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TARUN KUMAR VIMAL
White भगवान नाम की कोई व्यवस्था इस संसार मे नहीं है. नहीं तो छल-कपट और बेईमानो को कब का मार देती. ©TARUN KUMAR VIMAL #GoodMorning #भगवान नाम की कोई #व्यवस्था इस #संसार मे नहीं है. नहीं तो छल-कपट और बेईमाननो को कब का मार देती #tarun_kumar_vimal #tarunkumarvi
#GoodMorning #भगवान नाम की कोई #व्यवस्था इस #संसार मे नहीं है. नहीं तो छल-कपट और बेईमाननो को कब का मार देती #tarun_kumar_vimal tarunkumarvi
read moreAnjali Singhal
"देश को आज़ाद कराने का था सबका अपना अपना प्रयत्न, भड़की चिंगारियाँ दी गईं कुर्बानियाँ लाने देश में लोकतंत्र। अब न हो कोई छल-कपट, न रचा जाए कोई षड्यंत्र, इसलिए 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया हमारा गणतंत्र।।" ©Anjali Singhal #IndianRepublic Happy Republic Day 🇮🇳 #republicday #26january #गणतंत्रदिवस #india #bharat "देश को आज़ाद कराने का था सबका अपना अपना प्रय
#IndianRepublic Happy Republic Day 🇮🇳 #RepublicDay #26January #गणतंत्रदिवस #India #bharat "देश को आज़ाद कराने का था सबका अपना अपना प्रय
read moreVikas Sahni
White _____बारह_बजे_की_बेचैनी_____ हो चुके हैं बारह बजकर बाईस मिनट फिर भी नहीं आयी नींद की आहट कि आखिर कब उसे न्याय मिलेगा- यही सोच कर दिल में है अकुलाहट। निराकार होकर भी आनंद जल रहा, हल्का हौसला देती है जिसकी लपट म्हारी महफ़िल लूटेरों से भर गयी है तुम आओ, कष्ट मिटाओ मेरे नटखट! कविता जो दिया है,मुझे मालूम है यह तुम इक और उपहार दो, वह संसार दो, जिसमें लालच न हो, न ही कोई कपट। मेरे माधव मुझको तुम जल्दी जिता दो तुड़वा-तुड़वाकर प्रत्येक घोटाले का घट। यही सोचते-सोचते अब बज चुके हैं एक शुरू हुई बारह-बाईस पे कविता की टेक।। ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #बारह_बजे_की_बेचैनी हो चुके हैं बारह बजकर बाईस मिनट फिर भी नहीं आयी नींद की आहट कि आखिर कब उसे न्याय मिलेगा- यही सोच कर दिल में है अकुलाहट।
#बारह_बजे_की_बेचैनी हो चुके हैं बारह बजकर बाईस मिनट फिर भी नहीं आयी नींद की आहट कि आखिर कब उसे न्याय मिलेगा- यही सोच कर दिल में है अकुलाहट।
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} 🔱🚩🎪 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय :- नहिं कलि करम न भगति बिबेकू। राम नाम अवलंबन एकू॥ कालनेमि कलि कपट निधानू। नाम सुमति समरथ हनुमानू॥(४) भावार्थ:- कलियुग में न तो कर्म है, न भक्ति है और न ज्ञान ही है, केवल "राम" नाम ही एकमात्र आधार है। जिस प्रकार कपटी कालनेमि को मारने में श्रीहनुमान जी समर्थ हैं, उसी प्रकार बुद्धिमान मनुष्य कलियुग में कालनेमि रूपी कपट को "राम" नाम से मारकर कपट-रहित हो जाते हैं. ©N S Yadav GoldMine #sad_qoute {Bolo Ji Radhey Radhey} 🔱🚩🎪 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय :- नहिं कलि करम न भगति बिबेकू। राम नाम अवलंबन एकू॥ कालनेमि कलि कपट निधानू।
#sad_qoute {Bolo Ji Radhey Radhey} 🔱🚩🎪 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय :- नहिं कलि करम न भगति बिबेकू। राम नाम अवलंबन एकू॥ कालनेमि कलि कपट निधानू।
read moreSumitGaurav2005
जिन्हें देखते ही यह कहने का मन करता है इन्हें रब ने क्यों बनाया?? इतना कपट इनके मन में भरा होता है कि ऐसे लोगों से मिलकर बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है! वहीं दूसरी ओर कुछ तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें देख कर ही मन प्रफुल्लित हो जाता है, बहुत शांति मिलती है। उनसे मिलने का मन बार-बार करता है। ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎 ©SumitGaurav2005 जिन्हें देखते ही यह कहने का मन करता है इन्हें रब ने क्यों बनाया?? इतना कपट इनके मन में भरा होता है कि ऐसे लोगों से मिलकर बिल्कुल भी अच्छा नह
जिन्हें देखते ही यह कहने का मन करता है इन्हें रब ने क्यों बनाया?? इतना कपट इनके मन में भरा होता है कि ऐसे लोगों से मिलकर बिल्कुल भी अच्छा नह
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