Find the Latest Status about बजरंग लाल शर्मा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बजरंग लाल शर्मा.
Abdhesh prajapati
White अपने सपनों को इतना मजबूर कर दो कि वह शर्माजाए ©Abdhesh prajapati शर्मा जाए
शर्मा जाए
read moreMohan Sardarshahari
गुलाबी फित्ते लिपटा सफेद गुलाब जैसे बयां करता मिलन की आग तूने बिन सोचे यों ही भेज दिया मैं किस सूरत में लिखूं जवाब।। ©Mohan Sardarshahari लाल बित्ते सफेद गुलाब
लाल बित्ते सफेद गुलाब
read moreRaja Sharma
White 🌹महांकुम्भ🌹2025🇨🇮 गाय का मांस (beaf) खाने वाले,सभी को तो ,इस पवित्र प्रयागराज स्थान पर आने पर बैन करना चाहिए! हमारी भारत सरकार को तो🙏🏻 ओर पहले सभी गरीब भारतीयों के लिए फ्री ट्रैन,बस,प्रयागराज तक ,45 दिनो के लिए,चलाना चाहिए , ताकि असमर्थ भी संगम का पुन्य लाभ पांऐ किन्तु हमारी सरकार,अपनी राजनितिक economy,बढाने,ओर विदेशीयो को पहले मोक्ष दिलवाने,मे ही लगी हे,, कया यही भारतीय सनातन है,आज का,, ©Raja Sharma राजा शर्मा
राजा शर्मा
read moreBharadwaj Dilip
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset नहीं पड़ता हु मैं इन लड़कियों के चक्कर में। मैं लौंडा बहुत सख्त हु। ये लड़कियों तुम दूर ही रहना हमसे क्योंकि मैं बजरंग बली का भक्त हूं । ©Bharadwaj Dilip # बजरंग बली
# बजरंग बली
read moreRaja Kr Sharma
जय बजरंग बली। . . . jai_shree_ram God JaiBajrangBali status Videos nojato wwhatsapp status videos
read moreSTAR ARTIS STUDIO
Unsplash कुछ फासले अधूरे रह गए, कुछ नगमे अधूरे रह गए!!प्यार की उमीद थी जिनसे,वो इंसान ही हमसे दूर रह गए!! Shayar Bedi ©STAR ARTIS STUDIO kuchh fasle SwaTripathi मनीष शर्मा Eshamahi its_nastik_manoj_137 bewakoof
kuchh fasle SwaTripathi मनीष शर्मा Eshamahi its_nastik_manoj_137 bewakoof
read moresamandar Speaks
White ये आसमां ज़मीं पर उतर क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता ये रुकता तो,बच्चे भी बच्चे रहते,हम भी हम रहते न वो दूर कहीं जाते,ना हम घर के बाहर ठहरते बदलते वक्त के हालात पर ये तरश क्यों नहीं खाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता झोपड़ियां सहमी है दुबकी हैं फट्टे शॉल में लिपटी है बकरियां फट्टे बोरे में,टूटी खाट पे हुई जा खड़ी हैं इस बेबसी में नए साल का फितूर उतर क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता बाप कि जवानी लेकर बेटे बड़े हो रहे हैं इन्हें जवान करते बाप अधमरे हो रहे हैं रैन बसेरों का डर अब निकल क्यों नहीं जाता ये गुजरता हुआ साल अब ठहर क्यों नहीं जाता राजीव ©samandar Speaks #love_shayari मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay अंजान S
#love_shayari मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Poonam bagadia "punit" Sandeep L Guru मनीष शर्मा Satyaprem Upadhyay अंजान S
read moresamandar Speaks
White अब क्या बताऊं ये क्या हैं इक सपना है हिंदी में, या उर्दू में ख्वाब है, चाँद का आइना, सूरज का नक़ाब है। बारिशों की छन-छन, जैसे सितारों की सरगोशी, हवा की सरसराहट, मानो ज़ुबां पर कोई नज़्म रुकी हो। लहरों की हलचल, जैसे धड़कता हो समंदर का दिल, भँवरों की गुनगुनाहट, जैसे मौन की गहराई में छुपा एक गीत। अब क्या बताऊं ये क्या है, ये सुबह का आँचल, जिसमें रौशनी का जादू सिमटा है, ये शाम का सन्नाटा, जैसे थककर कायनात खुद को सुला रही हो। जंगलों की फुसफुसाहट, जैसे पेड़ आपस में राज़ बांट रहे हों, पहाड़ों की बुलंदी, जैसे किसी दुआ की सदा आसमान को छू गई हो। अब क्या बताऊं ये क्या है, ये बूँदें, जो धरती की प्यास बुझाकर मुस्कुराती हैं, ये मिट्टी की ख़ुशबू, जैसे कुदरत का इश्क़ ज़मीन से लिपट गया हो। ये फूलों का खिलना, जैसे हर सुबह एक नया अफ़साना लिखती हो, ये तितलियों का नृत्य, जैसे रूहानी ख़्वाबों का रंगीन कारवां। अब क्या बताऊं ये क्या है, ये बादलों का आग़ोश,जैसे किसी मां ने अपने बच्चे को छुपा लिया हो, ये झील का सुकून, जैसे किसी सूफी का दिल। कुदरत का हर रंग, हर सुर, हर अंदाज़, जैसे खुदा ने अपने दिल के सबसे गहरे कोने में हमारे लिए एक नज़्म लिख छोड़ी हो। अब क्या बताऊं ये क्या हैं राजीव@samandar speaks ©samandar Speaks #love_shayari Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा bewakoof
#love_shayari Satyaprem Upadhyay Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा bewakoof
read moresamandar Speaks
Unsplash नीली आँखों का जादू और पलकों का पहरा गुलाबी ये आलम और दिल ठहरा ठहरा तब्बसुम मोतियों सा लबों पे है छाया और सुर्खी ए महरो है पसरा पसरा काले बादलों का घेरा ,और बारिश की बुँदे, चाँद हो जैसे की ,नहाया नहाया इस्लाम सी है ,लाम लट गेसुओं की अदा पे खुदा का ,है नूर, पसरा पसरा सांसो की ताज़गी में, कुदरत, की ख़ुशबू, एक जाम हर अदा जैसे हो छलका छलका Rajeev ©samandar Speaks #camping Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा Anant bewakoof
#camping Radhey Ray Mukesh Poonia मनीष शर्मा Anant bewakoof
read moresamandar Speaks
White मेरी माँ मेरी यादों के चिलमन में आज भी मेरी माँ है, मुझमें ज़िंदा हर पहलू में शामिल मेरी माँ है। रातभर चाँद से गुफ़्तगू करती रोज़, ये मेरी आंखें अब भी रोशन मेरी आंखों में रहती, मेरी माँ है। ढूँढ़ता हूँ उसे मै फ़ज़ा के रास्तों पर हर नई सुबह का पहली तारीख, मेरी माँ है। मेरे कतरे कतरे देते झलकी उसके इल्म की, मेरी घर के हर कोने में दिखती, मेरी माँ है। छोड़ ग़ई है दूर मुझे गुमनाम सी मंजिल पर पर आज भी उसकी आहट कहती,मेरी माँ है। राजीव । ©samandar Speaks #sad_dp Mukesh Poonia Radhey Ray मनीष शर्मा Sandeep L Guru bewakoof
#sad_dp Mukesh Poonia Radhey Ray मनीष शर्मा Sandeep L Guru bewakoof
read more