Find the Latest Status about परलौकिक का मूल शब्द from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, परलौकिक का मूल शब्द.
person
लाखों बात कहने को रखा था पर मेरी बातें कोई समझता ही नहीं यह दुनिया बड़ी बेरहम है यहां पर कोई अपना ही नहीं खुशी की तलाश मैंने बहुत ही की थी पर वो कभी भी मिलती ही नहीं मन बैरागी हो गया था ऐसा के तन्हा रहने का आदत पड़ गया ©person शब्द है
शब्द है #Poetry
read moreNilam Agarwalla
White अक्षर अक्षर मिलकर बन जाते हैं शब्द। शब्द शब्द मिलकर कहते मन का दर्द।। कभी छंद में ढ़लकर बन जाते हैं गीत। कभी कहानी बनकर दिखलाते हैं प्रीत।। कभी दोजख दिखलाते कभी जन्नत से मिलवाते। दुःख सुख दोनों ही से अपना रिश्ता निभाते। अक्षर ही से 'राम' बनता अक्षर ही से बने रहिम। जाति-धर्म भेदभाव नहीं न कोई हिन्दू मुस्लिम।। - निलम ©Nilam Agarwalla #शब्द
Ravinder Bhawariya
काम करो ऐसा कि एक पहचान बन जाए, हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाए, यहां जिंदगी तो हर कोई काट लेता है, जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए। 😎😎 ©Ravinder Bhawariya #lakeview #शब्द #रविन्द्र #भवरिया
anup.ji.star
White #mission life कृपया इन शब्दों का इस्तेमाल न करें प्रकृति मां गर्मी आ चुकी है गर्मी में आपको लीची से लेकर रसीले आमों का स्वाद खूब मन भाता है प्रकृति मां ने आपके लिए खूब सुंदर-सुंदर गर्मियों के मौसम आम में भी कई गुण पाए जाते हैं जो कि आपको गर्मी से बचते हैं लेकिन सबसे जरूरी बात यह है की प्रकृति मां आपको एक ऐसा वरदान दिया है जो आपका जीवन है लेकिन आपने अपने जीवन को ही अपने आप से दूर कर दिया जिसका डंड भूगत रहे हैं मानव जाति ने प्रकृति मां का हनन किया है जब मां का हनन होगा तो आपको क्या लगता है कि सांस बच पाती है या सांस जन्म ले पाती है ©Anup ji star #mango_tree शब्द मेरे विचार आपके
#mango_tree शब्द मेरे विचार आपके #Mission
read morePriyanka Jaiswal
White शब्द शब्दच सुख,शब्दच दुःख, शब्दच आहे भावना.. शब्दातच आयुष्य आपले, सामावले आहे रे मना... शब्दच हसवतात, शब्दच रडवतात, शब्दच घेतात परीक्षा आयुष्याची.. शब्दाविना व्यर्थ सर्व, नाही मजा जीवन जगण्याची.. शब्दच आहे प्रेम,शब्दच द्वेष आहे, शब्द म्हणजे देवाने,आपल्याला दिलेले वरदान आहे.. म्हणून वापरा शब्द जपून आपले, दुखऊ नका कोणाचे मन.. आयुष्यात परत येणार नाही, निघून गेलेले क्षण.. ©Priyanka Jaiswal #शब्द
Bharat Bhushan pathak
White अहं का ग्रास बनने पर,मनुज सब भूल जाता है। विवेकी क्षीण होता है,क्षमा ना मूल होता है।। ©Bharat Bhushan pathak #GoodMorning अहं का ग्रास बनने पर,मनुज सब भूल जाता है। विवेकी क्षीण होता है,क्षमा ना मूल होता है।।
#GoodMorning अहं का ग्रास बनने पर,मनुज सब भूल जाता है। विवेकी क्षीण होता है,क्षमा ना मूल होता है।। #Motivational
read moreMOTIVATIONAL ZINDAGI ( फ्री देसी फिटनेस मंत्र )
ram ram ji ©MOTIVATIONAL ZINDAGI ( फ्री देसी फिटनेस मंत्र ) शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन )
शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) #कॉमेडी
read moreBulbul varshney
मन की डायरी में हमने कुछ खुशी वाले पल तो कुछ दर्द भरी दास्तां लिखी है। ©Bulbul varshney #shabd हमारे दिल के शब्द।