा जाए। ना डाँट और मार लगाए,जो सबके मन को भाए।। जिसे पढ़ाना भार न लगता,मन से जो यह काम करे। बच्चे ज
Keshav Kamal
घर के जिम्मेदारियों के बोझ तले दब गया वो बचपन... जो स्कूलों में पढ़ना पढ़ाना चाहता था... और आज अपनें माँ को खुश रखने के लिए दिन रात पसीना बहाता हैं... जो लड़का अपने माँ और मातृभूमि के लिए कुछ बनकर दिखाना चाहता था... ©Keshav Kamal.... ✍ #Forced_boy घर के जिम्मेदारियों के बोझ तले दब गया वो बचपन... जो स्कूलों में पढ़ना पढ़ाना चाहता था... और आज अपनें माँ को खुश रखने के लिए दि
Dr Jayanti Pandey
पलट कर आने का हुनर. मैंने मौसमों से सीखा है जानता हूं,हमेशा खिजां के बाद ही बहार आती है, मेरे गिरने पर जश्न मनाने वालों, तुम भी जानते हो लोग गिरने से नहीं,गिरकर न उठने से हार जाते हैं। भारत के बढ़ते कद से परेशान चीन और चीन के पे रोल पर काम करने वाले नेता, अभिनेता पत्रकार, सब मिलकर देश विरोधी एजेंडा चलाने वाले लोगों को हवा द
meri__diary_se
read caption.. वो भगवान तो नहीं, मगर उन्हें, अंधेरे में उंजला, बेजान में जान, गम में खुशियां, भरना बखूबी आता है। वो शिक्षक तो नहीं,