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Das Sumit Malhotra Sheetal

बोलने वाले तो कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन कभी ये सोचा है कि सुनने वाले पर क्या गुजरती होगी। सोच सदा बोलना चाहिए हमें यारों, चाहे वो अपने ह #मोटिवेशनल

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ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

क्या है कसूर मेरा...🩵 #Love

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Altifa

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Altifa

शाहरुख खान सलमान खान ऐसी फिल्म क्यों नहीं बनाते काम चालू है मूवी रिव्यू काम चालू है में राजपाल यादव और जिया मानेक मुख्य भूमिका में हैं, पला #Bollywood #Movie #films #फ़िल्म

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Lankadhipati Rawan

हमारा ऐटिटूड ही है जिससे हम फेमस हैं, जो हमें जान लेता है वो हम पे जान देता है। #फ़िल्म

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खूबसूरत लड़कियों के वीडियो का संग्रह

क्या आपको मेरी शैली पसंद है? #Motivational

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Shivkumar

City nojotohindi शायरी दिलकीबातशायरी143 # सारा शहर तो मेरे दो शेर सुनकर ही झूम उठता है और तुम पूछते हो कि शायर की औक

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Anjali Singhal

"नज़रें मेरी कह रहीं कि मेरी तरफ़ भी तो देखें वे! नज़र भर सबको देख रहे बस मेरी तरफ़ ही ना देखें वे!!" #AnjaliSinghal nojoto

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प्रेम कुमार रावत

#City तेरी शहर की ये मौसम कम्बख़्त इतनी जालिम है हम यहाँ के हो भी नही पा रहे ना याहा से रवाना हो पा रहे है #शायरी

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White तेरी शहर की ये मौसम कम्बख़्त
 इतनी जालिम है
हम यहाँ के हो भी नही पा रहे ना 
याहा से रवाना हो पा रहे है

©प्रेम कुमार रावत #City तेरी शहर की ये मौसम कम्बख़्त
 इतनी जालिम है
हम यहाँ के हो भी नही पा रहे ना 
याहा से रवाना हो पा रहे है

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी । पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१ छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं । करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थ #शायरी

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White ग़ज़ल :-
वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी ।
पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१
छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं ।
करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थी ।।२
हटे कैसे नज़र मेरी हँसी रुख से ।
जिसे अब देख तर जाने की जल्दी थी ।।३
न था अपना कोई उसका मगर फिर भी ।
उसे हर रोज घर जाने की जल्दी थी ।।४
सँवरना देखकर तेरा मुझे लगता ।
तुझे दिल में उतर जाने की जल्दी थी ।।५
बताती हार है अब उन महाशय की ।
उन्हें भी तो मुकर जाने की जल्दी थी ।।६
नशे की लत उसे ऐसी लगी यारों ।
जैसे उसको भी मर जाने की जल्दी थी ।।७
सही से खिल नहीं पाये सुमन डाली ।
जमीं पे जो बिखर जाने की जल्दी थी ।।८
लगाये आज हल्दी चंदन वो बैठे ।
न जाने क्यों निखर जाने की जल्दी थी ।।९
किये सब धाम के दर्शन प्रखर ऐसे ।
खब़र किसको निकर जाने की जल्दी थी ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :-
वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी ।
पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१
छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं ।
करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थ
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