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theABHAYSINGH_BIPIN
मन का दुश्मन बनना होगा मन का दुश्मन बनना होगा, खुद से भी तो लड़ना होगा। यह छल न जाए जीवन को, सदैव ध्यान रखना होगा। बुझ न जाए प्रगति की मशाल, खुद आग बनकर जलना होगा। बनो सारथी खुद के रथ का, अर्जुन भी तुम्हें बनाना होगा। जीवन की रणभूमि से, सदैव चौकस रहना होगा। कोई हित-मित्र नहीं है पीछे, अकेले ही आगे बढ़ना होगा। निराशा की घटाएँ घेरें, तब खुद में जोश भरना होगा। इम्तिहान लेगी रणभूमि जब, समशिरों पर चलना होगा। प्रहरी हो तुम जीवन के, पूरी रात तुम्हें जागना होगा। इम्तिहान नहीं, युद्ध समझो इसे, प्रत्येक व्यूह से तुम्हें लड़ना होगा। काबू में रखना अवचेतन को, संघर्ष में दृढ़ रहना होगा। ठान सको जब ख़ुद से ही रण, ख़ुद पर प्रथम विजयी पाना होगा। विचलित ना होना इस रण में, भावों का नाश करना होगा। भेद गए जब व्यूह को तुम, अंतिम क्षण तक तुम्हें लड़ना होगा। संकल्प लो, उद्घोष करो, निर्भीक बाणों की वर्षा करना होगा। तोड़ सको तुम द्वार सभी, अभिमन्यु तुमको बनना होगा। ©theABHAYSINGH_BIPIN #सदैवचलनाहोगा Rakesh Srivastava happydil Internet Jockey Anupriya Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) मन का दुश्मन बनना होगा
#सदैवचलनाहोगा Rakesh Srivastava happydil Internet Jockey Anupriya Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) मन का दुश्मन बनना होगा
read moreनवनीत ठाकुर
White फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात , खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल। मिट्टी के कण से आसमान तक है उड़ान, अपने इरादों से रचते हैं मिसाल। हर ख्वाब को सच करने की चाह, बनाते हैं राहें, मिटाते हैं मलाल। ठोकरों से जो सीखे वो हैं हम, हर दर्द को सब्र में लेते हैं ढाल। गिरकर फिर से उठने की है आदत, खुद को हर बार लेते हैं संभाल। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
#नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
read moreनवनीत ठाकुर
आओ मिलकर कुछ इतिहास लिखें, इस अन्याय के जहान को खत्म करें। ये वक्त है, जब डर मिटा कर बोलना होगा, हर जुर्म की दीवारों को अब ढहाना होगा। इंसाफ का सूरज अब उगाना होगा, नई क्रांति का परचम लहराना होगा। हर साजिश का पर्दाफाश करना होगा, हर अन्याय को जड़ से उखाड़ना होगा। आओ उम्मीदों की मशाल जलाएं, इस सियाह दौर को रौशन बनाएं। ©नवनीत ठाकुर #आओ मिलकर कुछ इतिहास लिखें, इस अन्याय के जहान को खत्म करें। ये वक्त है, जब डर मिटा कर बोलना होगा, हर जुर्म की दीवारों को अब ढहाना होगा। इंस
#आओ मिलकर कुछ इतिहास लिखें, इस अन्याय के जहान को खत्म करें। ये वक्त है, जब डर मिटा कर बोलना होगा, हर जुर्म की दीवारों को अब ढहाना होगा। इंस
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