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N S Yadav GoldMine

#Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} कोई भी देहधारी कर्म के त्याग में समर्थ नहीं है। जो कर्मफल का त्यागी है, वही यथार्थ त्यागी है। जय श्री रा

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White {Bolo Ji Radhey Radhey}
कोई भी देहधारी कर्म के त्याग में 
समर्थ नहीं है। जो कर्मफल का 
त्यागी है, वही यथार्थ त्यागी है।
जय श्री राधेकृष्ण जी!!

©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey}
कोई भी देहधारी कर्म के त्याग में 
समर्थ नहीं है। जो कर्मफल का 
त्यागी है, वही यथार्थ त्यागी है।
जय श्री रा

N S Yadav GoldMine

#Thinking अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। सकल जीव जग दीन दुखारी॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} नाम निरूपन नाम जतन तें। सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(

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White अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। 
सकल जीव जग दीन दुखारी॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
नाम निरूपन नाम जतन तें। 
सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(४)

भावार्थ:- समस्त विकारों से मुक्त भगवान 
सभी के हृदय में रहते हैं फिर भी संसार के 
सभी जीव दीनहीन और दुःखी हैं। नाम के 
यथार्थ स्वरूप, महिमा, रहस्य और प्रभाव 
को जानकर श्रद्धा-पूर्वक नाम जपने से 
ब्रह्म उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस 
प्रकार रत्न की जानकारी होने से उसका 
मूल्य प्रकट हो जाता है।
जय श्रीसीताराम जी!!
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine #Thinking अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। 
सकल जीव जग दीन दुखारी॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
नाम निरूपन नाम जतन तें। 
सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(

Parasram Arora

#Book यथार्थ कोशिश

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Unsplash अगर आदमी ने
 क़ी  होती यथार्थ कोशिश  
परमात्मा को खोजने की

तों निश्चित ही 
आदमी ने  परमात्मा को 
अब तक पा लिया होता

©Parasram Arora #Book यथार्थ कोशिश

Bharat Bhushan pathak

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देखो ये ठंड प्रचंड,
 मुफ़लिसी में दी दंड,
नहाने को मन करे,
भोले धूप तो लाइए।

दुनिया ये अहंवादी,
घटी हितैषी आबादी,
पापियों का बोझ बढ़ा,
इनको हटाइए।

नेम ब्लेम फेम गेम,
खेल रहे सभी चेम,
विलुप्त करुणा हुई,
फँस मत जाइए।

मनुजता की पुकार,
चहुँओर हाहाकार,
बढ़ी है निरंकुशता,
प्रीत तो जगाइए।

©Bharat Bhushan pathak  hindi poetry poetry in hindi poetry quotes hindi poetry on life
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