Find the Latest Status about रफ़ीक़ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रफ़ीक़.
Abeer Saifi
आँखों से आँखें टकराईं थी रफ़ीक़ बस वो दिन था और आज का दिन है रफ़ीक़ - दोस्त
Abeer Saifi
आँखों से आँखें टकराईं थी रफ़ीक़ बस वो दिन था और आज का दिन है रफ़ीक़ - दोस्त
Nidhi Agrawal
तू मेरी रूह हो में बसा वो हिस्सा है जिसके साथ मैं हर रोज़ जीता हूं। मेरे रफ़ीक़ मुझे तेरी दोस्ती की हुकुमत से आज़ाद न कर।। #sanjaysheoran #ritiksheoran #साहित्य_सहायक #रफ़ीक़
... मोलिका
आंखों से आंखे मिली हाल ए दिल भी न बता सके ये किस्सा है उस दिन का रफीक़ वो रूबरू हुए और हम लब भी न हिला सके..!! रफ़ीक़ - दोस्त #YourQuoteAndMine Collaborating with A̷͙ͭͫb̬͖̏́͢eera 🥀
𝑨𝒚𝒖_𝒔𝒉
तेरे ख़्वाब देखने वाले तुझे शाद देखने वाले और भी हैं... ज़रा रफ़ीक़ों से नज़र हटाओ तेरे चाहने वाले और भी हैं...! शाद– successful, intense happiness रफ़ीक़ों– companion/friend ©𝑨𝒚𝒖_𝒔𝒉 DOn't quIT❤️ तेरे ख़्वाब देखने वाले तुझे शाद देखने वाले और भी हैं... ज़रा रफ़ीक़ों से नज़र हटाओ तेरे चाहने वाले और भी हैं...! शाद– successfu
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
हमदम नहीं, रफ़ीक़ नहीं, मेहरबाँ नहीं, ये वो जगह है कोई किसी का जहाँ नहीं, ___________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, हमदम नहीं, रफ़ीक़ नहीं, मेहरबाँ नहीं, ये वो जगह है कोई किसी का जहाँ नहीं!
Sangeeta Patidar
बनाकर रफ़ीक़ अपना, रखना ना दूर हमें रक़ीब सा, छुपाना मत कुछ कभी,रखना क़रीब हमें नक़ीब सा। रफ़ीक़- Friend नक़ीब- Chief रक़ीब- Enemy #छुपानामत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #sangeetapatida
Aabha Tripathi
उनकी इनायतों का असर इतना सख्त है, कि रफ़ीक़ आज अदावत लिए घूम रहे; पर ख़ुदा ने क्या शिद्दत से तराशा है, जो मुक़ाबिल भी, दिल में इबादत लिए घूम रहे!! Bluelove💙 [इनायत - grace/blessings. रफ़ीक़ - friend. अदावत - enmity. मुक़ाबिल - opponents. इबादत - prayers.] #yourquotebaba #yourquotedidi #y
Abeer Saifi
बग़ैर साँसों के ज्यों हमें जीना दुश्वार हो जो ग़म ही ना रहें मियां पीना दुश्वार हो ख़ाहिशें तो हैं फ़क़त वलद -उल- हराम ये बुलबुल तो कहती है के मीना दुश्वार हो बहोत हो गया अब तो हद ही हो गई क़लम ये कह रही है सफ़ीना दुश्वार हो सिफ़ारिश है क्यों कि मैं छोड़ दूँ शराब इसके बिना तो माह-ओ-महीना दुश्वार हो समझ गये मिसाल के मुश्किल है 'अबीर' ज्यों रफ़ीक़ा के लबों को सीना दुश्वार हो वलद-उल-हराम - हरामी लड़का, नाजायज़ मीना - आकाश, सफ़ीना - नोटबुक, रफ़ीक़ा - मित्र स्त्री #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #y
Abeer Saifi
बग़ैर साँसों के ज्यों हमें जीना दुश्वार हो जो ग़म ही ना रहें मियां पीना दुश्वार हो ख़ाहिशें तो हैं फ़क़त वलद -उल- हराम ये बुलबुल तो कहती है के मीना दुश्वार हो बहोत हो गया अब तो हद ही हो गई क़लम ये कह रही है सफ़ीना दुश्वार हो सिफ़ारिश है क्यों कि मैं छोड़ दूँ शराब इसके बिना तो माह-ओ-महीना दुश्वार हो समझ गये मिसाल के मुश्किल है 'अबीर' ज्यों रफ़ीक़ा के लबों को सीना दुश्वार हो वलद-उल-हराम - हरामी लड़का, नाजायज़ मीना - आकाश, सफ़ीना - नोटबुक, रफ़ीक़ा - मित्र स्त्री #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqlife #y