Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पूनरासर बाबुल Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पूनरासर बाबुल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पूनरासर बाबुल.

Stories related to पूनरासर बाबुल

Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

मत पूछो कैसे किया उसने कन्या दान 
बाबुल की खामोशियाँ जान सके तो जान

©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #बाबुल

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

एहसास©अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...?? उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गय

read more
White अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गया,चाचा_ताया तय कर आते रिश्ते के लिए लड़का...😏
उन्होंने जब इस बात पर न नुकुर की तो वालिदेन ने जबरन थोप दी उनपे"हाँ की इज़्न..🥺 
अगले दिन वालिद माजीद आकर ले जाते दस्तूर में बेटी वालों से रुपया नारियल....😛
मानो हमारा एहसान के लड़के ने हां भरली...
और 
'बाबुल की दुआए लेती जा'...
छज्जे पे बन्नी बैठी रे बन्ने ने ले ली मोल..😜
जैसे कुल मिलाकर दो तीन गाने बजते और बजाते,फिर जेठ की दोपहरी में बु्क्काफाड़ रुलाईयाँ से उनकी बिदाई करा दी गई...😭
और फिर न जाने कब वे मासूम सी अल्हड़ लड़कियां गजभर घूंघट में चूल्हे पर खाना बनाती,बेगानो में अपनापन तलाशती उनकी जी हुजूरी में अपनी तमाम हस्ती को मिटाती चली गई...😏
इन सब बेचारियों का गुड्डे_गुड़िया' से 
मां होने तक का सफर कमसिनी में ही मुकम्मल तौर पे अम्मा बनाकर तबाह कर दिया गया,और उन्हें जवानी में ही बुढ़ापे का अहसास करा दिया गया..😱
वे सब के सब जबरन"हाँ' के इज़्न से हुए अपने बाल विवाह को भुला बिसराकर जबरन गृहस्थी की गाड़ी रूपी जिम्मेदारी के खूंटे से बांध दी गई...😭
काश इस हां रूपी इज़्न को जबरन नहीं,बल्कि मन
चाहा वर देकर उन्हें हिस्से में दिया गया होता..🤔
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #एहसास©अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गय

theABHAYSINGH_BIPIN

#togetherforever Anupriya Rakhie.. "दिल की आवाज़" writer Sunita singh Arab ab tu SAB par najar Rakha kar Jodi jiski Amar banaa de usi ka D

read more
प्रेम की वेदी

तुम आते हो एक आस लेकर,
तुम जाते हो एक आस देकर।
ना जाने कौन हो तुम मेरे,
तुम जाते हो एक ख़ुशी देकर।

तुम आते हो एक उम्मीद लेकर,
तुम जाते हो एक ख़्वाब देकर।
ना जाने कब तक साथ दोगे,
तुम जाते हो एक एहसास देकर।

कुछ ख़्वाबों को सजा रही हूँ,
बिन कहे कहानी गुनगुना रही हूँ।
जब आओगे, तुमसे कुछ लेना,
पूर्ण कर दो मुझे कसम देकर।

भरी सावन में छेड़ती सखियाँ,
ले चलो अब गवाँना कराकर।
अब बाबुल का घर न भाए,
ले आओ डोली सुंदर सजाकर।

मेहंदी में मैं नाम छुपाऊँ,
ढूँढ़ना तुम मेरे हाथों को जोड़कर।
मैं तो तेरा रस्ता देखूँगी,
तेरे प्रेम का गहरा रंग चढ़ाकर।

अधूरे ख़्वाबों को सजा दो,
आ जाओ अब सेहरा बांधकर।
ले चलो मुझे अपने आंगन,
प्रेम की अंतिम वेदी पर बैठकर।

भरे रहें एहसासों से आंगन,
बस छू लो मुझे हाथों में लेकर।
बिरहन जीवन से कर दो रिहा,
सूनी मांग में सिंदूर भरकर।

©theABHAYSINGH_BIPIN #togetherforever  Anupriya  Rakhie.. "दिल की आवाज़"  writer Sunita singh Arab ab tu SAB par najar Rakha kar Jodi jiski Amar banaa de usi ka D

Parasram Arora

#library आग और बाबुल

read more
Unsplash ये अच्छी बात हैँ कि 
बबुल इस किनारे पर था 
और आग दूसरे किनारे 
पर भड़की थीं 

वरना बाबुल   को  
आग निगल जाती 
अगर दोनों एक ही
 किनारे पर रहे होते

©Parasram Arora #library आग और बाबुल
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile