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Vs Nagerkoti
अगर आप ने कई लोगों को हमेशा अंधेरे मे रखा है । और आपको ऐसा करने में बहुत आनंद आता है । या आप हर किसी को मात्र एक option ही समझते है । याद रखिए मात्र एक ही इंसान आपकी लंका तवह करने के लिए काफी है । जो आपसे भी बड़े level का ठग हों सकता है । जो आगे चलकर आपको भी हमेशा iption की तरह ही treet करेगा और ये वही शख्स होगा जिसे खुद ईश्वर के द्वारा आपके जीवन मैं plan किया हैं।। ताकि आपको आपकी सही जगह दिखा सके । और आप अपनी हरकतों से बाज आएं । गलतफहमी किसी की भी हो एक दिन जरूर दूर होती हैं । ©Vs Nagerkoti #walkingalone सबक,,, हर किसी को मिलता है । याद रखिए इश्वर सब के बारे समान है । वो किसी का चाचा ताऊ नही जो सदा आपका पक्ष ले ।🙏🙏🙏
#walkingalone सबक,,, हर किसी को मिलता है । याद रखिए इश्वर सब के बारे समान है । वो किसी का चाचा ताऊ नही जो सदा आपका पक्ष ले ।🙏🙏🙏
read moreSanatan_Sanskriti_Shubhash
हे गणेश जी ये नया साल सभी के लिए शुभ और मंगलमय हो 🙏 . वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ १ . . .
read moreShivkumar barman
जब मैं तेरे ऊपर कोई एक गजल लिखूंगा तब तेरे होठों को एक कमल लिखूंगा लिखूंगा जब मैं इस बेबसी का आलम तेरी आंखों को मैं सागर लिखूंगा पूछेंगे लोग जब मुझसे मेरी जन्नत के बारे मैं तब मैं तेरी बाहों में लेटना लिखूंगा लिखूंगा तुझे मैं इस जहां की शहजादी खुद को यहां का नवाब लिखूंगा..... RTमजबूरी कहीं है डर कहीं हैं, बेबसी का आलम हर कहीं हैं, अजब बड़ा है दस्तूर ए इश्क दर्द कहीं है, असर कहीं हैं, परिंदे हैं हम इस आसमां के शाम कहीं हैं, सहर कहीं हैं, भटक रहे यहां कितने राही मंजिल कहीं है सफर कहीं हैं, नहीं खबर मुझको अपनी मैं कहीं हूं, घर कहीं हैं, सोच में सबकी फर्क बहुत हैं, इशारे कहीं है नजर कहीं हैं, ✍️ SHIVAM 🙏 ©Shivkumar barman एक बार तुम्हें कस कर गले लगाना है.. और तुम्हे यु महसूस कर लेना है सदा के लिए तुम्हारी छुअन को... और फिर कभी किसी और को तुम्हारे करीब नहीं
एक बार तुम्हें कस कर गले लगाना है.. और तुम्हे यु महसूस कर लेना है सदा के लिए तुम्हारी छुअन को... और फिर कभी किसी और को तुम्हारे करीब नहीं
read moreAnjali Singhal
"संजोए दो कुटुंब का मान-सम्मान, सिंदूर हो जाता एक सुहागन का अभिमान। लेकर सुहागन की मांग में एक महत्वपूर्ण स्थान, सिंदूर दिलाता उसे सदा सुहा
read moreनवनीत ठाकुर
White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता। प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं, वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं। प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं, वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर
#नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर
read moreMohan raj
White गुलाब से सीखो जिंदगी में हमेशा मुस्कुराते रहना जीवने सर्वदा स्मितं कर्तुं रोज् इत्यस्मात् शिक्षन्तु Learn from the rose to always keep smiling in life धन्यवाद हर हर महादेव ©Mohan raj #Life Lessons जीवने सर्वदा स्मितं कर्तुं रोज् इत्यस्मात् शिक्षन्तु
Life Lessons जीवने सर्वदा स्मितं कर्तुं रोज् इत्यस्मात् शिक्षन्तु
read moreवीrendra yadav
White ye रास्ते मकबूल होते गए हम भी अपने आप में खोते गए पहुंचने की कवायद में गुमनाम रास्तों से एक लंबे सफर में दिन बिताते हुए चलते रहे मगर पहुंच न सके उस इंतकाम तक जो किसी से लेना था हमें ©वीrendra yadav # appriciat #सदा
# appriciat #सदा
read moreDevanand Jadhav
Shiv Narayan Saxena
White जोबन मद रमणी तजे, रिश्ते नाक चढ़ाय। सब दिन रहें न एक से, प्रौढ़ भये पछताय।। चार दिनों की बात है, क्यों करता अभिमान। सब दिन रहें न एक से, सबका हो अवसान।। सब ही हैं भगवान के, सब में ही भगवान। इसी भॉंति जीवन जिये, हरिजन सोई जान।। जो आया सो जायगा, चार दिनों की शान। किसके रोके रुक सका, विधि का यही विधान।। ©Shiv Narayan Saxena #Sad_Status सदा रहे न एक सि hindi poetry
#Sad_Status सदा रहे न एक सि hindi poetry
read moreनवनीत ठाकुर
वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है, काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है। दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल, अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल। ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार, आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार। तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम, इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है, नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है। वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ, किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां? पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान, जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान। ©नवनीत ठाकुर #वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
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