Find the Best मूल Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutमूलधन क्या है, मूलतः क्या है, संतोष किसका मूल है, मूल कर्तव्य कितने है, मूलों की पूजा,
PRIYA SINHA
🙏🏻🙂"मूल मंत्र"🙂🙏🏻 जीवन के दो मूल मंत्र - दुख आए तो घबराना मत ; सुख आए तो इतराना मत ! प्रिया सिन्हा 𝟐𝟒.जुलाई 𝟐𝟎𝟐𝟑. (सोमवार) [ नोट :- घबराना - परेशान होना ] [ इतराना - अहंकारी होना ] ©PRIYA SINHA #मूल #मंत्र
Poonam
कहते है महाजन को मूल से ज्यादा सूद प्यारा होता है वैसे ही संतान से भी ज्यादा संतान की संतान घर के बुजुर्गो को प्यारी होती है ©Poonam #महाजन #मूल #सूद #संतान #बुजुर्गों
#महाजन #मूल #सूद #संतान #बुजुर्गों
read morejayanti Shailendra bajpai
मैं जीवन किस मूल रहूँ, कब तक जीवन शूल सहूँ, तन-मन पीड़ा इन शूलों से; किसको इसकी मैं भूल कहूँ, मैं जीवन किस मूल रहूँ, पग-पग बढ़ती चलती हूँ मैं; गिरती-पड़ती उठती हूँ मैं; अब कितना संग मैं धूल चलूँ, मैं जीवन किस मूल रहूँ, हर भाव जगत में कथ्य नहीं, हरियाली ही तो सत्य नहीं, पर काँटो को कैसे फूल कहूँ, मैं जीवन किस मूल रहूँ, कब तक जीवन शूल सहूँ, #मैंजीवनकिसमूलरहूँ
DKJaroriya
चरणों की धूल मैंने तो खिलाएं तेरी राहों में फूल लेकिन तूने तो समझा मुझे अपने चरणों की धूल तुम समझ नहीं पाए मेरे होने का मूल ताउम्र तुमने समझा मुझे अपने चरणों की धूल हमेशा मेरी बातें तुम्हें चुभती जैसे कोई शूल कभी ध्यान दिया होता तो जान पाते मेरे शब्दों का मूल खिल जाता तुम्हारा जीवन भी जैसे कोई फूल अगर तुम नहीं करते इतनी बड़ी भूल नहीं समझते मुझे अपने चरणों की धूल # चरणों की धूल
# चरणों की धूल
read more'मनु' poetry -ek-khayaal
'सत्य' और 'विवेक' जीवन के दो बिल्कुल भिन्न पहलू, अलग तथ्यात्मक परिस्थितियां हैं.… सत्य का अनुकरण आपके सामाजिक सम्मान एवं उन्नति के मार्ग को कठिन बनाएगा... बाधाओं परेशानियों को न्योता देगा, सत्य की सहज अभिव्यक्ति अति दुष्कर है, आप सत्यानुकरण के पश्चात भी पूर्ण सत्य अभिव्यक्त नही कर सकेंगे, पूर्ण सत्य नग्न है और हमारे समाज मे नग्नता पर निषेध है फिर वो सत्य की ही क्यों न हो । विवेक आपको सत्य पर अल्पारोपण कर मूल से भिन्न किन्तु मूल के समतुल्य ही अभिव्यक्ति का एक मार्ग देता है विवेक छल का भी सहारा लेता है विवेक कुटिलता लिए हुए भी सहज है किंतु सत्य सात्विक होकर भी सहज स्वीकार्य नहीं, विवेक मुख्यतः मनोनुकूल कार्य सिद्धि में सहायक है एवम विवेक युक्ति का जन्मदाता भी है..विवेकी व्यक्ति सफलता हेतु अपना ध्येय/ लक्ष्य हासिल करने को मार्ग में परिवर्तन भी करता है और अंततः लक्ष्य तक मार्ग प्रशस्त कर ही लेता है, सत्यधारक के लिए यह स्वतन्त्रता नही इसलिए सत्य धारण को 'तप' की श्रेणी में रखा गया। सत्य की अपनी गरिमा है अपना स्थान है किन्तु जीवन को जटिलता से भर देता है और विवेक आपके जीवन को सहज सफल बनाने का माध्यम बनता है शायद इसलिए विवेकी व्यक्ति सत्य को दम्भ जानता है जीवन की जटिलता अगर सत्य से बढ़ती हो तो विवेक उत्कृष्ट है सत्य से.. मैं 'सत्य' का विरोधी नहीं अपितु 'सहज जीवनशैली' का समर्थक हूँ...!!! 'मनु'
Nitin Pandey @Raahi
जिंदगी का मोल भाव होने लगा है तुम्हारे पास कितनी दौलत है, ये सवाल होने लगा है बेवक्त की फकीरी में, हमने देखे हैं दगा देने वाले हैं अब तो अपनों के हाथों, लहू खंजर यार होने लगा है जिंदगी का मूल भाव होने लगा है किस चौखट पर जाएं, किसे कहें अपना हर दर पर सवार होने लगा है मोहब्बत भी देखी, यारी नहीं देखी, माखौल उड़ाते लोगों की, हंसी और ताली भी देखी अब हर तरफ से वार होने लगा है जिंदगी का मूल भाव होने लगा है।। #Nojoto #Alfaaz #Hindi_Shayari
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited