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Shivkumar

#love_shayari #loveshayari #shayri #dilkibaatshayri143 #दिलकीबातशायरी143 #प्रेम का प्रारंभ आकर्षण हो सकता है पर #आकर्षण को प्रे #छल #कपट

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Prerna Singh

#Romantic उसी शहर में हम आ गए हम जिस के वजह से एक दुसरे के तालुकात बिगाड़े । भटक रही हूं जंगल जंगल यही मेरी अब नियति हैं मैंने लक्ष्य क #कविता

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White उसी शहर में हम आ गए हम
               जिस के वजह से एक दुसरे के
                            ‌ तालुकात बिगाड़े  ।

©Prerna Singh #Romantic उसी शहर में हम आ गए हम
 जिस के वजह से एक दुसरे के
 तालुकात बिगाड़े  ।
भटक रही हूं जंगल जंगल
 यही मेरी अब  नियति हैं
मैंने लक्ष्य क

Dk Patil

*॥ धर्मवीर बलिदान मास ॥* *श्लोक क्रमांक. १६* ************************** *#श्रीसंभाजीसुर्यहृदय* ⛳ खड्गाहूनी हि करण्या मन धारदार । भाल #पौराणिककथा #धर्मवीर_बलिदान_मास #गुरुवर्य_श्रीसंभाजीराव_भिडे_गुरुजी

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अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/C3hlsZJSQv3/?igsh=MXI4a3l0eWwybTJvaw== हिंदी लोग समाज छल कपट नफ़र

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कुण्डलिया :- नम आँखों से बेटियाँ , करती बस ये चाह । मातु-पिता की अब यहाँ , कौन करे परवाह ।। कौन करे परवाह , हमारी डोली उठते । ले जाती मैं स #कविता

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कुण्डलिया :-

नम आँखों से बेटियाँ , करती बस ये चाह ।
मातु-पिता की अब यहाँ , कौन करे परवाह ।।
कौन करे परवाह , हमारी डोली उठते ।
ले जाती मैं साथ , साथ जो मेरे चलते ।।
अब क्या मेरे हाथ , मुझे ले जाते हमदम ।
देख पिता को आज , हुई मेरी आँखें नम ।।

देने को तैयार हूँ , सभी *परीक्षा* आज ।
जैसे चाहो साँवरे , रोकों मेरे काज ।।
रोको मेरे काज , शरण तेरी मैं पकडूँ ।
यही हृदय की चाह ,  प्रीति में तेरी अकडूँ ।।
आओगे तुम पास , भेद फिर मेरे लेने ।
रहूँ सदा तैयार , परीक्षा जो हैं देने ।।

उतनी तुमने साँस दी , इतनी है अब शेष ।
और नहीं कुछ आस है , फिर क्यों भदलूँ भेष ।।
फिर क्यों बदलू भेष , *परीक्षा* देने आया ।
बनकर बैठा शिष्य , हृदय क्यों है घबराया ।।
पाया हूँ जो ज्ञान , कहूँ कम कैसे इतनी ।
कपट न पाया सीख , रही बस देखो उतनी ।।

०१/०३/२०२४      -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :-

नम आँखों से बेटियाँ , करती बस ये चाह ।
मातु-पिता की अब यहाँ , कौन करे परवाह ।।
कौन करे परवाह , हमारी डोली उठते ।
ले जाती मैं स

Vickram

#happypromiseday क्यों कि प्रेम कोई जंग नहीं जिसे आप छल कपट से हांसिल कर सको,, जो आपके साथ रहना ही नहीं चाहता उसका आपकी ज़िंदगी में होना न ह #शायरी

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