Find the Latest Status about प्रकृति poem from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्रकृति poem.
Jyoti
Unsplash जब आप प्रकृति🌿🍃से सच्चा करते हैं, तो आप को दुनिया की हर जगह खुबसूरत लगेगी। ©Jyoti #leafbook # प्रकृति🌿🍃
#leafbook # प्रकृति🌿🍃
read moreNeeraj Neel
Unsplash खुशियां तकिया के सिरहाने होंगी , आशीर्वाद के ईटों से सजी दीवारें होंगी खिड़कियों में धूप सजती होगी, घर में बुजुर्गों की दुआ बस्ती होगी। अब दूर कहीं नहीं चलना होगा , एक सिर पर छत अपना होगा। हम खुशियां सारी बटोर लाएगे, हम घर में अपने सपने सजाएंगे। हम घर में रोज दीप जलाएंगे , घर आंगन में चांद तारे उतार लाएगे। अब चेहरे में एक आराम होगा , मेरे घर के दरवाजे में अब अपना नाम होगा। हा अपना नाम होगा। ✍️ नीरज नील ©Neeraj Neel poem
poem
read moreनवनीत ठाकुर
White दरख्त काट के हमने शहर बसाए, अब हर सांस को तरसने का वक्त बना रखा है। दरिया रो रहे हैं, पहाड़ टूट रहे हैं, हमने तरक्की के नाम पर ज़हर बना रखा है। जंगल जलाकर हमने इमारतें खड़ी कीं, फिर भी छांव को तरसने का दौर बना रखा है। हवा, पानी, धरती का हाल पूछो ज़रा, हमने कुदरत को अपने बाप की जागीर बना रखा है। ©नवनीत ठाकुर #प्रकृति
Sr11
White Jiska man ka bhav saccha hota hai uska har kam achha hota hai ©Sr11 #love_shayari #Shayari #Love #Life #poem #poem
#love_shayari Shayari Love Life #poem #poem
read morePrawesh Luitel
White बन्धन थियो कुनै बेला, प्रेमले बाँधेको सुन्दर धागो। सपना सजाएका थियौं हामीले, आशा र विश्वासको त्यो मीठो गाग्रो। तर अहिले ती दिन कहाँ हराए? शब्दहरू मौन छन्, आँसु मात्रै बर्राए। अल्झिएर लहरे भावनाहरू, मूक छन् हृदयका वेदनाहरू। तिमीले त भन्थ्यौ, यो सम्बन्ध कहिल्यै टुट्दैन, तर आज किन यो मन एक्लै लुट्दैन? फाटेका छन् ती धागोहरू प्रेमका, टुक्रिएको छ हाम्रो बन्धन सपनाको। मौनता छ, पराईपनको एक शीतल सास, तिम्रो याद अझै आउँछ, तर मनको छैन कुनै आश। के फेरि जुड्ला हाम्रो टुटेको बन्धन? कि रहन्छ यो चिरा सधैं दुखाउने घाउ जस्तो। --- प्रवेश लुईटेल ❣️ ©Prawesh Luitel #Nepali Poem
#nepali Poem
read more