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नवनीत ठाकुर
हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था, जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था। खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं, हँसी में जो छुपाई गई, वो दर्द की किताब थीं। लफ़्ज़ों के परदे में छुपा था जो राज़ उनका, वो कहानी अधूरी थी, मगर बेहिसाब थीं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था, जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था। खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं, हँसी में ज
#नवनीतठाकुर हर बात में छुपा वो इशारा अजब सा था, जुमला तो उनका तीर, मगर असर ग़ज़ब सा था। खामोशियाँ भी जैसे फ़ासलों का हिसाब थीं, हँसी में ज
read moreMahesh Patel
Unsplash सहेली..... वक्त का इशारा में समझ नहीं पा रहा हूं.. तुझसे मिलना चाहता हूं पर मिल नहीं पता हु.. लाला..... ©Mahesh Patel सहेली... इशारा... लाला...
सहेली... इशारा... लाला...
read moreHimanshu Prajapati
हमने इशारा दिया था मोहब्बत करने के लिए, उसने मोहब्बत करके होश ही छीन लिया..! ©Himanshu Prajapati #UskeSaath हमने इशारा दिया था मोहब्बत करने के लिए, उसने मोहब्बत करके होश ही छीन लिया..! #36gyan #hpstrange
#UskeSaath हमने इशारा दिया था मोहब्बत करने के लिए, उसने मोहब्बत करके होश ही छीन लिया..! #36gyan #hpstrange
read moreबेजुबान शायर shivkumar
// छठ पर्व // कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से चलती आई, सीता मैया, कर्ण और पांडव, साथ में कुंती माई. भक्ति भाव उमड़ पड़ता है, करते सब गुणगान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. प्यारी बहना दिनकर की हैं, षष्ठी तिथि है प्यारी, कृपा सिंधु हैं आप हे मैया, जग देता बलिहारी. डाला सूप सजाये कहते, आ जाओ दिनमान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. आम की लकड़ी, नारियल, संतरा, मूली, ठेकुआ, केला, घाट सजे हैं सुंदर -सुंदर, कितना मोहक बेला. अमरुद, पान, सुपारी, गन्ना, विविध बने पकवान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. जल में व्रती हाथ हैं जोड़े, सुख-समृद्धि मांगे, अंतस का तम दूर करो माँ, और न हम कुछ चाहें. कोढ़िया, दुखिया, बाँझ, गरीबी, सबका करते त्राण, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. ©बेजुबान शायर shivkumar 👏जय छठी माँ 👏 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से
👏जय छठी माँ 👏 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना के इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का*इस्तिआरा भी देखना,इस दुनियाँ का नहीं,मेरी उल्फत का तुम*इस्तिखारा भी देखना//२ मरहला ए शहादत के लिए मुजरिम हाले दिल को चुना जाएगा, इस सुर्ख लहूं मे अलुदा गर्दन तुम हमारा भी देखना//३ कयामत ये भी हुई के जिनसे ये दिल मुंफरीद है,अब मुखालफ़त की सफ मे उनको ही तुम सफेंआरा भी देखना//४ खाक बदन को खाक मे मिलने मिलाने का मनाजरा भी देखना, इसी खाक मे जरा तुम सिकंदरे आज़म का माजरा भी देखना// तेरे चश्म की तीरे नज़र का मदहोश नज़ारा भी देखना,क्यूँ किया माइल,जाकर आइने मे अक्स तुम्हारा भी देखना//६ "शमा"की जानिब से हिज्र का दुश्वारा भी देखना,याद बहुत आता है तेरा,इस तरह पलट कर मुझे दुबारा भी देखना//७ #Shsmawtitesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Sad_Status वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना,इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का *इस्तिआरा भी
#Sad_Status वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना,इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का *इस्तिआरा भी
read moreबेजुबान शायर shivkumar
जिंदगी में कभी कभी ऐसे हालात भी आ जाते हैं कि ना कोई हमदर्द मिलता है ना कोई सहारा होता है ना कोई उम्मीद मिलता है ना कोई इशारा होता है यह जिंदगी जीने का भी अजीब सिला मिलता है हमारे ना चाहते हुए भी यु " रोते-रोते मुस्कुराने का हुनर " आ जाता है मेरे दोस्त ©बेजुबान शायर shivkumar #जिंदगी में कभी कभी ऐसे #हालात भी आ जाते हैं कि ना कोई #हमदर्द मिलता है ना कोई #सहारा होता है ना कोई #उम्मीद मिलता है ना कोई इशारा होता
Poet Maddy
हम बैठे थे महफ़िल में पढने ग़ज़ल, सामने से उसने हमें इशारा कर दिया........ अदाओं से अपनी घायल करके हमें, उसने नुकसान सारा हमारा कर दिया........ ©Poet Maddy हम बैठे थे महफ़िल में पढने ग़ज़ल, सामने से उसने हमें इशारा कर दिया........ #Sot#Gathering#Gazal#Signal#Front#wound#Expression#Harm
हम बैठे थे महफ़िल में पढने ग़ज़ल, सामने से उसने हमें इशारा कर दिया........ #sot#GATHERING#gazal#Signal#front#wound#expression#Harm
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