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Poet Kuldeep Singh Ruhela
White #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे भारत में हो नाम देश का ऐसा काम करे मिलके हम सबको ये प्रण करना होगा जन जन तक हिंदी पहुंचे ऐसा काम करे ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #hindi_diwas #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे
#hindi_diwas #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे #विचार
read morePoet Kuldeep Singh Ruhela
White #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे भारत में हो नाम देश का ऐसा काम करे मिलके हम सबको ये प्रण करना होगा जन जन तक हिंदी पहुंचे ऐसा काम करे ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #hindi_diwas #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे
#hindi_diwas #तेरे सपनो की मेरे सपनो की सबकी पहचान है हिंदी वर्तमान से लेकर देश के भविष्य की जान है हिंदी चलो मिलके हिंदी का गुणगान करे #मोटिवेशनल
read moreBhupendra Rawat
White हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों के जोड़े बनाए हिंदी भाषा सीखी हमने तो हिंदुस्तानी कहलाए तू भी हिंदी, मैं भी हिंदी हिंदी हमारी जान है बिन भाषा हम सब अनजान है गर्व से कहो, हिंदी हमारी आन बान शान है ©Bhupendra Rawat #hindi_diwas हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों
#hindi_diwas हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों #Poetry
read morePrerna Singh
White जहाँ सुमति तहाँ सम्पति नाना। जहाँ कुमति तहाँ बिपति निदाना।। ©Prerna Singh #Shiva जहाँ सुमति तहाँ सम्पति नाना। जहाँ कुमति तहाँ बिपति निदाना।। अर्थात जहाँ सद्बुद्धि एवं सदाचार मौजूद है, उस परिवार की उन्नति निश्चित ह
Rajkumar Siwachiya
White तेरी मटकी म्हा तै चोरूं माखन म लाकय मोका आथन का कति एक निशाना चुकूं ना म छलिया बालक फन का ना डर भय लोभ किसी का ना पापी सूं मय मन का कति एक निशाना चुकूं ना ज एक बार होया मन खन का मय काल नय उंगली नचादूं ज एक बार मन मेरा ठन का म दिला के म्हा करूं वास म भगवन भी सूं जनजन का ✨🎂✨🎉🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ ©Rajkumar Siwachiya सूं म भगवन भी जन जन का ✨🎂✨🎉🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ #Krishna #rajkumarsiwachiya #oyedesi #haryanvi #haryana #loharu #bhiwani #Jhumpa_
सूं म भगवन भी जन जन का ✨🎂✨🎉🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ #Krishna #rajkumarsiwachiya #oyedesi #Haryanvi #Haryana #Loharu #bhiwani Jhumpa_ #Poetry #JhumpaKalan #Jhumpa_Kalan
read moreamnewsnational
जामों, अमेठी जामों ब्लाक मुख्यालय पर स्थित शंकर बूढ़े बाबा का प्राचीन मंदिर है। प्राचीन शंकर बूढ़े बाबा मंदिर जन सेवा ट्रस्ट जामों में अपनी #विचार
read moreAnkur
बांके-बिहारी मंदिर, वृंदावन का जन-सैलाब #vrindavan #bankebihari #JAI_SHREE_KRISHNA #nojolove भक्ति सागर
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- आजादी का दिवस मनाऊँ ,भूखा अपना लाल सुलाऊँ । कर्ज बैंक का सर के ऊपर, खून बेचकर उसे चुकाऊँ ।। आजादी का दिवस मनाऊँ.... सरकारें करती मनमानी , पीने का भी छीने पानी । कैसे जीते हैं हम निर्धन , कैसे तुमको व्यथा सुनाऊँ ।। आजादी का दिवस मनाऊँ... मैं ही एक नहीं हूँ निर्धन , आटा दाल न होता ईर्धन । जन-जन का मैं हाल सुनाऊँ , आओ चल कर तुम्हें दिखाऊँ ।। आजादी का दिवस मनाऊँ... शिक्षा भी व्यापार हुई है , महँगी सब्जी दाल हुई है आमद हो गई है आज चव्न्नी, कैसे घर का खर्च चलाऊँ । आजादी का दिवस मनाऊँ... सभी स्वस्थ सेवाएं महँगी , जीवन की घटनाएं महँगी । आती मौत न जीवन को, फंदा अपने गले लगाऊँ ।। आजादी का दिवस मनाऊँ... ज्यादा हुआ दूध उत्पादन, बिन पशु के आ जाता आँगन । किसको दर्पण आज दिखाऊँ दिल कहता शामिल हो जाऊँ ।। आजादी का दिवस मनाऊँ..... आजादी का दिवस मनाऊँ ,भूखा अपना लाल सुलाऊँ । महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- आजादी का दिवस मनाऊँ , भूखा अपना लाल सुलाऊँ । कर्ज बैंक का सर के ऊपर,
गीत :- आजादी का दिवस मनाऊँ , भूखा अपना लाल सुलाऊँ । कर्ज बैंक का सर के ऊपर, #कविता
read moreNitu Singh जज़्बातदिलके
अनकही बातें तब ही मुखर हो जाती हैं जब नेत्रों की भंगिमा प्रखर हो जाती है प्रेम में प्रेमी - जन निःशब्द हो जाते है प्यार जता न सकें और सहर
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