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हिमांशु Kulshreshtha
ये सोच कर ही आपको हर घड़ी हम याद करते रहते हैं, भुला पायें आपको शायद कोई ऐसा रास्ता मिल जाए ©हिमांशु Kulshreshtha याद करते हैं..
याद करते हैं..
read moreBharat Bhushan pathak
मकड़ जाल जीवन सखे, कितने इसमें जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बदहाल।। मनुज यहाँ बदहाल,ढूँढ रहा यहाँ रस्ता। मुश्किल ढोना हुआ,संघर्षी अभी बस्ता।। शिक्षक जीवन वही,सब हल करता सवाल। निकलें हम खुद यहाँ,गहरा भले मकड़ जाल।। ©Bharat Bhushan pathak poetry lovers poetry in hindi hindi poetry on life hindi poetry poetry मकड़ जाल जीवन सखे,इसमें कितने जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बद
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read moreGhumnam Gautam
गुल व भँवरे की हर कहानी में हैं बहारों के बाद पतझर भी घर में अमरूद गर लगाओगे आएँगे आँगनों में पत्थर भी ©Ghumnam Gautam #गुल #पत्थर #कहानी #ghumnamgautam
#गुल #पत्थर #कहानी #ghumnamgautam
read moreनवनीत ठाकुर
White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता। प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं, वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं। प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं, वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर
#नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर
read moreF M POETRY
White कितना मायूस हुँ इस दुनियाँ में.. सबके साथी हैं सिर्फ मैं तन्हा हुँ.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #सबके साथी हैं....
#सबके साथी हैं....
read moreneelu
White सबको अपने अपने नाम याद रखने चाहिए मां बाप ने बहुत प्यार से रखे हैं ©neelu #love_shayari #हैं
Ashraf Fani
हम तो जन्नत से हैं ठुकराये हुए बनके आदम यहाँ हैं आये हुए जो दिल में दिया वही तो किया बातों बातों में फिर भी फँसाये हुए हम तो जन्नत से हैं ठुकराये हुए ©Ashraf Fani हम तो जन्नत से हैं ठुकराये हुए बनके आदम यहाँ हैं आये हुए जो दिल में दिया वही तो किया बातों बातों में फिर भी फँसाये हुए हम तो जन्नत से हैं ठ
हम तो जन्नत से हैं ठुकराये हुए बनके आदम यहाँ हैं आये हुए जो दिल में दिया वही तो किया बातों बातों में फिर भी फँसाये हुए हम तो जन्नत से हैं ठ
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी धरोहर राष्ट्र की गफलत में पड़ी है अंधकार है भविष्य इनके उड़ानों के पँख सत्ता के यहाँ कटे पड़े है कौन तराशे युवाओ के हुनर और योग्यता शिक्षा विज्ञान सब सियासतों के चंगुल में फँसे है लतो का चल रहा अड्डा आवारापन और नशो का शिकार हो रहा है निखारे गये ना अगर इनके चरित्र शासन प्रशासन पंगु मिलेगा डूबेंगे नैतिकता के सब पैमाने अराजकता का शिकार भारत होगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Dosti उड़ानों के पंख सत्ता के यहाँ कटे पड़े है
#Dosti उड़ानों के पंख सत्ता के यहाँ कटे पड़े है
read moreF M POETRY
White ज़ाम लेते हैं तेरी यादों में.. सुबह लेते हैं शाम लेते हैं.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #सुबह लेते हैं शाम लेते हैं.....
#सुबह लेते हैं शाम लेते हैं.....
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