Find the Latest Status about ओजस्वी अरोड़ा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ओजस्वी अरोड़ा.
Rajesh K
*साथी कविता कृष्णा पल्लवी की कालजयी कविता आज बेहद प्रासंगिक है !* एकांत को दुनिया के कठिन सवालों , चुनौतियों , संघर्षों से भागकर छुप जाने वाली गुफा मत बनाइए , इसे रात्रि - विश्राम हेतु युद्ध - शिविर चिन्तन हेतु साधना - कक्ष और आत्मा के जख़्मो के लिए ड्रेसिंग रुम बनाइए ©Rajesh K #ओजस्वी कविता
amit Kumar kaushik
अपने स्कूल के दिनों की बात है जब मैं बारहवीं कक्षा का छात्र था तब मैंने यह सोचा कि क्यों न मैं हजारों लाखों-करोड़ों भारत के महान महत्वाकांक्षी लोग व ओजस्वी लोग जैसे कि महात्मा गांधी व स्वामी विवेकानंद की तरह में क्यों ने समस्त विश्व को अपने मेहनत व लगन सीन व्यवहार के कारण देश के अंधकार को दूर करता हुआ देश की अपने ही जैसे इच्छुक बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए उनका मार्गदर्शक बने इसके लिए मैंने यह कसम खाई कि मैं क्यों ने किसी ऐसी कंपनी में काम करूं अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान जिससे मैं केवल ना अपना बल्कि घर का खर्च उठा सुकून इसके लिए मैंने अपने घर वालों को प्रेरित करके अपना उद्देश्य सफल बनाया उद्देश्य सफल बनाया ओजस्वी भवा
Pushkar Sahu
मर जाने की यूँ बाते ना किया करो दिल में दर्द सबके हैँ मेरे दोस्त मरने के हज़ार वजह होंगे लेकिन जीने की एक वजह तो ढूंढो ना #brokenheart #YourQuoteAndMine Collaborating with ओजस्वी सिंहनाद
neelam Arora
दर्द भरे तोहफों से नवाजा है हमे अपनो ने । मौत ना मिली तो जिंदा दफना दिया नीलम ©neelam Arora # शायरी #दर्द भरे तोहफे # शायरी ... नीलम अरोड़ा
Anupama Jha
स्त्रियाँ जब सीख रही थी लिखना ओ से ओखली औ से औरत तो दूर दूर तक कल्पना में नहीं था,उन्हें भान इन दोनों के रिश्तों का! आजीवन इनके साँठ गाँठ से चलती ज़िन्दगी का! होता पता, तो पढ़ती ओ से ओजस्वी औ से औरत..... ©Anupama Jha #औरत #ओखली #ओजस्वी #yqdidi #yqhindi #yqhindipoem
डॉ वीणा कपूर "वेणु"...
प्रकाश पुंज अपनी दिव्य अलौकिक आभा प्रसारित करते हो चहुंओर। अदृश्य अंधेरे स्थलों पर भी अपनी किरणों की फैलाते हो डोर। ओ मूक तेजस्वी, ओजस्वी, दिनकर एक सा परिलक्षित होता स्वरूप तुम्हारा अवसान की संध्या हो या उदय की भोर। ©Veena Kapoor प्रकाश पुंज ओजस्वी अवसान उदय #sunrays
NEELAM ARORA
तेरी जुस्तजू मे जिन्दगी तमाम कर देगे अपनी उल्फत का दुनिया मे नाम कर देगे।। कैसे बिछड़ोगे तुम तुम्हारी यादो की वफा है। इक जिन्दगी तो क्या हम जन्मो को फना कर देगे।। डर है कि तुझसे हाँले दिल बयाँ किया तो। तेरी आँखों में अशको का गुनाह कर देगे।। ए जिन्दगी तू खवाब मे बस गई इस कदर। तुझसे रूबरु हुये तो खुद को तमाम कर देगे।। #नीलम ©NEELAM ARORA #गजल # तेरी जुस्तजू में # शायरा.... नीलम अरोड़ा #Books
neelam Arora
दो बूंद अश्कों के न बहे तो कोई बात नहीं जिंदगी भर अश्क मैने बहाए है जब शव निर्जीव हो जाए मेरा अच्छे से उसे सजा देना बिंदिया चूड़ी और पायल सब उसको पहना देना माथे पर मिट्टी का बड़ा तिलक लगा देना जिंदगी भर तरसा था जो दो पल की खुशियों के लिए उस कहानी को जड़ से मिटा देना बस दो बूंद अश्कों के न बहे कोई बात नही मेरी अर्थी को सजा देना नीलम ©neelam Arora # दो बूंद अश्क के न बहे # कवित्री.. नीलम अरोड़ा