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MS SADAM
White मुझे एक मुलाकात ऐसी करनी है, तुम्हारे गोद में सिर रखकर दिल की हर बात करनी हैं..! ©MS SADAM #love_shayari मुझे एक मुलाकात ऐसी करनी है, तुम्हारे गोद में सिर रखकर दिल की हर बात करनी हैं..! sad shayari
#love_shayari मुझे एक मुलाकात ऐसी करनी है, तुम्हारे गोद में सिर रखकर दिल की हर बात करनी हैं..! sad shayari
read moreNaushad bin Sharif
White झूठी शान के परिदे फड़फड़ाते है बाज़ की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती ©Naushad bin Sharif #Thinking झूठी शान के परिदे फड़फड़ाते है बाज़ की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती
#Thinking झूठी शान के परिदे फड़फड़ाते है बाज़ की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती
read moreAanchal Anant
White पहले सताना और फिर मनाना, यही तो तुम्हारे पास आने का एकमात्र बहाना है। ©Aanchal Anant #love_shayari #सताना #मनाना #एहसास #बहाना #पास #आना #post #Nojoto ❣️ शायरी हिंदी में
meri_lekhni_12
Unsplash मुझको तेरा आना जाना अच्छा लगता था, हर पल तेरा साथ निभाना अच्छा लगता था। चुपके से आकर जब तू हंस देता था मुझ पर, तेरा यूँ दिल को बहलाना अच्छा लगता था। तेरी बातें, तेरी यादें, तेरे शिकवे ग़म, हर लम्हा तेरा आजमाना अच्छा लगता था। रूठ के जाना, फिर खुद ही लौट के आना, तेरा हर अंदाज़ पुराना अच्छा लगता था। अब तन्हा है पूनम यादें महका करती हैं, बीता हर एक वो अफसाना अच्छा लगता था। ©meri_lekhni_12 आना जाना ♥️
आना जाना ♥️
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White बेवजह तो नहीं यूँ मेरा तेरे करीब आ जाना बरसों की मेरी इबादत का सिला है तू ©हिमांशु Kulshreshtha तेरा करीब आना
तेरा करीब आना
read moreUrmeela Raikwar (parihar)
New Year 2025 क्या लाया था क्या ले जायेगा, जैसे वो आया था क्या तू भी जायेगा. Urmee ki Diary ©Urmeela Raikwar (parihar) #Newyear2025 आना जाना
#Newyear2025 आना जाना
read moreआचार्य योगेश शर्मा
मेरे जीवन की पहली भागवत कथा में भूतौ का सामना उस समय मैं 21 बर्ष का था मै गया तो था गुरु जी से मिलने उसी समय पर वहां अशोक कुमार जी बरेली से आये हुये थे गुरूजी से आशीर्वाद लेकर मे गुरुजी के चरणों की सेवा कर रहा था । उसी समय गुरूजी हमसे बोले तुम कथा कर लोगे हमने कहा गुरु जी कभी किये तो नही पर अध्ययन तो पूरा है पर कभी किया नहीं है फिर करो जी ने हमसे कहा अशोक कुमार जी की कथा आपको करनी है बड़ा आयोजन है कथा पंडाल में हो गई और और हमारा आशीर्वाद है तुम्हें जब गुरु जी ने हमें ऐसा कहा तो हमने सोचा कि गुरु जी का आशीर्वाद साथ है तो घबराने की काहे बात है हमने कोई तैयारी भी नहीं की थी उसे दिन के चार दिन बाद ही कथा प्रारंभ थी कथा स्थल पर हम पहुंचे दो ब्राह्मण भी हमारे साथ थे माला संध्या उपासना करने वाले जैसे ही हम बरेली पहुंचे अशोक कुमार जी हमें स्टेशन पर लेने आए अपनी निजी गाड़ी से हमें अपनी हवेली पर लेकर गए अशोक कुमार जी ने हमें हवेली की तीसरी मंजिल पर ठहराया अशोक कुमार जी के पिताजी वहां पर थे उनका नाम था लक्ष्मण प्रसाद लक्ष्मण प्रसाद जी ने हमसे पूछा कि आप कथा कर पाओगे यहां पर हमने कहा कथा करने ही तो आए हैं उन्होंने बताया यह कथा प्रेत बाधा के लिए कराई जा रही है इस हवेली में अनेक प्रकार की आत्माएं हमें परेशान करती है किसी ने बताया है श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से उनकी मुक्ति होगी लेकिन इस हवेली में एक रात से ज्यादा यहां पर कोई टिक नहीं पता तो आप कर सकोगे हमने कहा गुरु जी का आशीर्वाद है सब हो जाएगा तो शाम का 4:00 गया था हम अपनी संध्या उपासना करने के लिए बैठे कुछ समय तो बढ़िया बैठे रहे अपनी उपासना करते रहे थोड़ी देर बाद उसे कमरे में जिसमें हम बैठे थे ट्यूब लाइट जल रही थी एक ट्यूबलाइट चौक में जल रही थी फिर भी वहां पर कम से कम 11 है आत्माएं उपस्थित हुई और हमें परेशान करने लगी फिर हम डरने लगे लेकिन गुरुजी ने आशीर्वाद दिया था और अपने ध्यान में लग रहे कुछ देर बाद वह आत्माएं मिलकर के आक्रमण करना चाहती थी फिर हमारे पास जो जल रखा था उसे जल से हमने उनके ऊपर छींटे मारें फिर उनमें से एक आत्मा ने बात किया आवाज आई हम आपसे कुछ नहीं कहेंगे बस हम मुक्ति चाहते हैं फिर हमने कहा श्रीमद् भागवत की शरण में आओ और सप्ताह प्राण आप सुनो आपकी सद्गति होगी उसके बाद संध्या उपासना करके जब हम उठे तो हम पहुंचे जहां हमारे दो ब्राह्मण ठहरे हुए थे उन्होंने कहा महाराज जी बड़े जल्दी आ गए तो हमने कहा जल्दी ही काम हो गया तो आ गए उन ब्राह्मणों को भी उन आत्माओं ने हमसे पहले डराया था वह तो वहां से भागने लगे फिर हमने उनको समझाया और कहा आप हमारे साथ रहो कुछ नहीं बिगड़ेगा फिर दूसरे दिन जब हम संध्या के लिए बैठे तो उन आत्माओं ने कहा कि हमारे मुक्ति के लिए इस हवेली के नीचे नीचे खाना है उसे तहखाना में हमको हमको युद्ध के समय बंधक बनाकर बंद कर दिया गया था तब से हम इसी हवेली में रहते हैं फिर अशोक कुमार जी हमारे लिए भोजन लेकर आए तो हमने उनको यह सब बताया उन्होंने कहा महाराज जी यह हवेली राजा महाराजाओं के समय की है और हमारे दादा ने इसे खरीदा था एक दिन हमारे पिताजी ने इस तहखाना को खुलवा दिया था तब से ही घर में हलचल मची हुई है फिर हमने अशोक कुमार जी को आश्वासन दिया और कहा कि आप कथा स्थल पर मंडप की व्यवस्था करो और कल से प्रोग्राम चालू करें सब ठीक होगा उसके बाद साथ दिवस कथा हुई गुरु जी की कृपा से आशीर्वाद से कथा मैं कोई रुकावट नहीं आई और जो प्रेत आत्माएं थी वह भी मुक्ति को प्राप्त हो गई जय श्री राधे ©आचार्य योगेश शर्मा जीवन में पहली बार भूतों से सामना
जीवन में पहली बार भूतों से सामना
read moreF M POETRY
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset तुम न आना किसी बहाने में.. कोई अपना नहीं ज़माने में.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #तुम न आना किसी बहाने में...
#तुम न आना किसी बहाने में...
read moreVEER NIRVEL
सिर झुका कर मोहतरमा की सारी बातें सुनी जाती हैं... पसंदीदा स्त्री से कभी बहस नहीं की जाती... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सिर झुका कर मोहतरमा की सारी बातें सुनी जाती हैं... पसंदीदा स्त्री से कभी बहस नहीं की जाती... #Veer_Ki_Shayari
सिर झुका कर मोहतरमा की सारी बातें सुनी जाती हैं... पसंदीदा स्त्री से कभी बहस नहीं की जाती... #Veer_ki_Shayari
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