Nojoto: Largest Storytelling Platform

New bewakoof quotes Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about bewakoof quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, bewakoof quotes.

Hari Charan

Quotes wlife quotes wloves quotes

read more

Ashok

love_shayari Quotes quotes life quotes

read more
White Truth in the dark is better than Truth is in the Light

©Ashok #love_shayari #Quotes quotes life quotes

Hari Charan

wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes a love wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes loves wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes

read more

Anjali Srivastava

#Secret loves quotes life quotes quotes love quotes

read more
Please keep your secrets with yourself,
here people are looking for the opportunity to use your secrets against
you....

©Anjali Srivastava #Secret loves quotes life quotes quotes love quotes

Naveen 456

#GreenLeaves love quotes life quotes quotes loves quotes

read more
green-leaves success takes time

©Naveen 456 #GreenLeaves  love quotes life quotes quotes loves quotes

STAR ARTIS STUDIO

kuchh fasle SwaTripathi मनीष शर्मा Eshamahi its_nastik_manoj_137 bewakoof

read more
Unsplash कुछ फासले अधूरे रह गए, कुछ नगमे अधूरे रह गए!!प्यार की उमीद थी जिनसे,वो इंसान ही हमसे दूर रह गए!!
Shayar Bedi

©STAR ARTIS STUDIO kuchh fasle SwaTripathi   मनीष शर्मा  Eshamahi  its_nastik_manoj_137  bewakoof

samandar Speaks

#love_shayari Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा bewakoof

read more
White अब क्या बताऊं ये क्या हैं
इक सपना है हिंदी में, या उर्दू में ख्वाब है,
चाँद का आइना, सूरज का नक़ाब है।
बारिशों की छन-छन, जैसे सितारों की सरगोशी,
हवा की सरसराहट, मानो ज़ुबां पर कोई नज़्म रुकी हो।
लहरों की हलचल, जैसे धड़कता हो समंदर का दिल,
भँवरों की गुनगुनाहट, जैसे मौन की गहराई में छुपा एक गीत।
अब क्या बताऊं ये क्या है,
ये सुबह का आँचल, जिसमें रौशनी का जादू सिमटा है,
ये शाम का सन्नाटा, जैसे थककर कायनात खुद को सुला रही हो।
जंगलों की फुसफुसाहट, जैसे पेड़ आपस में राज़ बांट रहे हों,
पहाड़ों की बुलंदी, जैसे किसी दुआ की सदा आसमान को छू गई हो।
अब क्या बताऊं ये क्या है,
ये बूँदें, जो धरती की प्यास बुझाकर मुस्कुराती हैं,
ये मिट्टी की ख़ुशबू, जैसे कुदरत का इश्क़ ज़मीन से लिपट गया हो।
ये फूलों का खिलना, जैसे हर सुबह एक नया अफ़साना लिखती हो,
ये तितलियों का नृत्य, जैसे रूहानी ख़्वाबों का रंगीन कारवां।
अब क्या बताऊं ये क्या है,
ये बादलों का आग़ोश,जैसे किसी मां ने अपने बच्चे को छुपा लिया हो,
ये झील का सुकून, जैसे किसी सूफी का दिल।
कुदरत का हर रंग, हर सुर, हर अंदाज़,
जैसे खुदा ने अपने दिल के सबसे गहरे कोने में
हमारे लिए एक नज़्म लिख छोड़ी हो।
अब क्या बताऊं ये क्या हैं 
राजीव@samandar speaks

©samandar Speaks #love_shayari  Satyaprem Upadhyay  Radhey Ray  Mukesh Poonia  मनीष शर्मा  bewakoof

samandar Speaks

#camping Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा Anant bewakoof

read more
Unsplash नीली आँखों का जादू और पलकों का पहरा
गुलाबी ये आलम और दिल ठहरा ठहरा

तब्बसुम मोतियों सा लबों पे है छाया
और सुर्खी ए महरो है पसरा पसरा

काले बादलों का घेरा ,और बारिश की बुँदे,
चाँद हो जैसे की ,नहाया नहाया

इस्लाम सी है ,लाम लट गेसुओं की
अदा पे खुदा का ,है नूर, पसरा पसरा

सांसो की ताज़गी में, कुदरत, की ख़ुशबू,
एक जाम हर अदा जैसे हो छलका छलका
Rajeev

©samandar Speaks #camping  Radhey Ray  Mukesh Poonia  मनीष शर्मा  Anant  bewakoof

samandar Speaks

#sad_dp Mukesh Poonia Radhey Ray मनीष शर्मा Sandeep L Guru bewakoof

read more
White मेरी माँ 

मेरी यादों के चिलमन में आज भी मेरी माँ है,
मुझमें ज़िंदा हर पहलू में शामिल मेरी माँ है।

रातभर चाँद से गुफ़्तगू करती रोज़, ये मेरी आंखें 
अब भी रोशन मेरी आंखों में रहती, मेरी माँ है।

ढूँढ़ता हूँ उसे मै फ़ज़ा के रास्तों पर 
हर नई सुबह का पहली तारीख, मेरी माँ है।

मेरे कतरे कतरे देते झलकी उसके इल्म की,
मेरी घर के हर कोने में दिखती, मेरी माँ है।

छोड़ ग़ई है दूर मुझे गुमनाम सी मंजिल पर 
पर आज भी उसकी आहट कहती,मेरी माँ है।
राजीव ।

©samandar Speaks #sad_dp  Mukesh Poonia  Radhey Ray  मनीष शर्मा  Sandeep L Guru  bewakoof

samandar Speaks

#camping Satyaprem Upadhyay Mukesh Poonia Radhey Ray Anant bewakoof

read more
Unsplash मन खफा है, गुमशुदा है,
ग़म का साया है,
अजनबी-सा कोई दर्द,
बेवजह भीतर पला है।
राहें भी चुप हैं,मंज़िलें धुंधली,
कदम रुक-रुक से,जैसे कोई थका कारवां।
आसमान बेरंग है,सितारे कहीं खो गए,
चाँदनी भी अब,अंधेरों में घुल गई है।
अश्क हैं, मगर बहते नहीं,
जख्म हैं, पर दिखते नहीं,
जैसे कोई राज़ छुपा है,
सांसों की खामोशी में।
खुशियां अधूरी,सपने बेमानी,हर चाहत जैसे
खो गई ज़िंदगी की भीड़ में।
रूह में शोर है,
मन की परतों में ख़ामोशी,
सवालों की कैद में
कोई जवाब नहीं मिलता।
शायद ये ग़म ही मेरा हमसफ़र है,
या खामोशियों में बसी एक उलझन,
लेकिन कहीं…धुंध के उस पार
एक किरण बाकी है।
राजीव

©samandar Speaks #camping  Satyaprem Upadhyay  Mukesh Poonia  Radhey Ray  Anant  bewakoof
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile