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SumitGaurav2005
आज मैच बहुत है घमासान। जीत नहीं है बिल्कुल आसान। टारगेट जो दिया हमें पाक ने , वो अचीव करेगा हिंदुस्तान। तब खुश तो बहुत हुए थे तुम, जब आउट हुए हमारे कप्तान। संभाल लेंगे मिलकर बाज़ी, हमारे खिलाड़ी है शेरे मैदान। भले टाइट फील्डिंग कर लो, जीतेगा मेरा ही भारत महान। ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎 ©SumitGaurav2005 आज मैच बहुत है घमासान। जीत नहीं है बिल्कुल आसान। टारगेट जो दिया हमें पाक ने , वो अचीव करेगा हिंदुस्तान। तब खुश तो बहुत हुए थे तुम, जब आउट ह
आज मैच बहुत है घमासान। जीत नहीं है बिल्कुल आसान। टारगेट जो दिया हमें पाक ने , वो अचीव करेगा हिंदुस्तान। तब खुश तो बहुत हुए थे तुम, जब आउट ह
read moreSarfraj Alam Shayri
White ⚠️जो लड़की पसंद न आए भले उसे रिश्ता न करो मगर लड़कियों के वालिदैन को ये बोलना लड़की मोटी है सांवली है, उम्र में बड़ी है या कोई भी कमी निकालकर मना कर देना बहुत तकलीफ देह बात है। इनकार के और भी तरीके हैं, लेकिन किसी की बेटियों में कमी ना निकालें अल्लाह दुआयें भी सुनता है और आह भी!🌹SK🌹 ©Sarfraj Alam Shayri #good_night ⚠️जो लड़की पसंद न आए भले उसे रिश्ता न करो मगर लड़कियों के वालिदैन को ये बोलना लड़की मोटी है सांवली है, उम्र में बड़ी है या कोई भ
#good_night ⚠️जो लड़की पसंद न आए भले उसे रिश्ता न करो मगर लड़कियों के वालिदैन को ये बोलना लड़की मोटी है सांवली है, उम्र में बड़ी है या कोई भ
read moregauranshi chauhan
day - 483 भले हीं मेरी जुबान कड़वी हो चुकी है, पर मेरी नियत अभी भी साफ है, किसने ,कब ,कहाँ और कैसे मुझे सताया, सबका हिसाब बाबा के खाते मे दर्ज है। ©gauranshi chauhan भले हीं मेरी जुबान कड़वी हो चुकी है, पर मेरी नियत अभी भी साफ है, किसने ,कब ,कहाँ और कैसे मुझे सताया, सबका हिसाब बाबा के खाते मे दर्ज है। #Ant
भले हीं मेरी जुबान कड़वी हो चुकी है, पर मेरी नियत अभी भी साफ है, किसने ,कब ,कहाँ और कैसे मुझे सताया, सबका हिसाब बाबा के खाते मे दर्ज है। Ant
read moreबेजुबान शायर shivkumar
माता -पिता भले ही अनपढ़ क्यों न हो, लेकिन..... शिक्षा और संस्कार दोनो देने की जो क्षमता उनमें है वो दुनिया के किसी स्कूल में नहीं है !! ©बेजुबान शायर shivkumar माता -पिता भले ही अनपढ़ क्यों न हो, लेकिन..... #शिक्षा और #संस्कार दोनो देने की जो क्षमता उनमें है वो दुनिया के किसी #स्कूल में नहीं है
बेजुबान शायर shivkumar
धन से नहीं मन से अमीर बनें, क्योंकि मंदिरों में भले ही स्वर्ण कलश लगे हों, लेकिन नतमस्तक पत्थर की सीढ़ियों पर ही होना पड़ता है…! ©बेजुबान शायर shivkumar धन से नहीं मन से अमीर बनें, क्योंकि मंदिरों में भले ही स्वर्ण कलश लगे हों, लेकिन नतमस्तक पत्थर की सीढ़ियों पर ही होना पड़ता है…! #हरहरमहाद
धन से नहीं मन से अमीर बनें, क्योंकि मंदिरों में भले ही स्वर्ण कलश लगे हों, लेकिन नतमस्तक पत्थर की सीढ़ियों पर ही होना पड़ता है…! हरहरमहाद
read moreAnjali Singhal
White "दिल की जमीं पर रखा था, उन्होंने चुपचाप से कदम। छाप ऐसी पड़ी कि, उन्हें ही सौंप बैठे इस दिल की जमीं को हम।।" ©Anjali Singhal #love_shayari "दिल की जमीं पर रखा था, उन्होंने चुपचाप से कदम। छाप ऐसी पड़ी कि, उन्हें ही सौंप बैठे इस दिल की जमीं को हम।।"
#love_shayari "दिल की जमीं पर रखा था, उन्होंने चुपचाप से कदम। छाप ऐसी पड़ी कि, उन्हें ही सौंप बैठे इस दिल की जमीं को हम।।"
read moregauranshi chauhan
White day - 462 भले ही आप मेरे पास नही हो, पर मेरी हर याद मे शामिल हो। ©gauranshi chauhan #sad_quotes भले ही आप मेरे पास नही हो, पर मेरी हर याद मे शामिल हो।
#sad_quotes भले ही आप मेरे पास नही हो, पर मेरी हर याद मे शामिल हो।
read moreनवनीत ठाकुर
दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घावों को भी मोहब्बत भर सकता है। अक्सर जख्मों से ही नई ताकत मिलती है, जो कभी टूटा था, वही फिर से उठ सकता है। दुश्मनी की दीवार कब तक खड़ी रहेगी, सच्ची दोस्ती की हवाओं में वो भी गिर सकेंगी। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घाव
#नवनीतठाकुर दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घाव
read moreBharat Bhushan pathak
मकड़ जाल जीवन सखे, कितने इसमें जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बदहाल।। मनुज यहाँ बदहाल,ढूँढ रहा यहाँ रस्ता। मुश्किल ढोना हुआ,संघर्षी अभी बस्ता।। शिक्षक जीवन वही,सब हल करता सवाल। निकलें हम खुद यहाँ,गहरा भले मकड़ जाल।। ©Bharat Bhushan pathak poetry lovers poetry in hindi hindi poetry on life hindi poetry poetry मकड़ जाल जीवन सखे,इसमें कितने जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बद
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read moreImran Shekhani (Yours Buddy)
दोस्त भले कम हों #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy #YoursImran
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