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Dr Parmod Sharma Prem
White देख कर हालात खुद के आईना रात भर फिर ़़दोस्तों रोता रहा डा० प्रमोद शर्मा प्रेम ©Dr Parmod Sharma Prem #mango#@ रोता रहा
Arora PR
White सुन रहा हूँ मै ऐसा गीत जिसकी धुन अभी साज़ में कैद हैं औरवो गीत कभीसाज़ से बाहर निकला नही आ रही हैं मुझेखुशबू ऐसे फुल की . जो आज तक कभी खिला नही. खिलने की बात तो बेमानी हैं आज तक उस फुल का बीज कभी फूटा नही ©Arora PR सुन रहा हूँ
malay_28
White अधर हैं अधखुले आँखें ज़रा मूंदी प्रणय की आस में दिल ये रहा खोया. ©malay_28 #दिल खोया रहा
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
White रात तकती रही आंखो में, दिल आरजू करता रहा..., कोई बेसब्र रोता रहा, कोई बेखबर सोता रहा....!! #तेराइंतज़ार #followers ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर * #रात_तकती रही आंखो में, दिल आरजू करता रहा..., कोई बेसब्र रोता रहा, कोई बेखबर सोता रहा....!! #तेराइंतज़ार #followers
ANSARI ANSARI
समय गुजरता रहा। हम समय के साथ रहे। फिर भी न मीली मंजील। दर बदर भटकते रहें। ©ANSARI ANSARI समय गुजरता रहा
Shashi Bhushan Mishra
Meri Mati Mera Desh दम न रहा अब गठबंधन में, शीतलता मिलती चंदन में, बदले हुए भाव हैं नकली, लगे हुए छलिये वंदन में, कोई बटोरे सहानुभूति को, कोई करे भ्रम रघुनन्दन में, करो आकलन सच्चे मन से, दुष्ट लगे हैं राम भजन में, सीता शांति स्वरूपा मन की, निकले वेष बदल रावण में, कही सुनी बातों पर मत जा, देखे हैं विकास कण-कण में, फूलों के खिलने की ख़ुशियाँ, दिखता भ्रमरों के 'गुंजन' में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #दम न रहा अब#
malay_28
नहीं सोचा कभी तुमने कोई तन्हा रहा होगा कि जैसे वक़्त से टूटा कोई लम्हा रहा होगा किसी की रोशनी जैसे जुदा होने लगे उससे जुदा वो सूर्य से होकर कोई सुबहा रहा होगा. ©malay_28 #तन्हा रहा होगा
ज़ख्मी दिल
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो, दिल मेरा था और धड़क रहा था वो। प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है, आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो। ©Kumar Vinod सिसक रहा था वो।
SAHIL KUMAR
पुरानी यादें ओझल हो रही हैं खुद ही से, टकरा कर मेरी आँखों से लौट रही जैसे लहरें है दुर जा रही अपने ही किनारों से, बिखर गई वो सारी सफर की कहानियांँ क्योंकी बदल रहे हैं खुद किरदार अपने आपको रह गया है कहीं जो साथ अधुरा अब कहां होगा पुरा, आँसु भी खुद के कहाँ है दिखाई दे रहे की वक्त भी बन गया पत्थरों सा ©SAHIL KUMAR कौन रहा साथ