Find the Latest Status about शाहनामा इस्लाम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शाहनामा इस्लाम.
General knowledge
Irfan Saeed
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
चुप चुप सी मेरी मिल्लत की हालत क्यूं हैं,जब खौफे खुदा नही,तो फिर आज हमे *जालिम से*दहशत क्यूं है//१ यकीनन हम सोचा नही करते कभी अंजाम अपना, तो फिर आज हमे जल्लाद की*कयादत क्यूं है//२ ये महसूस तो करे के,रब रहता है हरदम करीब*रगे गूलू तो फिरआज हमे दर बदर भटकने की ज़रूरत क्यूं है//३ हम अपनी नाफरमानी,नादानी के खुद ही है*बाइस, तो फिर आज हमे खामखां औरो से शिकायत क्यूं है//४ जिस मिल्लत का*हामी हो अल्लाह और कूरान,तो फिर आज इस मिल्लत के हिस्से मे*ज़लालत कयू है//५ कुछ् संगदिलो के सीने मे है,उल्फत,तो फिर आज हम*बशर को बशर से इतनी नफरत क्यू है//६ बेशक हमको मयस्सर है बेशुमार तदादे कुव्वते बाजू,तो फिर आज हमे अबाबीलों के लश्कर की ज़रूरत क्यूं है//७ यकीनन देगा खुदा*फतेह,तू बस*इतेहाद से रह,जललाद खुद होगा खाक,फिर आज तेरे दिल मे *हताहत क्यूं है//८ ऐ मुसलमा न डर,तू*बातिले कसरत से,तेरी की थौ जंगे-बदर मे मदद वो खूदा आज भी है,फिर आज तू उस जात से*गफलत्त मे क्यू है//८* शमा की है उसी खुदा से दुआ,के दुश्मने इस्लाम को कर दाखिल, मजहबे इस्लाम् मे,तो फिर आज हमे इस जंग की*वजाहत क्यू है//९ shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #lonely चुप चुप सी मेरी मिल्लत की हालत क्यूं हैं,जब खौफे खुदा नही,तो फिर आज हमे *जालिम से*दहशत क्यूं है//१*अत्याचारी*भय यकीनन हम सोचा नही क
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
ऐ*मुस्व्विर*इब्ने_आदम् इतनी*शिद्दते_हवस से न*तराश बिन्ते हव्वा को,कि हव्वा की हरेक*शेय काबिले*एहतराम है...?? जिस इस्लाम ने इसे*हया की चादर *अता की है,वही इस्लाम तुम्हे भी निगाहे हया का*दर्स देती है... इससे पहले की,ये मिट्टी का बदन खाक़ बने,बावजू होके मुसल्ले पे जवानी की*जबीं को रख दे..... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Respect ऐ*मुस्व्विर *इब्ने_आदम् इतनी*शिद्दते_हवस से न *तराश बिन्ते हव्वा को,... *चित्रकार*आदम के बेटे *जोरो की भूख*उकेरना *माँ हव्वा की बे
Asif Hindustani Official
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
गर् फैलाओगे नफरते तो हो जाएगे कई लोग जद्दोजहद मे, यहा पे सिर्फ हमारा ही सवाल थोड़ी है//१ हमपे जो है,तेरी निगाहे बद ये अच्छी बात थोड़ी है, तु तो बस वक़्ते हाक़िम है,हमारा*जवाल थोड़ी है//२ तु अपना नज़्रिया*शफ्फाके*वसीह दिल् रख,के ये सब्*रियाया तुमपे कोई जानो*वबाल थोड़ी है//३ तेरे आने जाने का*मलाल है,मगर इतना थोड़ी है, ये मेरे *चश्म रोने की वजह से लाल थोड़ी है//४ हमसे है जमाना,जमाने से हम नही,मिटा सके,कोई मऴब्_ए_ इस्लाम को,ये किसी की मजाल थोड़ी है//५ शमा कह दो नफरत के रहनुमाओ से,के मुहब्बतों को हराना,कोई आसान ख्याल थोड़ी है//६ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #BakraEid गर् फैलाओगे नफरते तो हो जाएगे कई लोग जद्दोजहद मे,यहा पे सिर्फ हमारा ही सवाल थोड़ी है//१ हमपे जो है,तेरी निगाहे बद ये अच्छी बात थोड़
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
अप्रैल फूल और इस्लाम रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “तबाही है उस शख़्स के लिए जो बोलता है तो झूठ बोलता है ताकि उस (झूठ) से लोगों को हंसाए, तबाही है उस के लिए, तबाही है उस के लिए।” [ सुनन अबु दाऊद #4989 ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #AprilFool अप्रैल फूल और इस्लाम रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “तबाही है उस शख़्स के लिए जो बोलता है तो झूठ बोलता है ताकि उस (झूठ) से लोगों को