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Stories related to स्वप्न सृष्टि वाटर पार्क

shalini jha

#जीवन का पन्ना पन्ना घटित क्षणों का अभिलेख मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं करती तन का अभिषेक स्वप्न छलावे संग हृदय का घटता बढ़ता आवेग

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White जीवन का पन्ना पन्ना 
घटित क्षणों का  अभिलेख
मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं 
करती तन का     अभिषेक 
 स्वप्न  छलावे संग हृदय का 
घटता बढ़ता आवेग 
सागर से गहरा प्रेम लिए 
लहराता  भावों का उद्वेग 
चित्र उकेरे कल्पनाओं के 
इंद्रधनुषी रंग 
अनुभूति की बही त्रिवेणी 
 डूब डूब सत संग

©shalini jha #जीवन का पन्ना पन्ना 
घटित क्षणों का  अभिलेख
मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं 
करती तन का     अभिषेक 
 स्वप्न  छलावे संग हृदय का 
घटता बढ़ता आवेग

TARUN KUMAR VIMAL

#Thinking #Windsor_Grand 1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों क

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White #Windsor_Grand
1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों की इन-हाउस कार पार्क और 135 मीटर ऊंची प्रतिष्ठित मेगा संरचना है

©TARUN KUMAR VIMAL #Thinking #Windsor_Grand
1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों क

BANDHETIYA OFFICIAL

#Sad_Status #परमात्मा परमपुरुष में सब सृष्टि! S Neogi –Varsha Shukla Rakesh Srivastava Madhusudan Shrivastava Mahendra Maddheshiya Offic

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White मैं आसमान में ध्यान से देखता हूं,
कोई आसरा, कोई धाम की आस से परे,
पलकें बंद करके आसमान की छवि,
सूरज देव तुम्हारे,से इतर
 दिन या रात का आसमान देखता हूं,
कल्पना करता हूं -
भगवान!
लिखा है श्रीमद्भागवत महापुराण में,
परमपुरुष,
उसी की काया सम्पूर्ण सृष्टि,
अलग क्या जैसे तन से हट भला क्या मनुष्य?
वैसे ही भगवान में सब,
आसमान में उसका हृदय,
ऊपर उससे उसका मस्तिष्क,
उससे ऊपर उसकी सोच,
मेरी बावत भी कुछ रखता होगा वो।

©BANDHETIYA OFFICIAL #Sad_Status #परमात्मा परमपुरुष में सब सृष्टि! S Neogi  –Varsha Shukla  Rakesh Srivastava  Madhusudan Shrivastava  Mahendra Maddheshiya Offic

Omkar nalwade

# dream स्वप्न

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🧿🧡😍❤️‍🩹
जो सोचा हे वो एक
दीन जरूर पुरा कर देगे

©Omkar # dream स्वप्न

Anisha Kiratkarve

#leafbook सुखद स्वप्न.... मराठी प्रेम कविता शायरी मराठी प्रेम मराठी प्रेम कविता चारोळ्या फक्त प्रेम वेडे

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Unsplash आज अचानक ह्या क्षणी आनंदी हे मन झाले,
सुंदर असे स्वप्न पाहून मन माझे खुश झाले.....

पहिले ते स्वप्न मी आणि मनाशीच हसले
आज पहिल्यांदा माझे चीत्र मला हसताना दिसले....

शुभ्र अश्या डोळ्यांत स्वप्न उद्याचे दाटले,
झोपलेल्या स्वप्नांना माझे पटकन जगावेसे वाटले....

                                                               Anisha.K✍️✍️

©Anisha Kiratkarve #leafbook सुखद स्वप्न.... मराठी प्रेम कविता शायरी मराठी प्रेम मराठी प्रेम कविता चारोळ्या फक्त प्रेम वेडे

theABHAYSINGH_BIPIN

#Sad_Status इश्क़ का सबके हिस्से में अंजाम यही आएगा, ये दर्द एक मंजिल है, नसीब सबको आएगा। हाथों पर लकीरे खींचने से मुकद्दर नहीं बदलता, नसीब

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White इश्क़ का सबके हिस्से में अंजाम यही आएगा,
ये दर्द एक मंजिल है, नसीब सबको आएगा।
हाथों पर लकीरे खींचने से मुकद्दर नहीं बदलता,
नसीब में नहीं, कोई और ब्याहकर ले जाएगा।

जब तक डूबे हो इश्क़ में, डूबे ही रहना,
होश में आने पर सब कुछ तबाह हो जाएगा।
इश्क़ करना और मुकद्दर उसे जिंदगी बना दे,
अच्छा स्वप्न है, ये तो गहरी नींद में ही आएगा।

ये सब लोग जो मंद-मंद मुस्कुरा रहे हैं,
ये इश्क़ का बुखार है, सबको ही आएगा।
ख्याल इश्क़ का अच्छा है जनाब,
दरिया में उतरने का ख्याल गर्त ले जाएगा।

यहाँ की हवा में इत्र, इश्क़ की बिखरी है,
भंवर है, जाल है, सब कुछ डूब ही जाएगा,
वो समझता है इश्क़ उसके काबू में है,
खूबसूरत हादसे का शिकार खुद हो जाएगा।

जाम-ए-इश्क़ के नशे में डूब रहे सभी,
इश्क़ के जाल से जाने कौन बच पाएगा,
मिलता कुछ ना गहरे ज़ख्मों के सिवा,
इश्क़ में फना होना ही नसीब में आएगा।

©theABHAYSINGH_BIPIN #Sad_Status 
इश्क़ का सबके हिस्से में अंजाम यही आएगा,
ये दर्द एक मंजिल है, नसीब सबको आएगा।
हाथों पर लकीरे खींचने से मुकद्दर नहीं बदलता,
नसीब

Alka pandey

पक्षी का स्वप्न Dayal "दीप, Goswami.. Satyajeet Roy Sunil Kumar Maurya Bekhud Mukesh Poonia Praveen Jain "पल्लव", Lalit Saxena, ranjit

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अनुज

सब कुछ पाकर भी क्यों खाली रहता है इंसान स्वप्न के सागर में क्यों डूबा रहता है संसार क्षण भर में छूटेगा तन से प्राण फिर किस चीज का है अभ

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