Find the Latest Status about महेन्द्र कपूर बीते हुए लम्हों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, महेन्द्र कपूर बीते हुए लम्हों.
Shubham Raj Tiwari
White •§ बीते हुए पल §• जिंदगी कभी कितनी खूबसूरत थी, खुशियाँ इतनी थी, ग़म की कब जरूरत थी, वक़्त की सुनामी में, हर ख्वाब बह गया, ज़िन्दगी में बहारों का, बस इंतज़ार रह गया, अब फीकी हो गई, इन आँखों की वो चमक, ख़ामोश हो गई अब तो, होठो की वो खनक, बचपन की ऊँगली हाथ से, जिस रोज छूट गई, जिसमे बँधा था सुकून, वो हर डोर टूट गई, अब दर्द के समंदर में, ख्वाहिशों की नाव हैं, चलना हैं गाम गाम और, पांवो में अनगिनत घाव हैं।। •§ शुभम राज तिवारी §• ©Shubham Raj Tiwari बीते हुए पल heart touching life quotes in hindi Gaurav Garg Sethi Ji Mona Pareek priya Sandhya
बीते हुए पल heart touching life quotes in hindi Gaurav Garg Sethi Ji Mona Pareek priya Sandhya
read moreनवनीत ठाकुर
वक़्त का हर लम्हा संभालकर रखना, जो गुज़र गया, उसे यादों में बसा कर रखना। ख़ैर, वो कल नहीं रहेगा, जाहिद,हर लम्हा जी के रखना।। हर पल को जियो कुछ इस तरह, कि फिर लौटकर वो कभी न तरसे। वक़्त की साज़िश को समझ लो यारों, ये वो मेहमां है जो कभी ना ठहरे।। इन लम्हों का साया संभाल, ये गुज़रे तो बन जाएं किस्सा कमाल। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर जाहिद, इन लम्हों का साया संभाल, ये गुज़रे तो बन जाएं किस्सा कमाल।
#नवनीतठाकुर जाहिद, इन लम्हों का साया संभाल, ये गुज़रे तो बन जाएं किस्सा कमाल।
read moreVikram vicky 3.0
White चलो अब अजनबी हो जाते हैं जान पहचान अब कुछ ठीक नहीं लगती Vr... ©Vikram vicky 3.0 #love_shayari Alka pandey गुरु देव[Alone Shayar] Sethi Ji NC Kshitija महेन्द्र सिंह (माही)
#love_shayari Alka pandey गुरु देव[Alone Shayar] Sethi Ji NC Kshitija महेन्द्र सिंह (माही)
read moreneelu
White लिखे हुए धर्म, समझे हुए धर्म पढ़े हुए धर्म , निभाए हुए धर्म में फर्क होता है ©neelu #sad_quotes #लिखे हुए धर्म, #समझे हुए धर्म #पढ़े हुए धर्म , #निभाए हुए धर्म में फर्क होता है
#sad_quotes #लिखे हुए धर्म, #समझे हुए धर्म #पढ़े हुए धर्म , #निभाए हुए धर्म में फर्क होता है
read moreParasram Arora
White तपे हुए रेगिस्तान मे आज अचानक मौसम क्यों बदल गया है लगता है ये रेगिस्तान कही सरकता हुआ किसी गुलशन के नज़दीज न पहुंच गया हो आज ये गतिशील समय निरंतर चहल कदमी करते करते ठहर क्यों गया है लगता है " समय "घड़ी के रुके हुए काटो को देख सकते मे न आ गया हो ©Parasram Arora ठहरे हुए घड़ी के कांटे
ठहरे हुए घड़ी के कांटे
read moreShiv Narayan Saxena
बीते दिन बरसात के, फूले कास निहार। बड़ी रात के नाम से, दिवस हुए लाचार।। धीरे-धीरे झॉंक कर, कोहरा कर अनुमान। बीते दिन बरसात के, धुंध नयी मेहमान।। सेवानिवृत्त करैं सभी, विगत ज्यों वर्षा-बात। आज चुनौती हैं नयी, उनको क्या यह ज्ञात।। बीता मौसम मेंह का, प्रकृति न अब उमसाय। आया मौसम शौकिया, सब का मन हर्षाय।। मिलन अश्रु नहिं नयन मॉं, बीत गयी बरसात। अली कली और तितलियॉं, करें मिलन की बात।। ©Shiv Narayan Saxena #बारिशें बीते दिन बरसात के..... hindi poetry on life
#बारिशें बीते दिन बरसात के..... hindi poetry on life
read moreनवनीत ठाकुर
वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है, काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है। दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल, अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल। ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार, आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार। तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम, इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है, नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है। वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ, किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां? पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान, जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान। ©नवनीत ठाकुर #वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
read more