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Stories related to गुटखे से छुटकारा

unique writer

गुणों से पहचान

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VEER NIRVEL

मनपसंद शख्स से गले लग जाना , दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है...❤️🌻

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मनपसंद शख्स से गले लग जाना ,
दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है...
#Veer_Ki_Shayari

©VEER NIRVEL मनपसंद शख्स से गले लग जाना ,

दर्द से छुटकारा पाने के लिए काफी है...❤️🌻

Lalit Saxena

#Book दिल से

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Unsplash मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं
तारीफ़ तो मेरे बेवफ़ा हालातों की है
जो मुझे लिखने के लिए हर पल, हर लम्हा
बेताब करते है।।।।।
गर ये लम्हे ये हालात ये अफसाने ना होते
..............तो क्या मैं लिखता?
कोई कवि, शायर, गजलकार, या फनकार
कलम कही पड़ी होती किसी कोने में
और कागज़ हवा में उड़ रहे होते
कैसा लगता....ख्वाबों में गोते लगाना
डूब कर अंधेरों में कही दफ़न हो गए होते।
मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं!!!

©Lalit Saxena #Book दिल से

usFAUJI

क्या रिश्ते इतने बोझिल हों रहें जों बढ़ती उम्र में छुटकारा पाना चाह रहें हैं। 🤔🤔 #रिश्ते #Relationships #usfauji

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रिश्ते कच्चे धागे की डोर है ज़्यादा खिंचोगे तो टूट जाएंगी।
अब ना रहा वो वक्त की रिश्तों के बोझ को जीवन भर ढोते रहों।🤔

©usFAUJI क्या रिश्ते इतने बोझिल हों रहें जों बढ़ती उम्र में छुटकारा पाना चाह रहें हैं। 🤔🤔 #रिश्ते #Relationships #Nojoto #usfauji

unique writer

खुद से दोस्ती

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पूर्वार्थ

#जख्म से जीता

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White बैठी हैं क्यों दर्द लिए;
आतीत-सा मन को शान्त किये ।
जो बीते पल माहुर से थे;
आज क्यों उनके जाम पिए।
भविष्य सुनहरा राह देखता;
तेरे हर पल आने की,
हौसले से तोड़ बेड़ियाँ
जख्म भरे अल्फाजों की
देख आसमाँ भर ऊँची उड़ाने;
आगे बढ़ तू इसी बहाने ,
दर्द मिटा तू ख्व़ाब गढ़ ;
भूल न उसे ;
जो कहता तू आगे बढ़।
जीवन समर में कुछ ऐसे उतर ;
शत्रु हो जाए छितर - बितर।।
मौत भी घबराए तुझ तक आने के लिए ,
तू बन जा एक मिसाल इस जमाने के लिए।।

©पूर्वार्थ #जख्म से जीता

हिमांशु Kulshreshtha

अल्फाजों से..

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मेरी कविता के दर्पण में,
जो कुछ है,
महज़ तेरी परछाई है
एक कोने में नाम मेरा,
लफ्ज़ लफ्ज़ में तू छाई है
तू पढ़ती है मेरी कविता,
मैं तेरा मुखड़ा पढ़ता हूँ…
देख झील सी आँखे तेरी
मैं अल्फाजों से
तुझ को गढ़ता हूँ

©हिमांशु Kulshreshtha अल्फाजों से..

HARVEER चौधरी

पति से डर नही लगता इंजेक्शन से लगता है

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RjSunitkumar

दिल से

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