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Anukaran
रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा, दरिया खुद चल कर समुद्र तक जाएगा। थक कर हराने से कुछ नही होगा ऐ दोस्त! कदम बढ़ा, तेरा हर पग मंजिल की ओर ख़ुद ही बढ़ता जाएगा। जीतेगा तू, जीत का आनंद भी आएगा, रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा। ©Anukaran #walkingalone रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा, दरिया खुद चल कर समुद्र तक जाएगा। थक कर हराने से कुछ नही होगा ऐ दोस्त, कदम बढ़ा, तेरा हर पग मंजि
#walkingalone रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा, दरिया खुद चल कर समुद्र तक जाएगा। थक कर हराने से कुछ नही होगा ऐ दोस्त, कदम बढ़ा, तेरा हर पग मंजि
read morevoice of tales
White किस्से नए पुराने हुआ करते थे सिर्फ तारों के चादर से ढकी वो काली रात के साए में जब ना फोन था और ना ही था ये इंटरनेट, बस खुले आसमान के नीचे ठंडी ठंडी हवाओं के झौंको में बस किस्से कहानियां चल करती थी। वो कच्चे आंगन के आगोश में चारों तरफ चारपाई बिछा करती थी किस्से कहने वाला हमेशा बीच में हुआ करता था और बाकी के लोग बस चुपचाप सुना करते थे अब किस्सों कहानियों की जगह फोन ने ले ली और हमारे कीमती समय को अब ये इंटरनेट ही खा गया आने वाली पीढ़ी इन बातों को नहीं जानती और अगर आप समझाने भी लगे तो ये आपकी जनरेशन नहीं है कहकर है धुतकारती कितना अंतर आ गया है ना, भले ही हम तरक्की कर आगे बढ़ जाए लेकिन वो कीमती पल जो अपनों के साथ बिताए थे, वो कहां से लाए अब वो ज़माना भी बस किस्सा हो गया है, क्योंकि अब का ज़माना मॉडर्न हो गया है। ©Prachi Thapan #GoodNight #किस्से #Oldisgold #कहानियां #story #Life
#GoodNight #किस्से #Oldisgold #कहानियां #story #Life
read moreKulvant Kumar
किस्से और कहानियां हैं जिंदगी आज हम सुनाते है,कल कोई ओर होगा ©Kulvant Kumar किस्से और कहानियां हैं जिंदगी आज हम सुनाते है,कल कोई ओर होगा
किस्से और कहानियां हैं जिंदगी आज हम सुनाते है,कल कोई ओर होगा
read moreJAGAT HITKARNI 274
• हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद किसी पर जाहीर नहीहुआ कि क्या भेदहै फिर मेंरी जबानसे इश्वर परमात्माकी तारीफ अदा नहीहोसक्ती और दूसरा मजमुन बतौर समुद्र केहै सो कलमसे लिखा जाताह कि जो२करतब मैने इन सौदागर महाजनान-के देखे वोह अजब तरहके नजर आये जिससे मुझ गरीब साध अनुपदासको तमांम जहांनके हिंन्दु मुसलमान और साध संत और पण्डित फकीर और मुल्कों मुल्कोंके राजा महाराजा और सातों आठों और सब-विलायतोंके बादशाह और दीगर अंग्रेज वगैराकी खिदमतमें हाथ जोङकर अरज;करना लाजिम आया कि जिसको जादूचाला और राक्षस विधा और काफिर विधा और इन्द्रजाल कहतेहैं वोह एक किसमका पापहै कि जिस्तरहसे रावणने चलायाथा और मेह और मौतको कबजेमें करलीथी पापके सबबसे याने होम करा२के बुद्धी भी भ्रष्ट करदीथी इन्द्रजालके पापसे और काल वगैरा, पङा२करके लक्षमी अपने काबूमें करके लंकामें लेगयाथा और उसीतरहसे- हिरनाकश राजानेभी चलायाथा और उसीतरहसे कंन्स राजानेभी चलायाथा और उसीतरहसे कारुन बादशाहनेभी चलायाथा और रावण हिरनाकश कंस कारुन वगैराकी तरहसे बल राजाके बादसे इन सौदागर महाजनाननेभी-राक्षस विधाका पाप चलायाहै सोइन बनियोंनेभी मेहको और मोतको सहारे करलीहै और बुद्धी भ्रष्ट करदीहै ..... • सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे,खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२९ ) साध अनुपदास- लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें छावणी ऐरनपुरा, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) संपर्क :- 02976-273024 , 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274 • हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद कि
• हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद कि
read moreAditya
Unsplash दुसरा मौका सिर्फ कहानियां देती है जिंदगी नहीं ! 💫📌 ©Aditya दुसरा मौका सिर्फ कहानियां देती है जिंदगी नहीं ! 💫📌 #virel #Shaayari
Mayuri Bhosale
समुद्र.... (रहस्यमय न उलगडलेले एक गुपित) उधळती समुद्राच्या वाऱ्याबरोबर लाटा, आतमध्ये दडलेल्या प्रश्नांना मिळतात मनासारख्या वाटा. किनारी ओथंबून वाहे शांत निर्मळ हवा, मेघ बरसती आठवती सुखद क्षणांचा तो गारवा. आकाशाचा रंग तू पांघरलास सभोवती, खळखळाट आवाज पाण्याचा गाणे मंजुळ गाती. आयुष्य हे तुझ्यासारखे खोल रुंद पातळी, स्वतः जळत राहूनही प्रकाश देई मेणबत्ती मधील सुतळी. तुझ्यातील भरती ओहोटीचे कौतुक असे, समुद्राचे ते वेगळेच रूप मग दिसे. भरतीचा नाही कुठला गर्व त्यास, ओहोटीची ही नाही कुठली खंत त्याच्या मनास. रोज नव्याने तू जगुनी घेतो, असला उन्हाळा ही पाटीवर तू झेलतो. रात्री सोबतीस असे चांदण्याचा शिंपलेला सडा, खूप काही शिकण्यासारखे मिळतो जीवनास नवीन धडा. तुझी किती आहे ती अबोल वेगळी भाषा, उमटवतोस जगण्याची नवीन एक आशा. असे तुझे रहस्यमय दडलेले एक गुपित, कधीच न उलगडलेले कोडे सामावून घेऊ आयुष्याच्या मुठीत ©Mayuri Bhosale #समुद्र